धर्मसंसद के लिए काशी से निकल रहा है कारवां, गूंज रहे हैं रामलला के नारे

राम केवी
Published on: 24 Nov 2018 4:35 PM GMT
धर्मसंसद के लिए काशी से निकल रहा है कारवां, गूंज रहे हैं रामलला के नारे
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वाराणसी। पच्चीस साल बाद देश की सियासत में अयोध्या एक बार फिर से केंद्र बिंदु बन गया है। समूचे उत्तर भारत में राममंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस के आंदोलन का असर देखने को मिल रहा है। देशभर के साधु संत अयोध्या कूच कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से भी वीएचपी कार्यकर्ताओं का कारवां अयोध्या के लिए कूच किया। लगभग दस हजार की संख्या में वीएचपी कार्यकर्ता शनिवार को दोपहर में अयोध्या के लिए रवाना हुए।

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स्टेशन पर गूंजते रहे रामलला के नारे

वीएचपी कार्यकर्ताओं का हुजूम दोपहर में कैंट स्टेशन पर पहुंचा। काशी प्रांत के अलग-अलग जिलों से लगभग दस हजार कार्यकर्ता अयोध्या जाने के लिए यहां पहुंचे थे। सभी कार्यकर्ता वाराणसी-गोंडा इंटरसिटी एक्सप्रेस से अयोध्या के लिए रवाना हुए। इस दौरान स्टेशन परिसर में रामलला का नारे गूंजते रहे। इसके अलावा कई कार्यकर्ता अपने वाहनों से भी अयोध्या के लिए निकले।

अयोध्या के लिए वाराणसी से जाने वाले विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस बार केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मंदिर अब नहीं तो कब बनेगा । अब सब्र की बाधा टूटती जा रही है इसलिए हम 25 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद के द्वारा आयोजित धर्म संसद में शामिल होने के लिए जा रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि अब जल्द से जल्द राम मंदिर बन जाएगा।

एबीवीपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी हुए रवाना

सिर्फ वीएचपी ही नहीं बीजेपी की छात्र ईकाई एबीवीपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी अयोध्या के लिए रवाना हो रहे हैं। इसके अलावा देव दीपावली के बाद बनारस के साधु संतों की टोली भी अयोध्या के लिए कूच रही है। खासतौर से बनारस के स्टेशन और बस स्टैंड भगवामय दिखाए दे रहे हैं। अयोध्या जाने वाली लभगभ सभी ट्रेनें साधु संतों और विहिप कार्यकर्ताओं से ठसाठस भरी हुई हैं। देश के अलग-अलग शहरों से लोग अयोध्या की ओर कूंच कर रहे हैं।

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महाराष्ट्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता का बयान, हर हाल में राम मंदिर निर्माण

राम मंदिर निर्माण को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कृपाशंकर सीनियर लीडर कृपाशंकर सिंह ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस पार्टी भले ही इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हो लेकिन कृपाशंकर सिंह ने इस मसले पर खुलकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या में राम मंदिर बन जाना चाहिए। उसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसमें सबको सहयोग करना चाहिए। हिंदुस्तान में भगवान राम के मंदिर को लेकर उठापटक हो रही है, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

उद्धव ठाकरे पर लगाया राजनीति करने का आरोप

महाराष्ट के गृहमंत्री रह चुके कृपाशंकर सिंह ने शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे भक्ति से ज्यादे राजनीति कर रहे हैं। उन्हें इससे बचना चाहिए। आज जरुरत है कि सभी पार्टियां मिल जुलकर इस मुद्दे पर बात करे और राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई रास्ता निकाले। कृपाशंकर का कहना था कि मेरा मानना है कि जहां भगवान राम अवतरित हुए थे उसे राम जन्म भूमि कहा जाता है। राम मंदिर बनना चाहिए लेकिन सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आधार पर। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जज खुद एक बार चले जाए वहां देखने फिर किसी वकील की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कांग्रेस में हाशिए पर हैं कृपाशंकर सिंह

कृपाशंकर सिंह भले ही पार्टी लाइन से हटकर बयान दे रहे हैं लेकिन हकीकत ये है कि महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीति में वो हाशिए पर हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के करीबी माने जाने वाले कृपाशंकर सिंह अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कृपाशंकर सिंह बीजेपी के बड़े नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। यही कारण है कि वो अब खुलकर राममंदिर जैसे विवादित मसलों पर खुलकर बोल रहे हैं।

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