बड़ा खुलासा: हिंसा में खुद DGP गए थे फंस, जाने फिर क्या हुआ...

डीजीपी ने बताया कि अब तक प्रदेश में 9 लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है, वे क्रॉस फायरिंग में मारे गए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

Shivakant Shukla
Published on: 24 Dec 2019 8:00 AM GMT
बड़ा खुलासा: हिंसा में खुद DGP गए थे फंस, जाने फिर क्या हुआ...
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लखनऊ: बीते 19 दिसंबर यानि गुरूवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ (CAA) हिंसक विरोध देखने को मिला था। वहीं इस हिंसा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े एक्शन लेते हुए दंगाइयों की संपत्ति को जब्त करने के आदेश दे दिए हैं और अब इस पर काम भी होने लगा है।

जब डीजीपी ओपी सिंह भी हिंसा के बीच फंस गए

लेकिन अब इस हिंसा से जुड़े कई खुलासे सामने आ रहे हैं। इस बीच खबर ये भी है कि यूपी के डीजीपी ओपी सिंह भी इस हिंसा के बीच फंस गए थे। बताया जा रहा है कि लखनऊ स्टेडियम के पास दंगाइयों ने उन्हें घेर लिया था, लेकिन इस दौरान किसी तरह डीजीपी ओपी सिंह अपने आप को बचाकर वहां से निकले।

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यूपी पुलिस ने भी किया बड़ा खुलासा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। यूपी पुलिस ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाकर, उन्हें वसूली नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं चुकाने पर संपत्ति को कुर्क करने की बात कही जा रही है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की तैयारी है।

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लखनऊ में हिंसा के बाद पुलिस ने दंगाइयों को सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चिंहित किया है। लखनऊ में हुई हिंसा के मामले में पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा का पश्चिम बंगाल से कनेक्शन सामने आया है। गिरफ्तार लोगों में से आधा दर्जन से ज्यादा पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा करने वाले कई उपद्रवी लखनऊ छोड़कर भाग गए हैं। जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल से इन उपद्रवियों को बुलाया गया था। हिंसा भड़काने में इनका हाथ है। लखनऊ में हिंसा मामले में अब तक 218 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक लोगों से पूछताछ की जारी है।

सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि उग्र प्रदर्शन मामले में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लखनऊ में ही करीब 218 लोग गिरफ्तार हुए हैं। यूीप डीजीपी ने कहा कि पूरे मामले की जांच हो रही है। प्रदर्शन में एनजीओ और बाहरी तत्व शामिल हो सकते हैं। हम जांच करा रहे हैं और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। निर्दोष को कोई परेशानी नहीं होगी।

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डीजीपी ने बताया कि अब तक प्रदेश में 9 लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है, वे क्रॉस फायरिंग में मारे गए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

सीएम योगी ने की ये अपील

बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संसोधन कानून को लेकर फैलाए जा रहे बहकावे में नहीं आने की अपील करते हुए कहा था कि उपद्रव और हिंसा की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।

सीएम ने कहा कि नागरिकता कानून पर फैलाए जा रहे भ्रम और बहकावे में कोई भी न आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व उत्तर प्रदेश सरकार का है और पुलिस हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने लोगों से अपील की है कि वह अफवाहों पर विश्वास नहीं करे और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं।

Shivakant Shukla

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