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कोरोना से योगी की जंग, ट्रेस-ट्रैक-टेस्‍ट-ट्रीटमेंट से घटाए 10 दिन में 95 हजार मरीज

सरकार की नई रणनीति कोरोना मरीजों को ट्रेस, ट्रैक, टेस्‍ट और ट्रीटमेंट देने की है। इस के तहत UP के 97 हजार गांवों में सरकार के स्‍वयंसेवक पहुंच चुके हैं।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Shreya
Published on: 11 May 2021 5:49 PM GMT
कोरोना से योगी की जंग, ट्रेस-ट्रैक-टेस्‍ट-ट्रीटमेंट से घटाए 10 दिन में 95 हजार मरीज
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लखनऊ: कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus) से मुक्‍त होने के बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने महामारी के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। बीते दस दिन में प्रदेश के कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्‍या में बड़ी कमी देखने को मिली है। सरकार ने ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrator) से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्‍शन (Remdesivir injection) तक अस्‍पतालों में पहुंचा दिए हैं। सरकार की ट्रेस, ट्रैक, टेस्‍ट और ट्रीटमेंट पॉलिसी की तारीफ अब विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) भी कर रहा है। प्रदेश के 97 हजार गांवों में निगरानी टीम घर-घर जाकर कोरोना मेडिकल किट मुहैया करा रही है।

बीते महीने मुख्‍यमंत्री के कोरोना संक्रमित होने के बाद प्रदेश में महामारी ने जो कहर ढाया था, उसकी जड़ पर निर्णायक प्रहार हो चुका है। पिछले दस दिनों में ही कोरोना का वायरस कमजोर पड़ने लगा है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की टीम नाइन ने रणनीतिक बदलाव करते हुए हालात बदलने शुरू कर दिए हैं। दस दिन पहले जिस उत्‍तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित सक्रिय रोगियों की तादाद तीन लाख 10783 थी वह अब कमजोर पड़कर दो लाख 16057 हो चुकी है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अपने अयोध्‍या दौरे पर भी यह जानकारी दी है।

कोविड जांच कराता युवक (फोटो- न्यूजट्रैक)

ये है सरकार की नई रणनीति

सरकार की नई रणनीति कोरोना रोगियों को ट्रेस, ट्रैक, टेस्‍ट और ट्रीटमेंट देने की है। इस रणनीति के तहत प्रदेश के 97 हजार गांवों में सरकार के स्‍वयंसेवक पहुंच चुके हैं। गांव में घर-घर जाकर यह टीम लोगों में कोरोना बीमारी के लक्षण जानने की कोशिश कर रही है। जिनमें भी लक्षण पाए जाते हैं उनकी जांच कराई जाती है। कोविड पॉजिटिव होने पर टीम के सदस्‍य उन्‍हें तत्‍काल कोरोना मेडिकल किट (Corona Medical Kit) मुहैया कराते हैं। संभावित लक्षण वाले लोगों को भी यह किट दी जा रही है। इससे गांवों को कोरोना की चपेट में आने से बचाया जा रहा है।

मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर गांवों में कोरोना किट बांट रही टीम की जानकारी स्‍थानीय सांसद व विधायक को जिलाधिकारी के माध्‍यम से दी जा रही है। जिससे वह टीम के कामकाज की निगरानी कर सकें और जरूरत मंद लोगों को दवा दिला सकें।

कोरोना से लड़ने के लिए प्रदेश के सभी विभाग आपसी समन्‍वय से काम कर रहे हैं। इसका परिणाम है कि प्रदेश में अब तक 13 लाख 13 हजार लोग कोरोना की जंग जीत चुके हैं। बीते 24 घंटे के दौरान 20463 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि ठीक होने वालों की तादाद 29358 है। इस दौरान दो लाख 33705 लोगों का कोरोना टेस्‍ट हुआ है जिसमें एक लाख दस हजार टेस्‍ट आरटीपीसीआर हैं। देश में अब तक सबसे ज्‍यादा कोरोना टेस्‍ट चार करोड़ 34 लाख चार हजार 184 भी यूपी में ही कराए गए हैं।

