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UP Politics: धर्मात्मा सुसाइड केस को लेकर गरमाई सियासत, कांग्रेस ने न्यायिक जांच के साथ मांगा संजय निषाद का इस्तीफा
UP Politics: मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव रह चुके धर्मात्मा निषाद ने सोशल मीडिया पर संजय निषाद के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के बाद आत्महत्या की है।
धर्मात्मा सुसाइड केस को लेकर गरमाई सियासत (photo: social media )
UP Politics: निषाद पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद के सुसाइड प्रकरण में सूबे की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने मांग की है कि इस मामले में प्रदेश के मंत्री संजय निषाद के खिलाफ लगाए गए आरोपों की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि धर्मात्मा निषाद के फेसबुक अकाउंट पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और उनके दोनों बेटों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ऐसे में इस मामले की जांच जरूरी है। जांच पूरी होने तक मंत्री को अपने पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस से पहले समाजवादी पार्टी की ओर से भी संजय निषाद के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था और उनसे इस्तीफा देने की मांग की गई थी।
कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग
मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव रह चुके धर्मात्मा निषाद ने सोशल मीडिया पर संजय निषाद के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के बाद आत्महत्या की है। उन्होंने घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंत्री के खिलाफ लगाए गए आरोप न केवल राजनीतिक बल्कि व्यक्तिगत भी है। इसके साथ ही उनके दोनों बेटों के खिलाफ भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह मामला योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद के राजनीतिक आचरण की शुचिता और उनके व्यक्तिगत व्यवहार से भी जुड़ा हुआ है। जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो जाती तब तक संजय निषाद को मंत्री बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने मृतक नेता के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक मदद देने और आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
धर्मात्मा का संजय निषाद और बेटों पर गंभीर आरोप
निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव रह चुके धर्मात्मा निषाद ने रविवार को महाराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के नरकटहा गांव में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। धर्मात्मा निषाद ने फेसबुक पोस्ट में प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद, उनके दोनों बेटों प्रवीण कुमार निषाद और श्रवण कुमार निषाद के साथ ही जयप्रकाश निषाद को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
उनका यह भी कहना था कि अगर मैं चाहता तो इन देशद्रोहियों को कभी भी मार सकता था मगर मैं हत्यारा नहीं बनना चाहता था। उन्होंने यह भी लिखा है कि यदि अपने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में मैंने जाने-अनजाने किसी के साथ कोई गलती की हो तो मुझे माफ कर दें और मेरे परिवार का ख्याल रखें। पुलिस में इस प्रकरण में जयप्रकाश निषाद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखी है मगर मंत्री और उनके बेटों का नाम इसमें शामिल नहीं है।
संजय निषाद ने मामले से झाड़ा पल्ला
धर्मात्मा निषाद की मौत के बाद सूबे की सियासत गरमाई हुई है और समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने संजय निषाद के इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ा दिया है। दूसरी ओर संजय निषाद का कहना है कि धर्मात्मा निषाद के खुदकुशी करने से मैं स्तब्ध हूं। उनका यह भी करना है कि मैंने हमेशा धर्मात्मा की हर संभव मदद की है मगर उनके फेसबुक अकाउंट पर मेरे और परिवार के खिलाफ दुर्भाग्यपूर्ण और गलत टिप्पणी की गई है।
उन्होंने कहा कि इस पोस्ट के जरिए मेरी, मेरे परिवार और निषाद पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की गई है। उनका यह भी कहना था कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। यह पता लगाना जरूरी है कि धर्मात्मा निषाद ने यह कदम क्यों उठाया क्यों उठाया और यह पोस्ट किसने की है।