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HC का फैसलाः अखलाक के भाई को छोड़कर परिवार की गिरफ्तारी पर लगाई रोक

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Published on: 26 Aug 2016 6:34 AM GMT
HC का फैसलाः अखलाक के भाई को छोड़कर परिवार की गिरफ्तारी पर लगाई रोक
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इलाहाबाद: हाईकोर्ट ने दादरी कांड में मारे गए अखलाक के परिजनों में उसके भाई जान मोहम्‍मद को छोड़कर अन्‍य सदस्‍यों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को जस्टिस रमेश सिन्हा की अध्यक्षता वाली दो जजों की पीठ ने गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए यूपी सरकार से जवाब मांगा है।

-यह आदेश न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा तथा न्यायमूर्ति पी­सी ­त्रिपाठी की बेंच ने जान मोहम्मद व परिवार के अन्य सदस्यों की याचिका को निस्तारित करते हुए दिया है।

-कोर्ट ने अखलाक की मां असगरी, पत्नी इकराम, बेटा दानिश व बेटी शाइस्ता तथा सोना की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।

-सभी के खिलाफ जारचा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

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-सीजेएम कोर्ट गौतमबुद्धनगर ने सूूरजपाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए 7 जुलाई की शाम को आदेश दिया था।

-साथ ही जारचा थाने को आदेश दिए थे कि वह अखलाक के परिवार के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज करे।

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11 को बहस हुई थी पूरी

-रिपोर्ट दर्ज करने की मांग कर रहे ग्रामीणों की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई हुई।

-बहस के दौरान दोनों पक्ष के अधिवक्ताओं ने अपना-अपना पक्ष रखा।

-कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

-14 जुलाई को गोहत्या की रिपोर्ट दर्ज करने के संबंध में कोर्ट अपना फैसला सुना दिया।

-इसमें अखलाक, असगरी, इमरान की पत्नी, इमरान, दानिश, शाइस्तिा व एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश जारी किए गए है।

-यह जानकारी ग्रामीणों के अधिवक्ता राजीव त्यागी ने दी।

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क्या था मामला ?

-बिसाहड़ में प्रतिबंधित पशु की हत्या कर उसका मांस रखने के आरोप में आक्रोशित भीड़ ने अखलाक और उसके बेटे को बुरी तरह पीटा था।

-इस घटना में अखलाक की मौके पर ही मौत हो गई थी।

-घटना के एक दिन बाद ही सियासी पारा चढ़ा और केंद्रीय मंत्री के अलावा तमान दलों का बिसाहड़ा अखाड़ा बनता गया।

-पुलिस ने 19 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइनल कर कोर्ट में दाखिल की थी।

क्यों हुई थी अखलाक की हत्या?

-बकरीद के एक दिन पहले बिसहड़ा गांव में एक बछड़ा चोरी हो गया था।

-28 सितंबर की रात अखलाक को एक प्लास्टिक बैग लिए घर से निकलते देखा गया।

-अखलाक ने इसे कचरे में डाल दिया। वहां मौजूद एक बच्चे ने यह बात लोगों को बता दी।

-कथित रूप से इसका एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया।

-इसके बाद कुछ लोग अखलाक के घर पहुंचे और उससे मारपीट की। मारपीट में अखलाक की मौत हो गई।

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