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अखिलेश के गढ़ सैफई पहुंचे CM योगी, कहा- वैक्सीन का विरोध करने वाले अब खुद भी लगवा रहे हैं
CM Yogi Saifai Visit: आज सीएम योगी पूर्व सीएम अखिलेश यादव के गढ़ सैफई पहुंचे और यहां पर उन्होंने विपक्षियों पर हमला साधा।
Yogi Adityanath Saifai Visit: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus) की चेन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार (Yogi Adityanath Government) युद्धस्तर पर जुटी हुई है। खुद सीएम अलग-अलग जिलों में जाकर कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए की गई व्यवस्था आदि का जायजा ले रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री आज यानी शनिवार को इटावा पहुंचे।
इसके बाद सीएम योगी (CM Yogi) कार में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के गढ़ सैफई पहुंचे। यहां पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्षियों पर निशाना साधा और कहा कि पहले जो लोग कोरोना वैक्सीन का विरोध कर रहे थे, अब वे खुद भी टीका लगवा रहे हैं। अब वे लोग वैक्सीन के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वैक्सीन सभी को लगवानी चाहिए। यह सुरक्षाकवच है।
ऑक्सीजन प्लांट को देखने आए थे योगी
बता दें कि सैफई में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (Uttar Pradesh University of Medical Sciences) में नए बन रहे 1000 प्रति मिनट लीटर के ऑक्सीजन के प्लांट को देखने आए थे। इस ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण का कार्य 18 मई तक पूरा होना था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है, जिस पर सीएम ने नाराजगी जताई। साथ ही कड़ाई दिखाते हुए प्लांट के निर्माण को जल्द पूरा कराने को कहा।
इसके बाद उन्होंने कोरोना हॉस्पिटल और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक भी की, जिसमें उन्होंने सभी की सराहना की।
इन्हें मिलेगा भरण पोषण भत्ता
इसके अलावा सीएम योगी पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत मई और जून माह में हर जरूरतमंद हेतु नि:शुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था 20 मई से प्रारंभ कर दी गई है। साथ ही सरकार ने तय किया है कि हर जरूरतमंद को जिसमें श्रमिक, रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर, कुली, नाई, मोची जैसे वह लोग जो रोजाना कमाते हैं, उनको नि:शुल्क राशन के साथ भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भी जून के प्रथम सप्ताह से हर जरूरतमंद को नि:शुल्क खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा। इससे 15 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। पहले चरण में 03 महीने तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
तीसरी लहर को लेकर कार्यवाही प्रारंभ
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना की थर्ड वेव की आशंका को लेकर अभी से कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। हर मेडिकल कॉलेज को 100 बेड का PICU वॉर्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। हर जिला अस्पताल में 25 बेड के PICU वॉर्ड की स्थापना की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। थर्ड वेव आने से पहले हमारा प्रयास है की प्रदेश में 10 वर्ष से कम उम्र के जिनके बच्चे हैं, उनके माता-पिता को वैक्सीन से आच्छादित करने का कार्य कर सकें। इस तरह थर्ड वेव से पहले हर परिवार को एक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने का कार्य किया जा सकेगा।
सैफई पहुंचने वाले पहले गैर समाजवादी मुख्यमंत्री
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर एक इतिहास भी रच दिया है। दरअसल, वो ऐसे पहले गैर समाजवादी मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने सैफई का दौरा किया। समाजवादी पार्टी के गढ़ और मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई में पहले बार किसी गैर समाजवादी मुख्यमंत्री ने दौरा किया है।
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सैफई दौरे से ठीक पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अच्छे काम से प्रेरणा लेने से सुधार का मार्ग निकलता है। अगर भाजपा सरकार राजनीति छोड़कर सपा के समय बने कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ तथा झाँसी,जौनपुर,आज़मगढ़,सीतापुर,बदायूँ,सहारनपुर, लखीमपुर,अयोध्या में बने आधुनिक चिकित्सा केंद्रों को कारगर रूप से शुरू कर दे तो हज़ारों जीवन बच सकते हैं।
योगी और मोदी पर साधा निशाना
बता दें कि अखिलेश यादव अक्सर प्रदेश में जारी कोरोना माहमारी को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। वो सीएम योगी पर तंज कसने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को उन्होंने सीएम योगी के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने बिना नाम लिए योगी और मोदी पर निशाना साधा।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि देश और प्रदेश के प्रधान के बीच परस्पर प्रशंसा का जो आदान-प्रदान हो रहा है उसके बीच देश-प्रदेश की जनता पिस रही है। जितना समय एक-दूसरे की झूठी तारीफ़ में दिया जा रहा है, उतना अगर कोरोना के टीके, बेड, ऑक्सीजन की व्यवस्था में दिया जाए तो शायद कुछ और लोगों की जान बच जाए। निंदनीय!
दौरे पर भी की थी टिप्पणी
इससे पहले अखिलेश यादव ने कोरोना के हालात पर जमीन पर उतरकर निरीक्षण कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे पर निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना और ब्लैक फंगस की बीमारी से लोगों की रोज ही जानें जाने लगी है, इलाज की अव्यवस्थाएं बरकरार हैं, मरीजों की कहीं सुनवाई नहीं है, तब ऐसी अनियंत्रित अवस्था में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरों से कौन सा परिणाम आएगा?
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां जाते हैं अस्पतालों में मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर डॉक्टर-अधिकारी उनकी आवभगत में लग जाते हैं। आदेश-निर्देश से क्या हासिल होना है। नदी किनारे शवों का अंबार, मंडराते गिद्धों-चीलों के दृश्य राज्य सरकार को यह सब क्यों नहीं दिखता है?