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Samvidhan Diwas 2024: उत्तर प्रदेश के जनपदों में धूमधाम से मनाया गया संविधान दिवस, हुआ गोष्ठियों का आयोजन, ली गई शपथ
Samvidhan Diwas 2024: संविधान दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के जनपदों के कलेक्ट्रेट परिसरों में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संविधान दिवस और स्वतंत्रता के अमृतकाल के अवसर पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया और संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई।
Samvidhan Diwas 2024: संविधान दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के जनपदों के कलेक्ट्रेट परिसरों में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संविधान दिवस और स्वतंत्रता के अमृतकाल के अवसर पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया और संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। इसी के साथ जनपदों के संबंधित जिलाधिकारियों और क्षेत्र के सांसदों और विधायकों द्वारा संविधान निर्माता डॉ भीम राव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प मालाएं चढ़ाई गई। इसीके साथ संविधान के अन्तर्गत संविधान की मूल भावना और सभी लोगों को दिए गए मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, न्याय, और एकता एवं बन्धुता को बताया गया।
Maharajganj News: महराजगंज में संविधान दिवस पर गोष्ठी का किया गया आयोजन
रिपोर्ट- उपेन्द्र कुमार
Maharajganj News: जनपद में संविधान दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में सदर विधायक सदर जयमंगल कन्नौजिया और विधायक फरेंदा की उपस्थिति गोष्ठी का आयोजन किया गया और उपस्थित लोगों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सदर ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे विस्तृत और मजबूत संविधान है। बाबा साहब की सोच थी कि प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर और दर्जा मिले। इसी भावना के साथ उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण प्रारूप समिति के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर तैयार किया और देश को अर्पित किया। भारतीय संविधान के कारण आज सबको बराबरी का दर्जा प्राप्त है और गरीब एवं दलित का बच्चा भी शीर्ष पद तक पहुंच सकता है, जिसकी मिसाल भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी हैं।
इस अवसर पर विधायक फरेंदा ने कहा कि बाबा साहब के नेतृत्व में प्रारूप समिति ने देश को एक महान संविधान सौंपा। संविधान ही वह दस्तावेज है जो नागरिकों को उनके अधिकार देता है। आज आवश्यकता इस बात की है कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रा दिवस की ही भांति देशवासी संविधान दिवस के महत्व को भी समझें और उत्साह के साथ इस दिन को मनाएं। जिलाधिकारी अनुनय झा ने उपस्थित लोगों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की प्राण वायु है।
इस अवसर पर सभी लोगों ने लखनऊ से संविधान दिवस पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा और मुख्यमंत्री जी उद्बोधन को सुना। संविधान दिवस के अवसर पर समाज के महत्वपूर्ण घटक कुल 12 सफाईकर्मियों बाबूराम, श्यामसुंदर, रमेश गुप्ता, बनारसी, रघुनाथ प्रसाद, योगेश कुमार, पप्पू कुमार, वाजुल हक, नागेन्द्र प्रजापति, रामभवन प्रसाद, राजू यादव और जगदीश थारू को शॉल भेंटकर अतिथिगणों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ भी किया गया और महात्मा गांधी, डॉ भीमराव अंबेडकर सहित विभिन्न विभूतियों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया गया।
गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा, जिला विकास अधिकारी करुणाकर अदीब, परियोजना निदेशक श्री राम शरण चौधरी, एएसडीएम मदन मोहन वर्मा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
Azamgarh News: अपर आयुक्त ने संविधान दिवस पर लोगों को दिलाई शपथ
रिपोर्ट- श्रवण कुमार
Azamgarh News: शासन द्वारा भारत के संविधान को अंगीकृत किये जाने की तिथि 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी मण्डलायुक्त कार्यालय में मंगलवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया।
