गाजियाबाद: कोरोना की तीसरी लहर के लिए प्रशासन अलर्ट, ये Hospital बनेगा बच्चों का अस्पताल

गाजियाबाद के एनएच 24 पर स्थित राम सरन गर्ग इंडो जर्मन अस्पताल में जिले का पहला बच्चों के लिए अस्पताल बनने जा रहा है।

Bobby Goswami
Reporter Bobby GoswamiPublished By Ashiki
Published on: 24 May 2021 2:09 PM GMT
Ghaziabad District Officer Ajay Shankar Pandey inspected the hospital
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गाजियाबाद के जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने किया अस्पताल का निरीक्षण (Photo-Social Media)

गाजियाबाद: कोरोना संक्रमण के चलते जनपद में बनाए गए कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के चलते बच्चों को सुरक्षित रखने और बच्चों के इलाज के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इसी को देखते हुए गाजियाबाद के एनएच 24 पर स्थित राम सरन गर्ग इंडो जर्मन अस्पताल में जिले का पहला बच्चों के लिए अस्पताल बनने जा रहा है। इस अस्पताल में बच्चों के उपचार के लिए 60 बेड, एक वेंटिलेटर आईसीयू वार्ड सहित सभी महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध रहेगी और जल्दी ही यहां ऑक्सीजन प्लांट भी बनाया जाएगा।

अस्पताल जिले का पहला बच्चों का अस्पताल होगा जहां बच्चों के इलाज के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे, जिसके लिए प्रशासन द्वारा कुशल डॉक्टरों की सूची तैयार कराई जा रही है। इसके साथ ही अस्पताल में डॉक्टर के साथ साथ आईसीयू वार्ड में एनी थी सिया के डॉक्टर की उपलब्ध रहेंगे अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बच्चों के लिए प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ पैरामेडिकल स्टाफ रखा जाएगा तथा अस्पताल में मुख्य रूप से बच्चों के सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहेंगी।


अस्पताल में डेडीकेटेड स्टाफ नर्स रखी जाएंगी जो बच्चों की देखरेख करने में सक्षम होंगे अस्पताल में वेंटिलेटर टेक्नीशियन तथा पुलमोनोलॉजिस्ट डॉक्टर भी उपचार के लिए उपलब्ध रहेंगे इसके साथ ही उपचार के दौरान यहां परिजनों को बच्चों के उपचार की यथास्थिति के बारे में दिन में कम से कम तीन से चार बार उन्हें अपडेट मिलती रहेगी इस अस्पताल की सबसे खास बात यह होगी कि यहां के डॉक्टर वर्चुअल आईसीयू के माध्यम से देश के शीर्ष संस्थानों के चिकित्सकों के साथ जुड़ेंगे यह अस्पताल सीसीटीवी कैमरों से युक्त होगा जिला प्रशासन में जनपद के सभी प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधकों को अपने-अपने अस्पतालों में कम से कम 10 10 बैड बच्चों के उपचार के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं।

इसी के क्रम में आज जिलाधिकारी शंकर पांडे ने NH24 स्थित राम शरण गर्ग indo-german अस्पताल का निरीक्षण किया तथा अस्पताल में उपलब्ध बेड आईसीयू वार्ड इत्यादि व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उपरोक्त समस्त कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं।

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