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छोटी को नहीं मिला इंसाफ तो बड़ी बहन ने मांगा तलाक, महज 5 रुपए ने बिगाड़ी ज़िंदगी
मेरठ: एक तरफ वह अपने लिए लड़ रही है, तो दूसरी तरफ तलाकशुदा छोटी बहन के न्याय के लिए संघर्ष कर रही है। यह कहानी है आमरीन की। आमरीन का आरोप है कि उसे और उसकी बहन को दहेज के लिए तंग किया जाता था। मांग पूरी नहीं होने पर उन्हें घर से निकाल दिया गया।
क्या है मामला
-खरखौदा के नरहेड़ा गांव के निजामुद्दीन पुत्री आमरीन और फरहीन का निकाह 28 मार्च 2012 में साकिर और साबिर दो सगे भाइयों से हुआ था।
-उनका आरोप है कि उन्हें दहेज और पैसे लाने के लिए अक्सर प्रताड़ित किया जाता था।
-28 सितंबर को उसकी छोटी बहन फरहीन को उसके शौहर शाकिर उर्फ समीर ने तलाक दे दिया था।
-वहीं आमरीन का कहना है कि उसे भी दहेज के लिए परेशान किया गया है।
पांच रूपए के चलते दिया था तलाक
-पीड़िता का आरोप है कि उन्होंने गाड़ी और पैसे लाने की मांग रखी।
-मांग पूरी नहीं होने पर घर से निकाल दिया।
-वह भी छोटी बहन को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही है।
-बेटी और बेटे के साथ आई आमरीन ने कहा कि वह भी अपने शौहर से तलाक चाहती है।
-जबकि आमरीन की बहन फरहीन तलाक के बाद से ही मायके में रह रही है।
-आमरीन का कहना है कि उसकी छोटी बहन के साथ ना इंसाफ़ी हुई है, उसे बेवजह तलाक दिया गया है।
-उसकी बहन फरहीन को उनके बहनोई ने मात्र पांच रूपए के चलते तलाक दिया था।
-बेटे ने पांच रुपए मांगे तो अपनी अम्मी से लेने के लिए कहा था।
-इसका विरोध किया तो फरहीन के शौहर ने मारपीट कर दी।
-फरहीन ने विरोध किया, तो उसे तलाक दे दिया।
-पीड़िता का कहना है कि उसके साथ भी मारपीट की जाती है, इसलिए उसे भी पति से तलाक चाहिए।
-वह चाहती है कि उसके ससुराल वालों पर कार्रवाई की जाए, इसके लिए वह एसएसपी से न्याय की गुहार लगाएगी।