संविधान दिवस के अवसर पर अपर आयुक्त-प्रशासन, शमशाद हुसैन ने मण्डलायुक्त कार्यालय के सभागार में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बन्धुता बढ़ाने का संकल्प दिलाया। अपर आयुक्त हुसैन ने संविधान उद्देशिका का सामूहिक रूप से पाठन कराते हुए भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतन्त्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा देश के समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए दृढ़ संकल्पित होने की भी शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी अरुण कुमार त्रिपाठी, शासकीय अधिवक्ता ओपी पाण्डेय, सहायक शासकीय अधिवक्ता अजीत सिंह सहित कार्यालय के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।
ब्लॉक के गॉव मे बने अधिकांश अमृत सरोवर पर नहीं मनाया गया संविधान दिवस
शासन का निर्देश है कि ब्लॉकों के ग्राम पंचायत में बने अमृत सरोवर पर संविधान दिवस मनाया जाए। परन्तु अधिकांश ग्राम पंचायतो में बने अमृत सरोवर पर संविधान दिवस नहीं मनाया गया।परंतु लालगंज ब्लाक के कई गाँव अकबरपुर तरफकाजी,बरहती,कंजहित आदि कई ऐसे ग्राम पंचायत हैं जहां पर ग्राम प्रधान और सेकेट्री द्वारा अमृत सरोवर पर संविधान दिवस नहीं मनाया गया।
Ayodhya News: कलेक्ट्रेट सभागार में मनाया गया संविधान दिवस, सपा और कांग्रेस कार्यालयों पर भी आयोजित हुए कार्यक्रम
रिपोर्ट- नाथबक्स सिंह
Ayodhya News: जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सर्वप्रथम लोक भवन लखनऊ स्थित सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत संविधान से सम्बंधित वृत्तचित्र दिखाया गया। तत्पश्चात मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने उद्बोधन में भारतीय संविधान पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया। पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण यहां कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा देखा गया तत्पश्चात जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों को कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों को कराया गया।।
"हम भारत के लोग भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने के लिए दृढ़ संकल्प एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते है।"
इस अवसर पर जनपद के समस्त कार्यालयों, स्वायत्तशासी निकायों/संगठनों, स्थानीय निकायों एवं शैक्षणिक संस्थानों में विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है, जिनमें संविधान दिवस के अवसर पर भारतीय संविधान के संवैधानिक मूल्यों एवं मूलभूत सिद्धान्तों पर आधारित वाद-विवाद प्रतियोगिता, वेबिनार, गोष्ठी आदि का भी आयोजन सम्बंधित विभागों द्वारा किया गया।
संविधान दिवस के अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह, एडीएम सिटी सलिल कुमार पटेल, सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार मिश्र, जिला सूचना अधिकारी श्री संतोष कुमार द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय मनाया गया संविधान दिवस
जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय गुलाब बाड़ी अयोध्या में संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। संविधान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन जिला कार्यालय पर किया गया। मिष्ठान वितरण कर खुशियां मनाई गई।
गोष्ठी की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव एवं संचालन जिला महासचिव बख्तियार खान ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री के तेज नारायण पांडेय पवन पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संविधान के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है इसका जीता जागता उदाहरण उत्तर प्रदेश की 9 सीटों का उपचुनाव है। यूपी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सभी हदें पार कर दी हैं ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि संविधान की रक्षा केवल समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ही कर सकते हैं श्री यादव ने कहा कि आज संविधान दिवस के अवसर पर सभी पार्टी के पदाधिकारी नेताओं कार्यकर्ताओं को यह संकल्प लेना है की 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाना है सपा जिला प्रवक्ता चौधरी बलराम यादव के अनुसार कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला महासचिव बख्तियार खान पूर्व विधायक जयशंकर पांडे प्रदेश सचिव माखनलाल यादव जिला उपाध्यक्षगण एजाज अहमद ओ.पी.पासवान, विधानसभा अध्यक्ष रक्षा राम यादव मायाराम यादव, आकिब खान, अंसार अहमद, कैलाश कोरी, गोविंद विश्वकर्मा, समरपाल यादव, जय सिंह यादव, अखिलेश कुमार, जेपी यादव, ललित यादव,कृष्णा चौधरी, मिर्जा सादिक,दान बहादुर सिंह, वसी हैदर, राकेश कोरी,विश्वनाथ कोरी, अतुल यादव, अजय यादव,अनुभव रावत, मोहम्मद असलम, आशीष वर्मा, जगदीश यादव, राजित राम यादव, अमृतलाल वर्मा, फरीद कुरैशी, फूलचंद यादव, सूर्यभान यादव, महमूद खान,अनस खान, विशाल यादव, अबसार अहमद आदि लोग मौजूद रहे।
