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बाराबंकी के ऑक्सीजन प्लांट में लिक्विड गैस खत्म, कई जिलों में सप्लाई ठप

बाराबंकी (Barabanki) में लिक्विड ऑक्सीजन न मिलने से जिले के ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) बंद हो गए हैं।

Sarfaraz Warsi
Reporter Sarfaraz WarsiPublished By Dharmendra Singh
Published on: 24 April 2021 9:31 AM GMT
Oxygen Plant
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बाराबंकी में बंद पड़ा ऑक्सीजन प्लांट (फोटो: सोशल मीडिया)

बाराबंकी:बाराबंकी (Barabanki) में लिक्विड ऑक्सीजन न मिलने से जिले के ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) बंद हो गए हैं। बाराबंकी जिले का दूसरा ऑक्सीजन प्लांट भी अब तक लिक्विड ऑक्सीजन ना मिलने की वजह से बंद हो गया है। सारंग प्लांट के बाद बाराबंकी के जय साईं ऑक्सीजन प्लांट से भी ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई है। नियमित लिक्विड ऑक्सीजन ना मिलने के चलते यह प्लांट भी बंद हो गया है। जिसकी वजह से मरीजों को यहां से भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। इस प्लांट से बाराबंकी जिले के अलावा आसपास के कई जिलों में ऑक्सीजन की सप्लाई होती है। ऐसे में ऑक्सीजन ना मिलने से कोरोना मरीजों की जान आफत में पड़ गई है।

बाराबंकी जिले के रसौली में जय साईं ऑक्सीजन गैस प्लांट स्थित है। यह प्लांट अभी जल्द ही शुरू हुआ है। अभी तक यहां से रोजाना 500 से 600 ऑक्सीजन सिलेंडर रोजाना भरे जाते थे, लेकिन अब यहां लिक्विड खत्म होने के चलते कोविड हास्पिटलों के अलावा निजी चिकित्सालयों को भी आक्सीजन आपूर्ति नहीं हो पा रही। इस प्लांट से बाराबंकी जिले के अलावा दूसरे आसपास के कई जिलों में भी ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी और वहां के चिकित्सालयों के सिलिंडर भरे जाते थे। लेकिन अब लिक्विड खत्म होने से यह प्लांट ठप हो गा है, जिससे जिले के साथ-साथ आसपास के जनपदों के कोरोना मरीजों के परिजनों में भी हाहाकार मच गया है।
प्लांट मैनेजर अभिषेक नाग ने बताया कि लिक्विड खत्म हो गया है। जब तक लिक्विड नहीं मिलेगा, तब तक प्लांट से दोबारा ऑक्सीजन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू नहीं हो पाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक रोजाना 500 से 600 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल हो जाते थे, लेकिन अब यहां काम बिल्कुल बंद है और हम किसी को ऑक्सीजन नहीं दे पा रहे हैं।
वहीं प्लांट पर ऑक्सीजन लेने पहुंचे मरीजों के परिजनों का कहना है कि प्लांट में गैस खत्म होने के चलते उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। परिजनों का कहना है कि वह कई घंटों से यहां खड़े हैं, लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिलने से उनके मरीजों की हालत बिगड़ती जा रही है।


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