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Sonbhadra: डीजल तस्करी सिंडीकेट का खुलासा चार और गिरफ्तारी, एनसीएल के अधिकारी प्रति लीटर लेते थे हिस्सेदारी

Sonbhadra: डीजल तस्करी सिंडीकेट के खुलासे में चार और गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में अब तक 10 गिरफ्तारी हुई और सभी का चालान हो गया है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 3 Sept 2022 2:32 PM IST
Sonbhadra News
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गिरफ्तार किए गए चारों व्यक्ती (न्यूज नेटवर्क)

Sonbhadra News: यूपी एसटीएफ वाराणसी की तरफ से यूपी-एमपी सीमा क्षेत्र में वर्षों से चल रहे डीजल तस्करी के खेल के खुलासे में पुलिस ने एनसीएल में टोटल फ्यूल मैनेजमेंट का ठेका लेने वाले पप्पू टंडन सहित चार और को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अब तक इस मामले में दस आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कुछ और नाम सामने आए हैं, जिसको लेकर पुलिस जांच और संबंधित की तलाश में जुटी हुई है। फिलहाल जो खुलासा सामने आया है, उसके मुताबिक मुगलसराय के अलीनगर से लेकर सोनभद्र के अनपरा-शक्तिनगर क्षेत्र और मध्यप्रदेश में सिंगरौली के एनसीएल वाले क्षेत्र में इस गिरोह की जड़ें लंबे समय से जमी हुई हैं।

तस्करी की भेंट चढ़ने वाले प्रति लीटर डीजल में 34 रुपये की हिस्सेदारी एनसीएल के कर्मियों की बनती थी। उन्हें उनका हिस्सा मिलते ही, रजिस्टर में पूरे डीजल की प्राप्ति दर्शा हर माह लाखों लीटर डीजल तस्करी का खेल खेला जा रहा था। पुलिस के मुताबिक जो गिरफ्तारियां हुई हैं, उससे एनसीएल में प्रयुक्त होने वाले डीजल की चोरी-तस्करी करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश तो हुआ है। इस मामले में गैंग सरगना बताए जा रहे पुष्पराज यादव पुत्र वीरेंद्र कुमार निवासी गधियॉंव, थाना करछना, जनपद प्रयागराज, सीकेडी सिंडीकेट में पिछले कई सालों से डीजल कारोबार के कथित बादशाह का दर्जा रखने वाले मुर्तजा खान पुत्र मो. उमर निवासी परगासपुर, थाना कंधई हनुमानगंज, जिला प्रतापगढ, राजेश कुमार पुत्र दानबहादुर यादव निवासी घाटमपुर कटहरा, थाना हंडिया, जिला प्रयागराज, मो. मकमूल खान पुत्र मो. अयूब निवासी कंधई मधुपुर,

थाना कंधई हनुमानगंज, जिला प्रतापगढ़, सलीम अहमद पुत्र मो. इस्तेखार निवासी वार्ड नं. 39 बैढन, सिंगरौली, मध्य प्रदेश अशोक कुमार यादव पुत्र रामदास यादव निवासी पिपरानाजी, थाना सलेमपुर, जिला देवरिया, एनसीएल में टोटल फ्यूल मैनेजमेंट का टेंडर लेने वाले रमाशंकर यादव उर्फ पप्पू टंडन निवासी परासी, थाना अनपरा, अनूराज यादव पुत्र धनराज यादव, निवासी झीरीहरी, थाना हंडिया, प्रयागराज, अजीत कुमार पुत्र तार्थराज यादवख्, निवासी पहाड़पुर, जगतपुर, प्रयागराज, मनीष सिंह पुत्र गोवर्धन सिंह निवासी डेढ़गावां, थाना सकलडीहा, जिला चंदौली को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के बाद शनिवार की दोपहर बाद सभी का चालान कर दिया गया है।

कभी सिंडीकेट से जुड़े रहे व्यक्ति ने ही एसटीएफ तक पहुंचा दी पूरी जानकारी - चर्चाओं की मानें तो कभी इस खेल में कुछ समय के लिए शामिल रहे चुके व्यक्ति ने ही एसटीएफ तक पूरी जानकारी पहुंचा दी। इसके बाद निरीक्षक पुनीत परिहार की अगुवाई वाली टीम ने जाल बिछाकर डीजल तस्करी से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश कर लिया। दिन के उजाले में होने वाले इस गोरखधंधे को कई सियासतदारों के संरक्षण और कई नेताओं की संलिप्तता की भी चर्चा बनी हुई है। हालांकि पुलिस का इतना ही कहना है कि अभी जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद इसे संरक्षण और पोषण देने वालों का नाम पूरी तरह सामने आ जाएगा।

टोटल फ्यूल मैनेजमेंट के कर्मचारी तस्करी में करते थे सहयोग - पुलिस के मुताबिक एनसीएल की दुधीचुआ, खड़िया, बीना और ककरी में पप्पू टंडन को टोटल फ्यूल मैनेजमेंट का टेंडर मिला हुआ है। उक्त परियोजनाओं में उन्होंने अपने कर्मचारी नियुक्त किए हुए हैं। मुगलसराय डिपो से आने वाले तेल की एनसीएल की सभी मशीनों/वाहनों में पूर्ण वितरण की जिम्मेदारी श्रीराम फ्यूल्स कंपनी के मालिक पप्पू टंडर की है। पुलिस का दावा है कि उानके द्वारा अपने कर्मचारियों और एनसीएल के कर्मियों की मिलीभगत से डीजल चोरी कराया जाता है। इस संगठित गिरोह का मुर्तजा खान प्रमुख सहयोगी सदस्य है, वहीं एनसीएल को डीजल आपूर्ति का मुख्य ट्रांसपोर्टर होने के नाते उसका चोरी में विशेष सहयोग बना रहता है। जिसके पास मौजूद 45 टैंकरों में 14 तेल टैंकर इंडियन ऑयल डिपो मुगलसराय से जुड़े हैं और नेशनल ट्रांसपोर्ट कैरियर के नाम से रजिस्टर्ड हैं। उन्हीं से एनसीएल में आपूर्ति जाती है।

एनसीएल पहुंचने से पहले ही पंपों पर पहुंच जाता टैंकर - पुलिस के मुताबिक पुष्पराज यादव ने पूछताछ के दौरान बताया कि आईओसीएल मुगलसराय से चलने वाले तेल टैंकर, एनसीएल के कर्मचारियों की मिलीभगत से, एनसीएल पहुंचने से पहले ही, निश्चित पेट्रोल पंपों पर पहुंच जाता है और वहां उसका एक बड़ा हिस्सा बेच दिया जाता है। इसके बाद शेष डीजल को पंप पर उतारकर, रजिस्टर में आईओसीएल से भेजी गई मात्रा को प्राप्त होने की बात अंकित कर दी जाती है। खुलासे में दावा किया गया है कि इसके एवज में एनसीएल कर्मी 34 रूपये प्रति लीटर की दर से हिस्सेदारी लेते हैं। पुलिस के मुताबिक मामले में धारा 379, 411/34 आईपीसी और 207 एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। वहीं आरोपियों के पास से बरामद तेल टैंकर मय 12 हजार लीटर डीजल, हुंडई क्रेटा कार, मारूती स्विफ्ट कार, डीजल बिक्री के 8,29,500 नगद और दस मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं।



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Prashant Dixit

Prashant Dixit

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