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गोंडा के DM ने बाल श्रमिक को लिया गोद, इन बच्चों की जिंदगी में भी आई खुशहाली

मुफलिसी से मजबूर होकर रेडीमेड कपड़े की दुकान पर सौ रुपए प्रतिदिन की मजदूरी पर काम करने वाले शादाब खान की जिंदगी में डीएम आशुतोष निरंजन की मुहिम नया सवेरा बनकर आई।

tiwarishalini
Published on: 17 Jan 2017 11:52 AM GMT
गोंडा के DM ने बाल श्रमिक को लिया गोद, इन बच्चों की जिंदगी में भी आई खुशहाली
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गोंडा के DM ने बाल श्रमिक को लिया गोद, इन बच्चों की जिंदगी में भी आई खुशहाली शादाब को किताब और कपड़े देते डीएम आशुतोष निरंजन

गोंडा: मुफलिसी से मजबूर होकर रेडीमेड कपड़े की दुकान पर सौ रुपए प्रतिदिन की मजदूरी पर काम करने वाले शादाब खान की जिंदगी में डीएम आशुतोष निरंजन की मुहिम नया सवेरा बनकर आई। डीएम ने 14 साल के बाल श्रमिक शादाब खान को गोद लेकर उसकी शिक्षा-दीक्षा का जिम्मा उठाया और अपने आवास पर बुलाकर अपने साथ खाना खिलाया। इतना ही नहीं उसकी शिक्षा के लिए ट्यूशन की व्यवस्था के साथ ही ट्यूशन जाने के लिए एक साइकिल, कपड़े और किताबों का प्रबंध किया।

दरअसल पिछले महीने डीएम के निर्देशन में श्रम विभाग द्वारा गोंडा में सर्वोदय अभियान चलाया गया था। जिसमें छापेमारी कर 09 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया था। मुक्त कराए गए 09 बाल श्रमिकों को डीएम के निर्देशन में अधिकारियों की गोद मिल गई है। सर्वोदय योजना के तहत अफसरों द्वारा जिले के 09 बच्चों को गोद लिया गया है।

बाल श्रम से मुक्त कराए गए बच्चों का भविष्य संवारने के लिए डीएम ने खुद शादाब खान पुत्र नसीम अख्तर निवासी मोहल्ला गाड़ी बाजार पूर्वी कस्बा करनैगलंज को गोद लेकर तत्काल प्रभाव से प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा का प्रबंध किया है।

शादाब के साथ खाना खाते डीएम

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि उनके द्वारा गोद लिए गए बच्चे शादाब खान के परिजनों की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण वह मजबूर होकर कर्नलगंज कस्बे में ही एक फैंसी रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान पर सौ रुपए प्रतिदिन की मजदूरी करने लगा था। छापेमारी अभियान के दौरान शादाब दुकान पर काम करता हुआ पाया गया था।

उन्होंने बताया कि अगले शिक्षा सत्र में शादाब का एडमिशन वह किसी अच्छे स्कूल में कराएगें। उन्होंने बताया कि शादाब खान सहित सभी गोद लिए गए 09 बच्चों की पढ़ाई पर आने वाले खर्च को स्वयं उनके द्वारा और गोद लेने वाले अन्य सभी अधिकारियों द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा।

इसके साथ ही गोद लिए हुए बच्चों का ई-डाटा तैयार कर ऑनलाइन मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। डीएम की इस पहल से एक ओर जहां गरीब बच्चों की जिंदगी में खुशहाली आ गई है वहीं जिले में डीएम की पहल चर्चा का विषय बनी हुई है।

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इन बच्चों को भी मिली अधिकारियों की गोद

मोनू शुक्ला पुत्र श्रीधर शुक्ला, निवासी गौड़ियन पुरवा नगवांकला को मुख्य विकास अधिकारी जयंत कुमार दीक्षित, समीर पुत्र फहीम अख्तर निवासी गाड़ी बाजार कर्नलगंज पूर्वी को पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह, मंगली पुत्र रामानन्द मौर्या निवासी 430-नचनी कर्नलगंज को अपर जिलाधिकारी त्रिलोकी सिंह, रोहित पुत्र रामानंद मौर्या को अपर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने गोद लिया।

इसी तरह लक्ष्मण पुत्र अशरफी लाल निवासी अहिरनपुरवा निवासी सकरौरा ग्रामीण करनैलगंज और सोनू पुत्र अशरफी लाल निवासी सकरौरा ग्रामीण कर्नलगंज को देवीपाटन मण्डल के उपश्रमायुक्त शमीम अख्मर अंसारी, राजा पुत्र रोहित निवासी निवासी ग्राम चाइनपुरवा पोस्ट मलौना कर्नलगंज को परियोजना निदेशक डीआरडीए वीरपाल और प्रकाश पुत्र दृगराज निवासी चाइनपुरवा पोस्ट मलौना कर्नलगंज को जिला पंचायतराज अधिकारी घनश्याम सागर द्वारा गोद लिया गया है।

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Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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