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गाजियाबाद पुलिस ने दो ठगों को किया गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार

गाजियाबाद में पकड़े गए हैं दो फ़र्ज़ी लोकपाल। साइबर सेल ने नवीन और पुनीत नाम के दोनो नटवरलालों को गिरफ्तार किया है

Bobby Goswami
Report Bobby GoswamiPublished By Ashiki
Published on: 10 April 2021 4:37 PM GMT
गाजियाबाद पुलिस ने दो ठगों को किया गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार
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फोटो- सोशल मीडिया 

गाज़ियाबाद: अगर आपके साथ कभी भी कोई ठगी की वारदात हुई है, तो आपको और ज्यादा सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि देश की राजधानी दिल्ली से लेकर मुंबई तक एक ऐसे ठगों का गैंग काम कर रहा है, जो ठगी का शिकार हुए लोगों को दोबारा ठग लेता है। यकीन नहीं होता,तो यह रिपोर्ट पढ़िए।

दोबारा बनाते थे ठगी का शिकार

यूपी के गाजियाबाद में पकड़े गए हैं दो फ़र्ज़ी लोकपाल। साइबर सेल ने नवीन और पुनीत नाम के दोनो नटवरलालों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों फर्जी लोकपाल बनकर उन लोगों को ठगी शिकार बनाते थे, जिनके साथ पहले भी हो चुकी होती थी। ऐसे पीड़ितों को ये फोन करके इंसाफ दिलाने का झांसा देते थे।खुद को लोकपाल या सीनियर सरकारी अधिकारी बताकर ये दोनों, ठगी के पीड़ितों को फोन करके उन्हें इंसाफ दिलाने का झांसा देते थे। इंसाफ दिलाने के एवज में उनसे झांसा देकर मोटी रकम वसूली जाती थी।

आरोपियों के पास पीड़ितों की पूरी जानकारी होती थी।मसलन इन्हें पता होता था कि पीड़ित से कब और कितने रुपए की ठगी हुई है। यहां तक कि आरोपियों को यह भी पता होता था,कि अभी तक मामले में पुलिस खाली हाथ है। इसी बात का आरोपी फायदा उठाते थे।पीड़ित को पूरी तरह से अपने जाल में फंसाने के लिए यह उसे कुछ पुराने रिकॉर्ड भी भेजते थे।जिसमें पीड़ित को आश्वस्त किया जाता था,कि पहले भी आरोपियों की मदद से ठगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पीड़ित इसी वजह से झांसे में आ जाता था,और उसे पता भी नहीं चलता था कि वह दोबारा से ठगी का शिकार हो गया है।

देश की राजधानी से आर्थिक राजधानी तक फैला है जाल

अब तक दर्जनों लोगों से लाखों रुपए की ठगी अंजाम देने वाले ये दोनों आरोपी पुलिस के शिकंजे में है। पुलिस का कहना है कि इनका नेटवर्क देश की राजधानी से आर्थिक राजधानी मुंबई तक फैला हुआ है। मुंबई में भी इन पर मुकदमे दर्ज है। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी मुंबई पुलिस को भी दे दी गई है।

पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि इन्हें ठगी का शिकार हुए पीड़ितों की डिटेल्स कहां से मिलती थी। दोनों आरोपियों के बारे में पता चला है कि पहले वह कहीं नौकरी किया करते थे,लेकिन बाद में जल्दी अमीर बनने के लालच में उन्होंने ठगी का यह अनोखा रास्ता चुना।हैरत की बात यह है कि ठगी का शिकार हो चुके लोगों को दोबारा ठगने के गोरखधंधे का यह पहला मामला सामने आया है।

Ashiki

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