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Dev Deepawali 2022: देव दीपावली पर काशी में दिखी अलौकिक छटा, लाखों दीपों की रोशनी से जगमग हुई महादेव की नगरी

Dev Deepawali 2022: काशी में देव दीपावली का यह आयोजन पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। चेत सिंह घाट पर प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो के जरिए इस आयोजन को और भव्य बनाने की कोशिश की गई। लेजर शो का यह आयोजन लोगों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा।

Anshuman Tiwari
Published on: 7 Nov 2022 7:42 PM IST (Updated on: 7 Nov 2022 8:27 PM IST)
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Dev Deepawali 2022 in Varanasi (Video: Social Media)

Dev Deepawali 2022 in Varanasi: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आज देव दीपावली का उत्सव का काफी भव्य तरीके से मनाया गया। शाम ढलते ही काशी में गंगा के सभी घाट,कुंड और सरोवर लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा उठे। काशी में चारों ओर लाखों दीपों की स्वर्णिम आभा बिखरी दिखी। काशीवासियों के उत्साह और सक्रिय सहयोग ने देव दीपावली के इस उत्सव में चार चांद लगा दिए। देश-दुनिया से आए पर्यटक काशी की इस अलौकिक आभा के साक्षी बने। देव दीपावली के मौके पर दशाश्वमेध घाट पर हुई मां गंगा की महाआरती ने भी लोगों का मन मोह लिया।


काशी विश्वनाथ धाम की 50 टन फूलों से की गई भव्य सजावट भी लोगों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र रही। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पहली बार देव दीपावली पर की गई इस भव्य सजावट को देखने के लिए लोगों की अपार भीड़ उमड़ी। गंगा पार रेती पर भी रंगोली के साथ दीपों की भव्य सजावट की गई थी।

काशीवासियों ने आयोजन को दिया भव्य रूप

देव दीपावली की अद्भुत छटा निहारने के लिए दोपहर से ही लोगों का रेला गंगा घाटों पर पहुंचने लगा था। भीड़ और वाहनों को नियंत्रित करने के लिए पूरे शहर में ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था लागू की गई थी। गंगा घाटों के आसपास के इलाकों को नो व्हीकल जोन बनाकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। देव दीपावली के उत्सव को भव्य बनाने में प्रशासन के साथ ही काशी वासियों ने भी पूरा सहयोग किया।


जिला प्रशासन की ओर से 10 लाख दीप जलाने की व्यवस्था की गई थी जबकि काशीवासियों की मदद से 11 लाख और दीप जलाए गए। इन लाखों दीपों की रोशनी में महादेव की नगरी में आज देवलोक उतर आया। अस्सी घाट से लेकर सामने घाट तक 108 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष में रंगोली, चित्रों और पोस्टरों के माध्यम से भी सजावट की गई थी।


देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती

दशाश्वमेध घाट पर हुए बड़े आयोजन ने देव दीपावली महोत्सव की आभा में चार चांद लगा दिए। देव दीपावली के मौके पर मां गंगा की महाआरती देखने के लिए अपार भीड़ उमड़ी। आज मां गंगा की विशेष आरती की गई जिसमें 21 ब्राह्मणों, 42 कन्याओं और डमरू के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर प्रोफेसर रेवती साकलकर की ओर से गणेश वंदना, भजन और देशभक्ति से भरे हुए अन्य गीत प्रस्तुत किए गए।


दशाश्वमेध घाट घाट पर 108 किलो की मां गंगा की अष्टधातु की प्रतिमा का 108 किलो फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। 51 लीटर दूध से मां गंगा का अभिषेक करने के साथ ही शास्त्रोक्त विधि से मां गंगा का पूजन किया गया। घाट को फूलों और पौधों से भव्य तरीके से सजाया गया था। देव दीपावली महोत्सव के साथ ही वीर योद्धाओं को समर्पित आकाशदीप का भी समापन हो गया।

काशी में दिखा अलग नजारा

देव दीपावली के मौके पर काशी में इस बार अलग ही नजारा दिखा। काशी से जुड़े हुए महान सपूतों को पहला दीप अर्पित करने के साथ देव दीपावली महोत्सव की शुरुआत हुई। देव दीपावली का आयोजन के जरिए इन महान सपूतों और उनके योगदान को भी याद किया गया। अस्सी घाट पर महामना पंडित मदन मोहन मालवीय, तुलसी घाट पर गोस्वामी तुलसीदास, सिंधिया घाट पर तैलंग स्वामी और स्वामी विवेकानंद और हरिश्चंद्र घाट पर डोम राजा के चित्र के सामने पहला दीप अर्पित किया गया जिसके बाद आने दीपों को जलाने की शुरुआत की गई।


इन महापुरुषों के अलावा साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद व मुंशी प्रेमचंद्र, भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, भारत रत्न पंडित रविशंकर, पद्मविभूषण पंडित किशन महाराज, पद्मविभूषण गिरजा देवी व पंडित राजन मिश्रा के चित्रों के सामने भी दीप जलाए गए।


काशी विश्वनाथ धाम की भव्य सजावट

देव दीपावली के मौके पर भव्य सजावट से काशी विश्वनाथ धाम की अलौकिक छटा दिखी। काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद पहली बार देव दीपावली के आयोजन पर बाबा के धाम को भव्य तरीके से सजाया गया था। गंगाद्वार से लेकर बाबा की चौखट तक 50 टन फूलों का भव्य श्रृंगार किया गया। विशाखापत्तनम के एक व्यक्ति की ओर से कराई गई सजावट को देखने और बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

बाबा के दरबार में अपार भीड़ उमड़ी जिसे नियंत्रित करने में मंदिर प्रशासन और पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि धाम के लोकार्पण के बाद इस साल पहली देव दीपावली का उत्सव मनाए जाने के कारण बाबा विश्वनाथ के धाम को भव्य रूप से सजाया गया है।


पूरे शहर में दिखी अद्भुत छटा

काशी में देव दीपावली का यह आयोजन पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। चेत सिंह घाट पर प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो के जरिए इस आयोजन को और भव्य बनाने की कोशिश की गई। लेजर शो का यह आयोजन लोगों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा। मां गंगा के साथ ही वरुणा के घाटों पर भी कई स्थानों पर दीप जलाकर देव दीपावली महोत्सव मनाया गया।

इसके साथ ही शहर भर के कुंडों,सरोवरों और अन्य प्रसिद्ध धर्मस्थलों पर भी दीप जलाकर लोगों ने देव दीपावली के इस महोत्सव को और भव्य बना दिया। काशी विश्वनाथ धाम के दूसरी ओर रहती पर जोरदार आतिशबाजी भी लोगों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बनी।

भीड़ को नियंत्रित करने में छूटे पसीने

देव दीपावली के मौके पर लीगों की अपार भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस और प्रशासन के पसीने छूट गए। इस आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं। वाहनों और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रविवार को काशी का दौरा करके तैयारियों का जायजा लिया था और पुलिस और प्रशासन को उचित दिशा निर्देश दिए थे। देव दीपावली के आयोजन में प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह मुख्य अतिथि थे। उन्होंने राजघाट पर होने वाले आयोजन में हिस्सा लिया और उसके बाद क्रूज पर सवार होकर घाटों की अलौकिक छटा निहारी। आयोजन की कामयाबी से पुलिस और प्रशासन के लोगों ने राहत की सांस ली है।



Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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