संविधान दिवस पर कांग्रेस जनों ने कांग्रेस पार्टी कमला नेहरू भवन पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण अर्पित करने के पश्चात गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल तथा संचालन जिला प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने किया।
गोष्टी को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल ने कहा हमारे संविधान की मूल भावना यह है कि न्याय और अधिकार सभी के लिए एक समान होने चाहिए। सभी को स्वाभिमान के साथ जीने का अवसर मिलना चाहिए।
पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा संविधान समाज के सबसे ग़रीब और कमज़ोर वर्गों की रक्षा के लिए एक शक्तिशाली औजार है। यह जितना मजबूत होगा, हमारा देश उतना ही ताकतवर होगा।
जिला प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने कहाआज के दिन, संविधान के सोच की हिफ़ाज़त करने वाले सेनानियों, शहीदों और संविधान सभा के प्रत्येक सदस्य को नमन करते हुए हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम इसकी सुरक्षा के लिए दृढ़प्रतिज्ञ रहें। कोई भी ताकत किसी साज़िश के ज़रिए इसे नुकसान नहीं पहुंचा पाए।संविधान हर भारतवासी का आधार, विधान, मान और स्वाभिमान है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सेवादल महानगर अध्यक्ष बसंत मिश्रा, फ्लावर नकवी,कविंद्र साहनी, बृजेश रावत,विजय श्रीवास्तव मटरू, प्रवीण श्रीवास्तव, विशाल दुबे, सतीश सिंह, बबलू यादव आदि उपस्थित रहे।
किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिला तो संविधान अधूरा - पूर्व न्यायधीश
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस मैनेजमेंट के प्रेक्षागृह में भारतीय संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व न्यायधीश अशोक कुमार भारद्वाज, कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ला व विवि के समस्त अधिष्ठाता व निदेशक ने आचार्य नरेंद्र देव की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं जल भरो के साथ किया। विवि के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को संविधान की शपथ दिलाई गई जिसको सभी ने एक साथ दोहराया। इस अवसर पर 26/11 हमले में शहीद वीर जवानों को भी याद किया गया।
संविधान दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित करते हुए पूर्व न्यायधीश अशोक कुमार भारद्वाज ने कहा कि राज व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए संविधान का निर्माण किया गया। यह भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जो सभी को विविधता में एकता की डोर में बांधे हुआ है। पूर्व न्यायधीश ने कहा कि हमारा संविधान किसानों के सम्मान व अधिकार को दर्शाता है, यह संविधान गरीबों के न्याय को दर्शाता है। इस न्यायपालिका से लोगों को काफी उम्मीदे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिला तो हमारा संविधान अधूरा है। सभी की गलतियां क्षम्य है लेकिन न्यायपालिका की गलतियां क्षम्य नहीं है इसलिए हम सभी को अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा।
कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि हमारा देश विविधताओं का देश है। हमारे संविधान ने सभी को एक साथ विविधता में एकता की डोर में बांधा हुआ है। जबतक यह धरती रहेगी तबतक हमारे देश का संविधान भी सुचारू रूप से चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने मौलिक कर्तव्यों पर ध्यान देने की जरूरत है। मौलिक कर्तव्यों के प्रति सचेत हुए तो मन की कुरीतियां अपने आप समाप्त हो जाएंगी। कुलपति ने कहा कि संविधान की मूल भावना के साथ जीवन जीया जाए तो इंसान कोई गलती नहीं कर सकता।
इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें विजय लक्ष्मी, अरूण आर्या, श्वेता त्रिपाठी, काम्या अवस्थी, सुयुक्ति मल्होत्रा, श्रेया मिश्रा, बालकृष्ण राय ने अपने-अपने भाषण प्रस्तुत किए। वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक के संयोजन में कार्यक्रम आयोजित हुआ। सामुदायिक महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. साधना सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया व कार्यक्रम का संचालन मौसम विभागाध्यक्ष डा. सीताराम मिश्रा ने किया।
Barabanki News: जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में संविधान दिवस पर यूथ सेमिनार का आयोजन
रिपोर्ट- सर्फराज वारसी
