Gorakhpur News : जली रोटियां, पानी जैसी दाल देख भड़के छात्र..प्रिंसिपल को बनाया बंधक

Gorakhpur : चौरीचौरा क्षेत्र के गौनर टोला विशुनपुरा बाबू में स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में मंगलवार रात 50 छात्रों की टीम ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर बवाल काटा।

Purnima Srivastava
Published on: 21 Sep 2022 6:21 AM GMT
dispute between principal and student over food in gorakhpur
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प्रतीकात्मक चित्र 

Gorakhpur News : नवोदय विद्यालय, राजकीय आश्रम पद्धति के विद्यालयों से लेकर प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को घटिया खाना परोसने के मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। मंगलवार की देर रात गोरखपुर के चौरीचौरी के विशुनपुरा बाबू में स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों का गुस्सा जली रोटियां और पतली दाल देखकर भड़क गया।

गुस्साए छात्रों ने शिकायत करने पर डांट रहे प्रिंसिपल को बंधक बना लिया। देर रात तक चले मान मन्नौवल के बाद रात 11 बजे छात्र हास्टल में लौट गए। एसडीएम ने बच्चों को अपना निजी मोबाइल नंबर दिया और कहा कि किसी समस्या को लेकर बात करें। मेस ठेकेदार का लाइसेंस रद करने की तैयारी प्रशासन कर रहा है।

क्या है मामला?

चौरीचौरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत गौनर टोला विशुनपुरा बाबू में स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में मंगलवार की रात में आठ बजे 50 छात्रों की टीम ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर बवाल काटा।जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को छात्र मेस में खाना खा रहे थे। घटिया भोजन को लेकर कुछ छात्रों ने विवाद कर दिया। एक ने भोजन का मेज पलटकर विरोध जताया। इसके बाद गुस्साए छात्र प्रिंसिपल के पास पहुंचे।

शिकायत पर प्रिंसिपल डांटने लगे

आरोप है कि प्रिंसिपल के घटिया खाने की शिकायत पर छात्रों को डांटने लगे और मेस में जाने की चेतावनी देने लगे। गुस्साए छात्र प्रिंसिपल ईश्वरचंद जायसवाल के कक्ष में गए और उन्हें बाहर से बंद कर दिया। उनके कक्ष में तोड़फोड़ भी की। छात्रों के आक्रोश को देखकर प्रिंसिपल ने डायल 112 पर फोन किया।

पुलिस ने प्रिंसिपल को सुरक्षित निकाला

पीआरवी पुलिस व एसआई प्रदीप सिंह पुलिस फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और प्रिंसिपल को कमरे से निकाल कर सुरक्षित किया। पुलिस के पहुंचने पर छात्र काफी आक्रोशित हो गए और परिसर में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्र डीएम के मौके पर आने की जिद पर अड़े थे। गुस्से में आए छात्रों का आरोप है कि मेस में भोजन की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं है। जिन छात्रों ने बवाल किया, उनमें ज्यादातर गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं।

साजिश का आरोप

प्रिंसिपल ईश्वर चंद जायसवाल खामियां स्वीकारने के बाद छात्रों पर ही साजिश का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि अभी चार पांच दिन पूर्व नियुक्ति हुई है। छात्रों की कोई समस्या है तो उन्हें पहले बताना चाहिए था। मामला कोई खास नहीं है। गाजीपुर के कुछ छात्र हैं, जो किसी के बहकावे में आकर बेवजह बवाल कर दिए हैं। व्यवस्था को ठीक करने में वह लगे हैं। सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।

खाना ठीक तो क्यो रद होगा मेस ठेकेदार का लाइसेंस?

सूचना पर रात में एसडीएम शिवम सिंह व समाज कल्याण अधिकारी बशिष्ठ नारायण सिंह पहुंच गए। दोनों अधिकारी छात्रों की बात को सुने और उन्हें समझाया। तीन घंटे बाद भी वह धरने पर जमे थे। चौरीचौरा एसडीएम शिवम सिंह का कहना है कि छात्रों की समस्याओं को सुना गया। भोजन गुणवत्तापूर्ण नहीं थी। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था कराया जाएगा। यहां की समस्याओं की रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी। मेस ठेकेदार के लाइसेंस को रद्द कराने की रिपोर्ट भी दी जाएगी।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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