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Dev Deepawali 2022: 21 लाख दीपों से जगमग होगी काशी, महान विभूतियों को अर्पित होगा पहला दीप
Dev Deepawali 2022: काशी में देव दीपावली के मौके पर सोमवार को काशी के घाटों, कुंडों और सरोवरों पर 21 लाख दीपों की स्वर्णिम आभा बिखरेगी।
Dev Deepawali 2022 in Varanasi: काशी में देव दीपावली (Dev diwali) को भव्यतम स्वरूप देने के लिए जोरदार तैयारियां चल रही हैं। देव दीपावली के मौके पर सोमवार को काशी (Kashi) के घाटों, कुंडों और सरोवरों पर 21 लाख दीपों की स्वर्णिम आभा बिखरेगी। जिला प्रशासन के साथ ही काशी की विभिन्न संस्थाएं और आम लोग भी इस बार देव दीपावली को यादगार बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। अस्सी घाट से लेकर सामने घाट तक 108 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव (Dev Deepawali Festival) के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज वाराणसी पहुंच रहे हैं। वे सर्किट हाउस में देव दीपावली औरत तमिल संगमम की तैयारियों के साथ ही विकास कार्यों की समीक्षा भी करेंगे। मुख्यमंत्री का काशी विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव मंदिर में दर्शन और पूजन का भी कार्यक्रम है।
महान विभूतियों को अर्पित होगा पहला दीप
काशी में देव दीपावली का आयोजन पहले भी भव्य रूप से होता रहा है मगर इस इस बार इस आयोजन को अलग रूप देने की तैयारी है। केंद्रीय देव दीपावली आयोजन महासमिति से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बार काशी से जुड़े महान सपूतों को पहला दीप अर्पित किया जाएगा। महासमिति के संरक्षक आलोक पारीख और अध्यक्ष आचार्य वाली दत्त मिश्र ने बताया कि अस्सी घाट पर महामना पंडित मदन मोहन मालवीय, तुलसी घाट पर गोस्वामी तुलसीदास, सिंधिया घाट पर तैलंग स्वामी और स्वामी विवेकानंद और हरिश्चंद्र घाट पर डोम राजा के चित्र लगाए जाएंगे। इन महान विभूतियों के सामने देव दीपावली का पहला दीप अर्पित किया जाएगा और इसके बाद ही देव दीपावली महोत्सव की शुरुआत होगी।
इन महापुरुषों के अलावा साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद व मुंशी प्रेमचंद्र, भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, भारत रत्न पंडित रविशंकर, पद्मविभूषण पंडित किशन महाराज, पद्मविभूषण गिरजा देवी व पंडित राजन मिश्रा के चित्र भी लगाए जाएंगे। देव दीपावली के आयोजन के जरिए काशी से जुड़े इन महापुरुषों को याद किया जाएगा।
प्रशासन के साथ आम लोगों की भी भागीदारी
देव दीपावली के महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए इस बार 21 लाख दीप जलाए जाएंगे। जिला प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि प्रशासन की ओर से 10 लाख दीप जलाने की व्यवस्था की जा रही है जबकि 11 लाख दीप काशीवासियों की मदद से जलाए जाने की तैयारी है। काशी की विभिन्न संस्थाओं के साथ ही आम लोग भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
अस्सी घाट से सामनेघाट तक 108 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव का आयोजन करने की तैयारी है। देव दीपावली के इस महोत्सव को आजादी के अमृत महोत्सव से भी जोड़ा जा रहा है। अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष में रंगोली, विभिन्न चित्रों और पोस्टरों के माध्यम से भी सजावट की जाएगी।
दशाश्वमेध घाट पर होगा बड़ा आयोजन
देव दीपावली के मौके पर दशाश्वमेध घाट पर बड़ा आयोजन होगा। गंगा सेवा निधि की ओर से अमर वीर योद्धाओं को दीप अर्पित किए जाएंगे। महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का भी समापन होगा। दशाश्वमेध घाट पर एक लाख दीए जलाने की तैयारी है। इन दीपों के जरिए दशाश्वमेध घाट और भवनों का कोना-कोना स्वर्णिम आभा से प्रकाशमान होगा।
आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि इस मौके पर प्रोफेसर रेवती साकलकर की ओर से गणपति वंदना और देशभक्ति से भरे गीतों की प्रस्तुति भी की जाएगी। देव दीपावली के मौके पर गंगा की महाआरती भी काफी भव्य होगी। इस महाआरती में 21 ब्राह्मण,42 कन्याएं और पांच डमरु दल के सदस्य हिस्सा लेंगे। देव दीपावली के आयोजन को और भव्य बनाने के लिए आतिशबाजी भी की जाएगी।
सीएम योगी आज करेंगे तैयारियों की समीक्षा
प्रदेश सरकार की ओर से भी देव दीपावली के आयोजन को भव्य बनाने के लिए पूरी मदद की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आयोजन की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आज काशी पहुंचने वाले हैं। प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चंदौली से आज शाम वाराणसी पहुंचेंगे और सर्किट हाउस में देव दीपावली और तमिल संगमम की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। वे काशी विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगे।
पहली बार काशी विश्वनाथ धाम में भी देव दीपावली से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी है। देव दीपावली के मौके पर बाबा धाम को भी भव्य तरीके से सजाया जाएगा। काशी में 17 नवंबर से तमिल संगमम का आयोजन होना है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस संबंध में भी प्रशासनिक अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश देंगे।