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Jhansi News: चेक डैम से छोड़े जा रहे पानी से उत्पन्न स्थिति की डीएम ने की समीक्षा, अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश

Jhansi News: जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों/तहसीलदारों/नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे राप्ती के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर रखते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें

B.K Kushwaha
Published on: 21 July 2023 9:16 PM IST
Jhansi News: चेक डैम से छोड़े जा रहे पानी से उत्पन्न स्थिति की डीएम ने की समीक्षा, अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश
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(Pic: Newstrack)

Jhansi News: जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने जनपद व आसपास हो रही लगातार बारिश के दृष्टिगत चेक डैम से छोड़े जा रहे पानी के कारण उत्पन्न सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य से सम्बन्धित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होने कहा कि विगत वर्षो में आयी बाढ़ अथवा बांधों से वर्षा जल छोड़े जाने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के अनुभव के आधार पर जो गावों बाढ़ से प्रभावित हुए, सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों का दौरा एवं गांव वालों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी चाक-चौबन्द कर लें। ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों की मदद और सहायता करके उन्हें सुरक्षित किया जा सके।

चेतावनी के साइन बोर्ड से लोगों को करें सतर्क

जिलाधिकारी ने संभावित बाढ़ के दृष्टिगत निर्देश दिए कि ऐसे क्षेत्र जहां पर दुर्घटनाओं की संभावना प्रबल रहती है वहां पर चेतावनी के बोर्ड लगाए जाएं और लोगों को नदी किनारे व गहरे पानी में जाने से रोका जाए उन्होंने इस मौके पर ग्राम प्रधान लेखपाल ग्राम सचिव तथा रोजगार सेवक को भी निर्देशित किया कि लोगों को ऐसी दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र में जाने से रोका जाए। उन्होने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले गॉव में राहत शिविर की स्थापना अधिकारियो -कर्मचारियों की तैनाती, नाव एवं नाविक की सूची, ब्लाक एवं ग्राम आपदा प्रबन्धन समिति का गठन, जीवनरक्षक उपकरण, मोटरवोट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें।

जनपद की 40 बाढ़ चौकियों को एलर्ट रहने के निर्देश

उन्होने निर्देश दिया है कि जनपद की सभी 40 बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु तथा यदि किसी भी व्यक्ति के बाढ़ के दौरान सांप काट लेता है तो उनसे बचाव हेतु एंटीवेनम सहित अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाए। सम्भावित बाढ़ को देखते हुए पशुओं को चारे की कोई दिक्कत न होने पावे, इसके लिए भूसा के इंतेजाम की आवश्यक कार्यवाही तथा पशुओं को बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के बचाव हेतु शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने हेतु मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों/तहसीलदारों/नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे राप्ती के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर रखते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें। सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर नाव और नाविकों की सूची एवं उनका मोबाइल नम्बर, स्कूलों में तैनात रसोईयां, सफाईकर्मी, रोजगार सेवक एवं गांवों में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी सूची एवं मोबाइल नम्बर अपडेट रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों की सहायता ली जा सके। जनपद में 40 बाढ़ चौकियां स्थापित है, सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के सापेक्ष कुल 41 नाविकों को नामित कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त जनपद में बुंदेलखंड बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना बेतवा परिसर बेतवा भवन में की जा चुकी है।



B.K Kushwaha

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