बाराबंकी जिले के जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आज संविधान दिवस के अवसर पर संस्थान के लिटरेरी क्लब द्वारा एक विशेष युथ सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों ने भारतीय संविधान के महत्व और उसके मूल सिद्धांतों पर विचार साझा किए।
बता दें कि कार्यक्रम का शुभारंभ अकादमिक हेड डॉ. ए.के. मिश्रा ने अपने उद्बोधन से किया। उन्होंने बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था, जो भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक मील का पत्थर है। हालांकि संविधान 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ, यह दिन हमें उसके महत्व और उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की याद दिलाता है।
वहीं रजिस्ट्रार डॉ. मसर्रत अली खान ने संविधान को किसी भी राष्ट्र का सर्वोच्च कानून बताते हुए कहा कि यह नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है। प्रॉक्टर डॉ. कलीम ने संविधान की प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे जैसे सिद्धांतों को स्थापित करता है, जो एक लोकतांत्रिक समाज के आधारभूत स्तंभ हैं।सेमिनार के दौरान विभिन्न विभागों के छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के समापन पर लिटरेरी क्लब के कोऑर्डिनेटर और इंग्लिश डिपार्टमेंट के हेड डॉ. सईद काज़िम मेहंदी ने सभी उपस्थित शिक्षकों और छात्रों का धन्यवाद ज्ञापित किया। संस्थान के इस प्रयास ने न केवल संविधान की मूलभूत शिक्षाओं को उजागर किया, बल्कि युवाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का संदेश भी दिया।
Meerut News: जिला जज रजत जैन बोले-भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में संविधान दिवस के उपलक्ष्य राज भवन उत्तर प्रदेश से प्रेरित विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भारतीय संविधान की शपथ ग्रहण और इसके महत्व पर आधारित चर्चा रही। विश्वविद्यालय के अटल सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, जिला जज रजत जैन, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, और छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े जिला जज रजत जैन ने कहा, "भारत का संविधान न केवल देश को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करता है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का अधिकार प्रदान करता है।" उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय संविधान उनके दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है, जिसे तैयार करने में करीब तीन साल का समय लगा। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, "संविधान दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह दिवस हमें अपने कर्तव्यों और अधिकारों की याद दिलाने का अवसर प्रदान करता है। भारतीय संविधान न केवल हमारे अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि यह हमें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की भी प्रेरणा देता है।" उन्होंने आगे कहा कि इस दिन को हमें संविधान के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लेना चाहिए।
संविधान दिवस के अवसर पर छात्रों के लिए भाषण, पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं में छात्रों ने संविधान की महत्ता और लोकतांत्रिक मूल्यों को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया। "भारतीय संविधान: एक मार्गदर्शक" विषय पर हुई भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी तार्किक और विचारशील प्रस्तुतियों से सभी को प्रभावित किया। साथ ही, "संविधान की सुंदरता" पर आधारित पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिताओं में भी छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में जिला जज रजत जैन ने ऑनलाइन माध्यम से सभी उपस्थितजनों को संविधान की शपथ दिलाई। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को दोहराते हुए नागरिकों से इसके आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
संविधान दिवस के इस आयोजन ने सभी प्रतिभागियों को भारतीय लोकतंत्र की नींव और इसकी उत्कृष्टता के प्रति जागरूक किया। विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के माध्यम से संविधान के प्रति सम्मान और निष्ठा प्रकट करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कुल सचिव धीरेंद्र कुमार वित्त अधिकारी रमेश चंद्र शोध निदेशक प्रोफेसर वीरपाल सिंह साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता समन्वयक प्रोफेसर केके शर्मा, प्रोफेसर बिंदु शर्मा, प्रोफेसर जमाल अहमद सिद्दीकी, प्रोफेसर अनिल मलिक, डॉक्टर प्रदीप चौधरी, डॉक्टर वैशाली पाटील, डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार, डॉक्टर विवेक त्यागी इंजीनियर प्रवीण पवार प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता इंजीनियर मनीष मिश्रा इंजीनियर विकास त्यागी इंजीनियर मनोज कुमार सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मचारी, विद्यार्थी मौजूद रहे।
