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KGMU में प्रति कुलपति की तैनाती को राज्यपाल की मंजूरी,जल्द होगी मदर मिल्क बैंक की स्थापना
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राज्य विधान मण्डल द्वारा पारित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2018 को अपनी अनुमति प्रदान कर दी है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राज्य विधान मण्डल द्वारा पारित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2018 को अपनी अनुमति प्रदान कर दी है।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2018 द्वारा पूर्व में अधिनियमित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश अधिनियम 2002 की कतिपय धाराओं में संशोधन किया गया है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के समान अपर आचार्य और प्रति-कुलपति के पदों के सृजन करने के साथ विश्वविद्यालय में अतिरिक्त संकायों के सृजन हेतु विनिश्चय किया गया है।
केजीएमयू में जल्द होगी मदर मिल्क बैंक की स्थापना
लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में
उत्तर प्रदेश के पहले मदर मिल्क बैंक की स्थापना जल्द होगी। इस संबंध में सम्पूर्ण स्तनपान प्रबंधन केन्द्र की ओर से सोमवार को प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन केजीएमयू के कलाम सेंटर में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भटट् ने किया।
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इस मौके पर केजीएमयू में मिल्क बैंक की स्थापना किए जाने की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह माताओं एवं बच्चों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह सम्मलित प्रयास से पूर्ण होने वाला कार्य है। इसके साथ ही उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि इस कार्य को अतिशीघ्र पूरा किए जाने को लेकर जो भी बाधाएं आएंगी उन्हें हल किया जाएगा एवं इसके आरम्भ होने के बाद इसको विश्वस्तरीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
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बाल विभाग की डा. शालिनी त्रिपाठी ने बताया कि फिलहाल देश में 60 मिल्क बैंक हैं, लेकिन प्रदेश का यह पहला मिल्क बैंक होगा। इसकी वित्तीय सहायता भारत सरकार, नेशनल हेल्थ मिशन के द्वारा प्रदान की जा रही है। इसके द्वारा सभी माताओं को पूर्ण रूप से स्तनपान कराने के लिए सहायता की जाएगी तथा जिन बीमार तथा जरूरतमंद शिशुओं को किसी कारणवश मां का दूध नहीं मिल पाता है उन्हें मां का दूध इस मिल्क बैंक के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
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माइक्रोबायलाजी विभाग की डा. शीतल वर्मा ने बताया कि प्रदेश के इस प्रथम मिल्क बैंक के लिए 13 लेक्टेशन काउंसलर, सीएलएमसी मैनेजर, टेक्नीशियन को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि सीएलएमसी चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्राॅमा सेंटर के पंचम तल पर स्थापित किया जाएगा तथा इसका ब्रेस्ट फीडिंग एंड क्लेकशन सेंटर क्वीनमेरी अस्पताल में स्थापित किया जा रहा है। इससे लगभग एक वर्ष में 15-20 हजार माताओं को स्तनपान कराने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर डा. रूचिका सचदेवा, डा. प्रवीन, डा. आयशा खान, डा. शालिनी त्रिपाठी, स्त्री एवं प्रसूति विभाग की विभागाध्यक्ष डा. विनीता दास, माइक्रोबायलाजी विभाग की डा. अमिता जैन उपस्थित थी।