×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

गाजीपुर: डिस्पोजल गिलास ने छिना कुम्हारों का रोजगार, चाय दुकानों से कुल्हड़ नदारद

डिस्पोजल ग्लासों के बाजार में आ जाने के वजह से चाय की हर दुकानों पर कुल्हड़ के बजाए चाय ग्लासों में मिलने लगा इस वजह से बाजारों में चाय का स्वाद ही बदल गया।

Roshni Khan
Published on: 4 Jan 2021 12:45 PM IST
गाजीपुर: डिस्पोजल गिलास ने छिना कुम्हारों का रोजगार, चाय दुकानों से कुल्हड़ नदारद
X
गाजीपुर: डिस्पोजल गिलास ने छिना कुम्हारों का रोजगार, चाय दुकानों से कुल्हड़ नदारद (PC: social media)

गाजीपुर: शहरों व बजारों में जाने पर चाय की चुस्कियां लेने का मन तो सबका करता है।वह भी तब जब सर्दी का मौसम हो, इस मौसम में चाय की चुस्कियां लेने का तब आंनदऔर बढ़ जाता है जब चाय कुल्हड़ में मिले लेकिन अफसोस कुल्हड़ में चाय मिलना ही बंद हो गया।अब कुल्हड़ की जगह डिस्पोजल ग्लासों ने ले लिया है।

ये भी पढ़ें:बलिया के सीएमओ डॉ जितेंद्र पाल की मौत, लखनऊ के पीजीआई में चल रहा था कोरोना का इलाज

डिस्पोजल ग्लासों के वजह से चाय का रंग फीका पड़ चुका है। ये ही नहीं डिस्पोजल ग्लास के बाजार में आ जाने के वजह से न जाने कितने कुल्हड़ उत्पादकों का रोजी रोटी छीध चुका है।

ग्लासों ने,फीका किया चाय का रंग

डिस्पोजल ग्लासों के बाजार में आ जाने के वजह से चाय की हर दुकानों पर कुल्हड़ के बजाए चाय ग्लासों में मिलने लगा इस वजह से बाजारों में चाय का स्वाद ही बदल गया।

शहरों व बाजारों में आये लोग भी क्या करे किसी भी दुकान पर जाने पर डिस्पोजल ग्लासों में चाय पीना पड़ता है।

इस बारे में बाजार आये शिक्षक अनील यादव से पुछा गया तो उन्होंने बताया की डिस्पोजल ग्लास में जो चाय मिलता है उसमें कोइ स्वाद नहीं रहता ग्लास में चाय का रंग व स्वाद सब बिगड़ जाता है।

gazipur-matter gazipur-matter (PC: social media)

वहीं जो चाय का स्वाद कुल्हड़ में मिलता है। वो डिस्पोजल ग्लासों में नहीं।

कुल्हड़ से सस्ता पड़ता है,डिस्पोजल ग्लास

जनाब दुकानदारों को तो चाहिए मुनाफा चाहें वो किसी तरह से हो इनको स्वाद व रंग से कोई लेना देना नहीं डिस्पोजल ग्लास कुल्हड़ से कही ज्यादा सस्ता पड़ता है। वहीं चाय बनाने वाले एक दुकानदार का कहना है की भाई पाच रुपये में मिलता क्या है। ग्लास बीस रुपये में पच्चास मील जाता है तो कुल्हड़ इससे ज्यादा महंगा पड़ता है।

डिस्पोजल ग्लासों के कारण, पुरवा(कुल्हड़) गावों से हुआ लुप्त

पहलें गावों मे होने वाले शादी या कोई और पार्टीयों में ग्लास की जगह पुरवा (कुल्हड़) में ही पानी पीया जाता था।जब भी गांव में शादियां व अन्य पार्टियां होती थी उसमें ग्लास के बजाय कुल्हड़ ही दिखाई देता था।समय के साथ साथ कुल्हड़ का प्रचलन बंद होता गया और इसके जगह डिस्पोजल ग्लासो ने ले लिए इसका एक मात्र कारण कुल्हड़ से कही ज्यादा सस्ता डिस्पोजल ग्लासों का होना डिस्पोजल ग्लासों के वजह से कुल्हड़ उत्पादकों की रोजीरोटी तक छीन गई।

कुल्हड़ उत्पादकों की छीन चुकी है कमाई

डिस्पोजल ग्लासों के बाजार में आ जाने के बाद कुल्हड़ उत्पादकों की रोजीरोटी छीन चुकी है।क्यो की चाय की दुकान से लेकर गांवों में होने वाले शादियां व अन्य पार्टियों में कुल्हड़ का प्रचलन ही बंद हो चुका है।

जिसका सीधा असर कुल्हड़ उत्पादकों पर पड़ा है।

वहीं कुम्हारों का कहना है की जब कुल्हड़ चलता था। तब किसी शादी समारोह में कुल्हड़ ले जाने के लिए दुर दुर से लोग आया करते थे।जिसके लिए हम लोग महिनों पहले ही इसकी तैयारियों में जुट जाते थे।

उस समय कुल्हड़ की अच्छीखासी लागत भी मिल जाता था।जिससे हम लोगों का परिवार का खर्च चल जाता था।और दौ पैसा बचता भी था।

डिस्पोजल के बाजार में आ जाने के बाद कुल्हड़ का प्रचलन ही बंद हो गया।क्यो की कुल्हड़ से ज्यादा सस्ता डिस्पोजल पड़ने लगा ।

gazipur-matter gazipur-matter (PC: social media)

गिने चुने चाय की दुकानों पर मीलता है,कुल्हड़ में चाय

डिस्पोजल के जमाने में कुछ ऐसे चाय दुकानदार भी है।जो ग्लास के बजाय कुल्हड़ में ही चाय पीलाते है।इन कुछ दुकानदारों के वजह से थोड़ा बहुत कुल्हड़ उत्पादकों में उम्मीद तो जगी है। लेकिन ये महंगाई के दौर में ना के बराबर है। वहीं इन दुकानों पर चाय पीने आये कुछ लोगों का कहना है की कुल्हड़ में चाय का आनंद ही कुछ और है।

ये भी पढ़ें:सिंघु बॉर्डर से विज्ञान भवन के लिए रवाना हुए किसान नेता, आज सरकार के साथ होगी बातचीत

चाय की दुकान पर आये, असलम अंसारी का कहना है की कुल्हड़ में चाय का स्वाद बरकरार तो रहता ही और इसमें चाय पीने से कोइ नुकसान भी नहीं होता है। वही दुकान पर चाय की चुस्कियों का आनंद ले रहे रिंकू सिंह,अनिमेष पान्डेय व अन्य का कहना है की कुल्हड़ में चाय पीने का मजा ही कुछ और है।

रिपोर्ट- रजनीश कुमार मिश्र

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story