TRENDING TAGS :
Dhanteras 2022 Lucknow Market: महंगाई ने फीका किया धनतेरस का रंग, ऐसा रहा लखनऊ का बाजार
Dhanteras 2022 Lucknow Market: आस लगाई जा रही थी कि इस बार जमकर खरीददारी की जाएगी लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत दिखाई दे रही है
Dhanteras 2022 Lucknow Market: दिवाली के 2 दिन बचे हैं। आज धनतेरस पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। बाजारों में रौनक है ।दुकानें दुल्हन की तरह सजी हैं। जो लोगों को बेहद आकर्षित कर रही हैं। व्यापारियों ने दुकानों में खचाखच माल भर दिए हैं ।बस अब खरीददारों के आने का इंतज़ार है। लोग बाजार में इकट्ठा होना शुरू हो गए और अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीद रहे हैं। कोई गणेश लक्ष्मी की मूर्ति खरीदने आया है, तो कोई कपड़ा, कोई गहने, तो कोई बर्तन। लेकिन व्यापारियों के अनुरूप कस्टमर नहीं आ रहे हैं । इस बार व्यापारी परेशान हैं। यह दो साल के बाद पहला मौका है जब बिना किसी रिस्ट्रिक्शन के मार्केट पूरी तरीके से खुला है। आस लगाई जा रही थी कि इस बार जमकर खरीददारी की जाएगी लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत दिखाई दे रही है।
दुकानदारों का कहना है कि चीजें इतनी महंगी हो गई हैं कि लोग घर से नहीं आ रहे हैं। डंडहिया के दुकानदारों का कहना है कि महीने का आखिरी सप्ताह चल रहा है, लोगों के पास पैसे बचे नहीं होंगे। अभी बोनस के पैसे भी नहीं आये हैं। कोरोना लॉकडाउन के कारण लोगों की घर से शॉपिंग करने की आदत लग गई है। वे घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग कर लेते हैं। मार्केट में निकलना नहीं पसंद करते हैं।
अमीनाबाद मार्केट जो लखनऊ के सबसे पुराने मार्केट में से है।यहां पर दूर दूर से लोग आते हैं खरीदारी करने इस लिए यहां पर बंपर भीड़ थी। हालांकि व्यापारियों के अनुरूप बिक्री नहीं हो पा रही थी। उनका कहना है कि अभी लोग आना शुरू हुए हैं। शाम तक अधिक लोगों के आने की आशा है। खरीदारी कम से कम इतनी होगी जितनी पिछली बार हुई थी। लेकिन फिलहाल अभी तक उतनी खरीदारी नहीं हुई जितना कि कोरोना काल के टाइम में हुआ था।
हजरतगंज में स्थित नरही बाजार में तो हालत बहुत खराब है यहां पर लोग दुकानें सजाकर खचा-खच माल भर दिए हैं। लेकिन उसके अनुरूप क्रेता नहीं आ रहे थे। व्यापारियों का कहना है कि शाम होते-होते शायद ख़रीदार आ जायें और बिक्री होगी लेकिन उतनी नही जितनी पिछली बार हुई थी।
डंडहीया मार्केट में बिक्री तो हो रही है । लेकिन जितनी रोजमर्रा की बिक्री होती है उसमें कुछ खास अंतर नहीं है। लोग दुकानों में अधिक समान ले आए कर दिए थे। आशा किए था, कि इस बार मार्केट पूरी तरीके से खुल रहा है, तो लोग भी ज्यादा आएंगे और बिक्री भी अधिक होगी। लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है । मार्केट सुनसान पड़ा है। वहां पर विक्रेताओं का कहना है कि इस बार धनतेरस 2 दिन का है, इसकी वजह से कस्टमर बंट गए है, कुछ आज जाएंगे और कुछ कल आएंगे। व्यापारियों का कहना है कि अभी लोग आना शुरू हुए हैं शाम तक अधिक लोग आएंगे।
यदि बात करें महानगर वह निशातगंज कि, तो यहां पर अधिक संख्या लोग खरीददारी करने आये थे और खरीदारी हो रही थी। लेकिन दुकानदारों का कहना है कि पिछली बार की तुलना में जितनी आशा थी, उतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है। अभी पिछली बार की तुलना में कम बिक्री हुई है। शाम तक लोग और आएंगे और खरीददारी होगी।
इस बार खरीदारी कम होने के प्रमुख कारण जो व्यापारियों ने बताए पहला महंगाई, दूसरा कोरोना काल में लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग की लत लगना और तीसरा धनतेरस का 2 दिन का होना इससे क्रेता जो है दो भागों में बट गए हैं।