Jhansi News: संविधान दिवस पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को संविधान पालन की दिलाई शपथ
रिपोर्ट- गौरव कुशवाहा
Jhansi News: उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट, इलाहाबाद के न्यायाधीश अनीश कुमार गुप्ता ने कहा कि भारतीय संविधान की आत्मा उसकी प्रवेशिका है। उसकी भी आत्मा स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व का भाव है। यह बात उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जगजीवन राम विधि संस्थान के तत्वावधान में संविधान दिवस पर गांधी सभागार में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में कही है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोग ही संप्रभु हैं इसी भावना के साथ संविधान की रचना की गई है। श्रीगुप्त ने विद्यार्थियों को संविधान को समझने के लिए डा भीमराव अम्बेडकर के भाषण को सुनने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हम सबको जाति व्यवस्था से बाहर निकलने के उपायों पर चिंतन करना होगा। तभी संविधान का पालन ठीक से किया जा सकेगा। पहले समाज में पलायन नहीं होता था। लोग जीविकोपार्जन के लिए अलग अलग व्यवसाय करते थे। उसी को जाति व्यवस्था का नाम दे दिया गया।
उन्होंने बताया कि देश में 25 हाईकोर्ट हैं। इनमें बड़ी संख्या में पद खाली हैं। उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट में ही न्यायाधीशों के पचास फीसदी पद खाली हैं। जिला न्यायालयों में भी बड़ी संख्या में पद खाली हैं। इस वजह से लोगों को समय से न्याय नहीं मिल पा रहा है। मगर सरकारों और न्याय पालिका के शीर्ष लोगों में इस तथ्य को लेकर बड़ी चिंता नहीं दिखती है। उन्होंने खाली पदों को भरने के लिए उचित व्यवस्था बनाए जाने पर जोर दिया।
उन्होंने झूठे मुकदमे दर्ज कराने की प्रवृत्ति में बढ़ोत्तरी होने पर भी चिंता जताई। उन्होंने कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय की गतिशीलता की भी सराहना की। उन्होंने यह कामना की कि बुंदेलखंड तेजी से विकास की ओर अग्रसर रहे। उन्होंने सभी को संविधान दिवस की बधाई दी। उन्होंने न्याय व्यवस्था को और मजबूत बनाने पर बल दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देश की व्यवस्थाओं को समुचित ढंग से चलाने के लिए संविधान की रचना की गई। उन्होंने कहा कि यदि किसी की दिनचर्या नियमित नहीं और लक्ष्य निर्धारित नहीं है तो जीवन में सफलता हासिल करना मुश्किल है। प्रो पाण्डेय ने उम्मीद जताई की कि देश के लोग संविधान का पालन करते हुए विकास की ओर तेजी से अग्रसर होंगे।
विशिष्ट अतिथि मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिदेशक डा शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बुंदेलखंड को नैक का ए प्लस प्लस ग्रेड दिलाने में कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय की भूमिका की पुरजोर सराहना।इस अवसर पर डीन एकेडेमिक्स प्रोफेसर एसपी सिंह, वित्त अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, मुख्य कुलानुशासक प्रो आरके सैनी, कला संकाय अधिष्ठाता प्रो मुन्ना तिवारी, प्रो एम एस खान, पत्रकारिता संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल, फार्मेसी विभाग के ऋषिकेश गुप्त, हरिशंकर यादव, डा विनोद कुमार, डा ऋतु शर्मा, डा महेंद्र कुमार, डा मंजू कौर, डा अभिषेक सिंह, डा संदीप वर्मा, अपर्णा अग्रवाल, डा आशुतोष द्विवेदी, अभिषेक शुक्ला, विजय साहू, धर्मेंद्र सिंह परिहार, वंशिका प्रेमानी, रवि प्रकाश श्रंगीऋषि, डा वीबी त्रिपाठी, डा ऋषि सक्सेना, डा संतोष पाण्डेय, ललित गुप्त, डा मुकुल पस्तोर,डा प्रकाश चंद्र,डा रश्मि सिंह,डा सुनील त्रिवेदी समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में विधि विभाग के तत्वावधान में आयोजित विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। संचालन डा अचला पाण्डेय ने किया।
Shravasti News: जिला जज की अध्यक्षता में मनाया गया संविधान दिवस, न्यायिक पदाधिकारियों और कर्मियों ने संविधान की प्रस्तावना का किया पाठन
रिपोर्ट- राधेश्याम मिश्र
