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नकवी का आरती व जलाभिषेक करना सियासी ढोंग : उलेमा

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा महाशिव रात्रि के अवसर पर मंत्रोंच्चारण के बीच भगवान शंकर का जलाभिषेक और आरती को देवबंदी उलेमा ने सियासी ढोंग करार दिया है। हालांकि उलेमा ने दो टूक कहा कि अल्लाह के अलावा किसी और की पूजा करना शिर्क व नाजायज है। इसलिए उन्हें अपने इस अमल के लिए तौबा कर लेनी चाहिए। रामपुर स्टेट के बागेश्वर मंदिर में वैदिक मंत्रो के सा

Anoop Ojha
Published on: 12 Feb 2018 1:18 PM GMT
नकवी का आरती व जलाभिषेक करना सियासी ढोंग : उलेमा
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ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट

सहारनपुर: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा महाशिव रात्रि के अवसर पर मंत्रोंच्चारण के बीच भगवान शंकर का जलाभिषेक और आरती को देवबंदी उलेमा ने सियासी ढोंग करार दिया है। हालांकि उलेमा ने दो टूक कहा कि अल्लाह के अलावा किसी और की पूजा करना शिर्क व नाजायज है।इसलिए उन्हें अपने इस अमल के लिए तौबा कर लेनी चाहिए।

रामपुर स्टेट के बागेश्वर मंदिर में वैदिक मंत्रो के साथ भगवान शंकर की आरती और जलाभिषेक करने की केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की वीडियो के बारे में पूछे जाने पर उलेमा ने इसे सियासी क्रिया बताया।

सोमवार को देवबंदी उलेमा ने कहा कि दूसरें मजहब के अरकान अदा करना किसी भी मजहब वाले के लिए ठीक नहीं है। हालांकि मुल्क में हर तहजीब और मजहब का सम्मान करना देश के नागरिकों का फर्ज है लेकिन अपनी मजहबी शिक्षाओं से हटते हुए दूसरे धर्म की क्रियाओं को अपनाना सरासर गलत व नाजायज है।

फतवा आॅन लाइन के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारुकी ने कहा कि दूसरें मजहब का सम्मान जताने के लिए अपने मजहब के अकीदे के खिलाफ जाकर पूजा पाठ करना गलत है। उन्होंने कहा कि नकवी जैसे लोग इस तरह का ढोंग कर सियासी खेल खेलते हैं।

दारुल उलूम अशरफिया के मोहतमिम सालिम अशरफ कासमी ने पैगंबर मोहम्मद के हवाले से कहा कि अगर कोई दूसरी कौम के मजहब की परमपराओं को निभाएगा वह उसका शुमार उसी कौम में किया जाएगा। उन्होंने नकवी को इस क्रिया के लिए अल्लात से तौबा करने की भी नसीहत दी।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

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