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Corona In Meerut: मेरठ में कोरोना एक बार फिर डराने लगा है, आज मिले नौ मरीज
Corona In Meerut: उत्तर प्रदेश (uttar pradesh news) के मेरठ में कई महीने के बाद शनिवार को हुई कोरोना सैंपल (corona in meerut) की जांच में एक ही दिन में नौ मरीज पॉजिटिव मिले हैं।
Meerut News: उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) के मेरठ में कई महीने के बाद शनिवार को हुई कोरोना सैंपल (corona in meerut) की जांच में एक ही दिन में नौ मरीज पॉजिटिव मिले हैं। इतने ज्यादा संख्या में पॉजिटिव मरीज आने से स्वास्थ्य विभाग (health Department) में हड़कप मच गया है। अब विभाग इसी सप्ताह मॉकड्रिल कर कोरोना के इलाज और जांच को परखेगा।
जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.अखिलेश मोहन (District Chief Medical Officer Dr. Akhilesh Mohan) ने बताया कि जिले में शनिवार को 2855 कोरोना सैंपल की जांच की गई। इसमें कोरोना के नौ नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें नए केस सात हैं जबकि दो केस कोरोना मरीज के सम्पर्क में आने से हुए हैं।
मेरठ में कोरोना के 22 एक्टिव मरीज
अब जिले में कोरोना के 22 एक्टिव मरीज हैं, जिनका होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।इसके अलावा चार मरीजों ने कोरोना को हरा दिया है। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि नौ कोरोना के मरीज अब्दुल्लापुर,कसेरुबक्सर,कुंडा,रजबन,साबुन गोदाम और संजयनगर क्षेत्र के है। इन क्षेत्रों में सम्पर्क सैंपलिंग बढ़ाने के साथ निगरानी बढ़ा दी गई है।
6012 लोगों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
कोरोना से बचाव के लिए शनिवार को जिले में वैक्सीन केंद्रों पर 6012 लोगों ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई है। अब लोग कोरोना की वैक्सीन लेकर अपने को सुरक्षित करने में जुट गए है। इनका कहना है कि कोरोना का टीका ही कोरोना के संक्रमण से बचाव करेगा।
खास बात यह है कि कोरोना के मरीज सामने आने के बावजूद लोगों पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। महानगर के प्रमुख बाजारों, सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों, शॉपिंग मॉल आदि में लोग बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के उमड़ रहे हैं। प्रशासनिक और पुलिस के स्तर से भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख्ती नहीं बरती जा रही है, जबकि एनसीआर में मास्क अनिवार्य किया जा चुका है।
स्वास्थ्य महकमें के अनुसार कोरोना (Coronavirus News) हर बार अपनी प्रकृति को बदल रहा है। बेशक तीसरी लहर में जान का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन हमें लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। कोरोना से बचाव के लिए जारी दिशा निर्देशों का सभी को पालन करना चाहिए। चूंकि यह छुआछूत की बीमारी है। ऐसे में हमें केवल अपने बारे में नहीं, बल्कि अपनों के बारे में भी सोचना चाहिए।