Shravasti News: आज पुरे देश में संविधान दिवस मनाया जा रहा है।इसी कड़ी में श्रावस्ती सिविल कोर्ट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें न्यायिक पदाधिकारी और कर्मी शामिल हुए। जिला न्यायाधीश अध्यक्ष/जिला विधिक सेवा प्राधिकार अध्यक्ष राम मिलन सिंह की अध्यक्षता में दीवाली न्यायालय नई भवन में संविधान दिवस के अवसर पर सभी न्यायिक पदाधिकारीगण एवं कर्मचारीगण की उपस्थिति में संविधान की प्रस्तावना का पाठन कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश द्वारा संविधान की प्रवस्तावना का पाठ सभी न्यायिक पदाधिकारीगण
जनपद न्यायाधीश राम मिलन सिंह, अमित कुमार प्रजापति, अपर जनपद न्यायाधीश, अवनीश गौतम, विशेष न्यायाधीश, एससी/एसटी एक्ट , निर्दोष कुमार, अपर जनपद न्यायाधीश, पाक्सो अधिनियम, विश्वजीत सिंह, प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/सिविल जज प्रवर खण्ड/एसीजेएम, देवर्षि देव कुमार, सिविल जज अवर खण्ड एफटीसी व समस्त न्यायिक कर्मचारीगण उपस्थित रहे तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रावस्ती के पैरालीगल वॉलेंटियर्स सहित सभी न्यायिक पदाधिकारीगण उपस्थित रहे l
बता दें की आज पुरे देश में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। दो साल 11 माह और 18 दिन में आज के दिन ही 1949 में संविधान बनकर तैयार हुआ था। जिसे संविधान सभा ने राष्ट्र को समर्पित किया था। इसे पुरे देश में 26 जनवरी 1950 को पुरे में देश में लागू कर दिया गया था। 2015 के पहले इस दिन को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था। लेकिन संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 को पहली बार भारत सरकार द्वारा संविधान दिवस सम्पूर्ण भारत में मनाया गया।
जिला जज ने कहा कि लोकतंत्र भारत का सार संविधान से उत्पन्न होता है, जिसे सांसदों और नागरिकों दोनों द्वारा सम्मान दिया जाता है, जो हमें स्वतंत्रता, जीवन जीने की भावना, समानता और एक नागरिक द्वारा गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिए आवश्यक हर चीज प्रदान करने की क्षमता के लिए इसका विशेष महत्व है।26 नवंबर, 1949, वह ‘पवित्र‘ दिन था जब स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया और देश के कामकाज में इसके महत्व को बरकरार रखा।सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 26 नवंबर को ‘‘संविधान दिवस‘‘ के रूप में चिह्नित करने के भारत सरकार के फैसले को मान्यता दी। भारत का संविधान, देश का सर्वोच्च कानून, मौलिक राजनीतिक संहिता, संगठनात्मक संरचना, संचालन प्रक्रियाओं और सरकारी संस्थानों की जिम्मेदारियों के साथ-साथ मौलिक अधिकारों, मार्गदर्शक सिद्धांतों और नागरिकों के कर्तव्यों को परिभाषित करने के लिए रूपरेखा स्थापित करता है। यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित राष्ट्रीय संविधान है।भारतीय संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को संविधान को मंजूरी दी, और यह 26 जनवरी, 1950 को प्रभावी हुआ।
इसी क्रम में इस अवसर पर प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रभारी सचिव/सिविल जज प्रवर खण्ड/एसीजेएम, विश्वजीत सिंह द्वारा जिला कारागार बहराइच/श्रावस्ती में श्रावस्ती जिले के निरुद्ध बंदियों को 26 नवम्बर, 2024 को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में मौलिक कर्तव्य व संविधान दिवस के अन्तर्गत दायित्वों व अधिकारों के बारे में जागरुकता हेतु विशेष कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। इस अवसर जेल अधीक्षक जिला कारागार, बहराइच/श्रावस्ती राजेश यादव, डिप्टी जेलर, शेषनाथ यादव, देवकान्त वर्मा व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
इसी क्रम में जिला पंचायत रिसोर्स सेन्टर डीपीआरसी भिनगा, श्रावस्ती में मण्डल के नवनियुक्त ग्राम पंचायत अधिकारियों के चल रहे प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ संविधान दिवस के अवसर पर प्रभारी सचिव विश्वजीत सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित नवनियुक्त ग्राम पंचायत अधिकारियों को 26 नवम्बर, 2024 को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में मौलिक कर्तव्य व संविधान दिवस के अन्तर्गत दायित्वों व अधिकारों के बारे में जागरुक किया गया। जिस कम्र में वरिष्ठ फेकल्टी/प्रबंधक जिला पंचायत रिसोर्स सेन्टर, श्रावस्ती बृजेश कुमार पाण्डेय , वरिष्ठ अधिवक्ता राधेश्याम मिश्र व समस्त कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।
उक्त कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पैनल लॉयर/सदस्य मॉनिटरिंग अशोक कुमार शर्मा द्वारा किया गया।