जिलों में बाल चिकित्‍सा आईसीयू तैयार

कोरोना की तीसरी लहर में बच्‍चों पर खतरे की आशंका को देखते हुए मुख्‍यमंत्री ने स्‍वास्‍थ्‍य का आधारभूत ढांचा मजबूत करने पर जोर दिया है। इसके तहत सभी जिलों में 10 से 15 बेड के आईसीयू तैयार किए गए हैं जबकि मेडिकल कॉलेज में 25 से 30 बेड वाले आईसीयू तैयार हैं। सभी मंडल मुख्‍यालयों पर 100 बेड के बाल रोग चिकित्‍सा आईसीयू तैयार किए गए हैं। इनमें सभी आवश्‍यक उपकरण और स्‍टॉफ की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश भी मुख्‍यमंत्री ने दिए हैं।

वेंटीलेटर व ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर

मुख्‍यमंत्री ने सभी जिलों में वेंटीलेटर व ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर की उपलब्‍धता सुनिश्‍चत कराने का निर्देश दिया है। इसके तहत सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को जिम्‍मेदार बनाया गया है। जिन जिलों में वेंटीलेटर और ऑक्‍सीजन कंसेंट्रेटर चालू हालत में नहीं पाए जाएंगे उनके डीएम व सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी जिलों के सरकारी अस्‍पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित रोगियों को आवश्‍यकता के अनुसार रेम‍डेसिविर इंजेक्‍शन मुफ्त दिया जाएगा। ऐसी ही व्‍यवस्‍था डीएम व सीएमओ की संस्‍तुति पर निजी अस्‍पतालों के लिए भी की गई है।

वैक्सीनेशन करवाती युवती (फोटो- न्यूजट्रैक)

टीकाकरण पर जोर

सरकार ने प्रदेश के हर नागरिक को कोरोना वैक्‍सीन देने का फैसला किया है। टीकाकरण अभियान में भी प्रदेश अग्रिम पंक्ति के राज्‍यों में शुमार है। अब तक एक करोड़ 3908152 लोगों को टीका दिया जा चुका है जबकि 18 जिलों में 18 से 44 साल उम्र के लोगों को भी टीका देने की शुरुआत की गई है। स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए मेडिकल कॉलेज के इंटर्न व सेवानिवृत्‍त लोगों को जोड़ा गया है। इन सभी को अतिरिक्‍त मानदेय भी दिया जा रहा है।

24 घंटे में 1011 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन बांटी

सरकार ने ऑक्‍सीजन की घोर किल्‍लत को देखते हुए जो प्रबंध किए उनका असर दिखने लगा है। बीते 24 घंटे में 1011 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन का वितरण किया गया है जबकि आठ टैंकर वाली जीवन रक्षक ट्रेन ऑक्‍सीजन लेकर यूपी पहुंच रही है। सभी जिलों में ऑक्‍सीजन प्‍लांट लगाए जा रहे हैं। क्रायोजनिक टैंकर के लिए ग्‍लोबल टेंडर किए गए हैं जिससे आने वाले दिनों में ऑक्‍सीजन की उपलब्‍धता में कमी न होने पाए। सांसद व‍ विधायक निधि से भी आॅक्‍सीजन प्‍लांट लगाने की छूट दी गई है। इसका असर आने वाले दिनों में दिखने लगेगा।

बीते दिनों में मुख्‍यमंत्री की टीम नाइन की मीटिंग और सघन दौरों ने माहौल में बदलाव शुरू कर दिया है। इसका असर मरीजों की घटती तादाद में देखने को मिल रहा है। सरकारी अधिकारियों की मानें तो कोरोना की चेन को तोड़ने में कामयाबी मिलती दिखाई दे रही है। लॉकडाउन और मरीजों की ट्रेसिंग, टे‍स्टिंग, ट्रैकिंग, और ट्रीटमेंट की रणनीति अपना असर दिखा रही है। अभी विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इसे सराहा लेकिन कुछ दिनों में ही कोरोना की जंग जीत लेंगे तो पूरी दुनिया योगी सरकार के मॉडल की वाहवाही के लिए मजबूर हो जाएगी।

Shreya

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