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Deoria Murder Case: देवरिया में हुए नरसंहार के बाद मृतक की बेटी ने कहा आरोपियों का हो एनकाउंटर और घरों पर चले बुलडोजर
Deoria News: 2 अक्टूबर को रुद्रपुर के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद में एक पूर्व जिलापंचायत सदस्य की हत्या के बाद आरोपियों ने एक ही परिवार के पांच को की हत्या कर दी ।
Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में बीते दिनों हुए हत्यकांड में 16 आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया। हत्याकांड में मृतक सत्यप्रकाश दुबे की एक मात्र जीवित बची पुत्री शोभिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आरोपियों के एनकाउंटर या फांसी की सजा के मांग की तथा सुविधा ने कहा कि आरोपियों के घर पर चले बुलडोजर।
गौरतलब हो कि बीते 2 अक्टूबर को रुद्रपुर के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद में एक पूर्व जिलापंचायत सदस्य की हत्या के बाद आरोपियों ने एक ही परिवार के पांच को की हत्या कर दी । जिसमें जिंदा बची पुत्री शोभित के तहरीर पर पुलिस ने 28 नामजद तथा 50 अज्ञात पर गंभीर धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज 16 लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तथा अन्य आरोपियों को पकड़ने के पुलिस ने चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। इधर प्रशासन ने अबैध कब्जे को लेकर हत्यारोपियों के गांव में उनके घरों,खेतो तथा अन्य जमीनों की नापी कराई गई ।इसके बाद से कयास लगाए जा रहे है कि जल्द ही प्रशासन हात्यारोपियो के घरों पर बुलडोजर की कार्यवाही कर सकता है।
शलभमणि त्रिपाठी ने की आरोपियों के अवैध कब्जे की जांच की मांग
2 अक्टूबर को रुद्रपुर में हुए जघन्य हत्याकांड के बाद देवरिया सदर विधानसभा के भाजपा विधायक सलामत त्रिपाठी ने हत्याकांड पर आरोपियों के घर की नवी की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि उनके द्वारा अवैध कब्जा किया गया है। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया बीते 3 अक्टूबर को करीब 10 घंटा हत्या रूपों के घरों की खेतों की और जमीनों के नाप जोक हुई इसके बाद सही क्लास लगाया जा रहा है कि जल्द ही हत्या आरोपियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है।
गौरतलब है कि मृतक सत्य प्रकाश दुबे के परिवार के पांच लोगों की हत्या हो गई थी जिसके पीछे का कारण उनके भाई ज्ञान प्रकाश दुबे के हिस्से की 10 बीघा जमीन बताई जा रही है जो इस गांव के प्रेमचंद यादव द्वारा 2014 में प्रमाण पत्र बनवाने के आड़ में बैनामा करवा लिया गया था मृतक सत्य प्रकाश दुबे के जिंदा बच्ची बेटी शोभित ने आरोप लगाया कि 2014 में प्रेमचंद यादव की मप ग्राम प्रधान थी और हमारे चाचा उनसे प्रमाण पत्र बनवाने गए थे जिनको अपहरण कर जबरन उनके हिस्से की जमीन बैनामा करवा लिया गया इधर करीब 3 महीने से ज्ञानचंद दुबे का पता नहीं चल रहा है शोभिता ने बताया कि 2014 से हमारे चाचा उसके घर रहते थे।तथा 4 अक्टूबर को मामले की दीवानी न्यायालय में सुनवाई थी।गांव में ज्ञानप्रकाश दुबे की करीब 3 माह से गायब होने की चर्चा जिसके गुमशुदगी की जांच की की गई।लोगो ने ज्ञानप्रकाश दुबे की हत्या की आशंका जताई है।