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शिक्षक भर्ती व पशुपालन विभाग में घोटाले की जांच की मांग, कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन

जिला कांग्रेस कमेटी भगवानदास कोरी एवं शहर कांग्रेस कमेटी के अरविंद वशिष्ठ के संयुक्त नेतृत्व में आज राज्यपाल उ.प्र. को संबोधित जिलाधिकारी को 69,000 शिक्षक भर्ती एवं पशुपालन विभाग के घोटाले को लेकर ज्ञापन भेंट किया।

Roshni Khan
Published on: 23 Jun 2020 6:13 AM GMT
शिक्षक भर्ती व पशुपालन विभाग में घोटाले की जांच की मांग, कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन
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झांसी (यूपी): जिला कांग्रेस कमेटी भगवानदास कोरी एवं शहर कांग्रेस कमेटी के अरविंद वशिष्ठ के संयुक्त नेतृत्व में आज राज्यपाल उ.प्र. को संबोधित जिलाधिकारी को 69,000 शिक्षक भर्ती एवं पशुपालन विभाग के घोटाले को लेकर ज्ञापन भेंट किया। उत्तरप्रदेश के युवाओं मद फैल रहे आक्रोश को लेकर उ.प्र. कांग्रेस कमेटी ने युवा शिक्षकों 69,000 भर्ती घोटाले/किसान पशुपालन विभाग के घोटाले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को अशस्वत किया कि उक्त घटालों की हम उच्च स्तरीय जांच करवा का आम जन मो न्याय दिलवाये।

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जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी झांसी ने बताया कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार/घोटालो की खबरें आ रहीं है। युवाओं की बढ़ती बेरोजगार के बाबजूद शिक्षक भर्ती के 69,000 हजार पद घोटाले की भेंट चढ़ गये है। उत्तर प्रदेश की भाजपा की नाक के नीचे कई सारी भर्तियां लटकी हुई हैं। लाखों युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर परीक्षा देते है और नौकरी लगने का इंतजार करते हैं। लेकिन सरकार व भ्रष्ट व्यवस्था के चलते ज्यादातर भर्तियां या तो कोर्ट में लटक जाती हैं, या भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं।

हाल ही में 69,000 शिक्षक भर्ती और पशुपालन विभाग में ब्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ। भ्रष्टाचार में कई सारे भाजपा नेताओं के नाम सामने आया। सरकार के मंत्रियों के प्रतिनिधियो अधिकारियों नेताओं को बचा रही हैं। यही लोग बार-बार भर्तियों में घोटाले को अंजाम देते हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश की तमाम भर्तियों को सरकार ने लटका कर रखा हैं।

कांग्रेस की यह है मांग

घोटाले में लिप्त विभाग के मंत्रियों को तत्काल बर्खास्त किया जाय ताकि जांच प्रभावित ना हो सके, घोटालों में लिप्त विभाग के मंत्रियों के प्रतिनिधियो की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चत की जाय, पूरे प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करवाई जाय जिससे जनता के सामने (पारदर्षिता)के साथ सच सामने लाया जाये, 69000 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में ना सिर्फ बड़े पैमाने पर धांधली हुई बल्कि चयन प्रक्रिया में भी आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ ना-इंसाफी है, यह संविधान के द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उलंघन हैं। इसको सुरक्षित रखने की गारंटी हो, प्रदेश में हुए अन्य घोटाले जैसे कि पी.डी.एस. जूता-मोजा ,DHLF आदि घोटाला की भी न्यायिक जांच की मांग की जाए।

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ज्ञापन देने वालों में यह रहे शामिल

ज्ञापन देने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ,पूर्व विधायक ब्रजेन्द्र व्यास डम डम महाराज,राजेन्द्र शर्मा, डॉ सुनील तिवारी, योगेन्द्र सिंह पारीछा, मनीराम कुशवाहा, विवेक बाजपेई, गिरजाशंकर राय, चन्द्र शेखर वर्मा ,अमित गुप्ता,छक्की लाल रतमेले, मुकुट बिहारी मिश्रा, विजित कपूर, राजकुमार यादव, कुलदीप सिंह आदि रहे।

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