TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

DCM ब्रजेश ने शुरू की 'स्वास्थ्य आपका संकल्प सरकार का' अभियान: अस्पतालों में भर्ती मरीजों से लेंगे हाल, रोजाना 5 जिलों में करेंगे फ़ोन

DCM ब्रजेश ने शुरू की 'स्वास्थ्य आपका संकल्प सरकार का' अभियान: अब डिप्टी सीएम मरीजों से खुद मुखातिब होंगे। उनसे फोन पर इलाज का फीड बैक लेंगे।

Shashwat Mishra
Published on: 22 Jun 2022 4:51 PM IST
Deputy CM Brajesh Pathak started
X

 डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक: Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack

Lucknow: स्वास्थ्य सेवाओं की और बेहतरी के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने अहम कदम उठाया है। अब डिप्टी सीएम मरीजों से खुद मुखातिब होंगे। उनसे फोन पर इलाज का फीड बैक लेंगे। शिकायत मिलने पर आवश्यक सुधार भी करेंगे। यूपी में पहली बार मरीजों से फीड बैक लेने की अनूठी पहल की शुरुआत डिप्टी सीएम ने की है। यह जानकारी बुधवार को डिप्टी सीएम ने पत्रकार वार्ता में दी।

रोज़ाना 5 जिलों में करेंगे फ़ोन

डिप्टी सीएम ने 'स्वास्थ्य आपका संकल्प सरकार' का अभियान का शुभारंभ किया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस संबंध में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग (medical education department) के महानिदेशक से मरीजों का रोज का ब्यौरा मांगा गया है। रोजाना प्रदेश के पांच जिलों के कुछ मरीजों से फोन पर इलाज का फीड बैक लिया जाएगा। इन मरीजों का चयन रैंडम होगा। इसकी जानकारी पहले से किसी को नहीं होगी।

सीधे फोन पर लूँगा जानकारी

डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। रोज मरीजों से बात करूंगा। इससे कमियों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा। शिकायतों को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज परेशानहाल आते हैं। यदि उन्हें अस्पताल में भी सुविधा व राहत नहीं मिली तो सारे प्रयास वेमतलव होंगे। लिहाजा मरीजों का फीड बैंक जरूरी है। शिकायत व सुझाव के आधार पर जरूरी सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। इससे स्वास्थ्य के ढांचे में सुधार होगा।

डॉक्टर-कर्मचारी बेहतर काम कर रहे

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि डॉक्टर व कर्मचारियों के काम के तरीके में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। अब तक मैंने लोहिया, केजीएमयू, सिविल व प्रदेश के कई अस्पतालों का दौरा कर चुका हूँ। मरीजों से इलाज के इंतजामों के बारे में जानकारी हासिल की। सभी ने डॉक्टर व कर्मचारियों की मेहनत की तारीफ की है।

इन पर होगा फोकस

• मरीजों की भर्ती, मुफ्त दवा व जांच में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है।

• डॉक्टर-कर्मचारियों का मरीज तीमारदारों के प्रति बरताव कैसा है।

• साफ-सफाई का क्या हाल है।

• कूलर, पंखे और एयर कंडीशन की क्या स्थिति है।

• ओपीडी में डॉक्टरों के बैठने का समय।

• डॉक्टरों के वार्ड में राउंड लेने का समय।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story