TRENDING TAGS :
इटावा में डीएम ने लताड़ा सीएमओ को, गरमाया ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा
कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने में हो रही देरी के चलते डीएम श्रुति सिंह ने सीएमओ को फोन पर जमकर फटकार लगाई।
इटावा : जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में बने 100 शैय्या कोविड 19 (covid- 19) वार्ड में 25 ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) वर्तमान में उपलब्ध, सीएमओ ने बताया 55 सिलेंडर और मंगाये जा रहे हैं। साथ ही ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम भी जल्द ही कांधनी में शुरू हो जायेगा।
50 ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) के सहारे जनपद का कोविड अस्पताल (Covid Hospital) प्रति मरीज 3 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रति दिन की जरूरत है। सीएमओ ने कहा साशन को भेजा गया ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का प्रस्ताव जल्द होगा निर्माण।
कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिझाने में देरी
वहीं टेंडरकर्ता के खाते में फंड ट्रांसफर ना होने से ज़िला अस्पताल के कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने के काम में हो रही देरी जिसके चलते जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने सीएमओ को फोन पर जमकर क्लास लगाई। किसी भी हालत में कल से काम शुरू कराने के दिये आदेश। प्रदेश भर से कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की खबरों के बीच इटावा जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में बने 100 बेड कोविड अस्पताल में अभी 30 मरीज़ भर्ती हैं।
जिले में 1525 एक्टिव केस
मौके पर मौजूद इंचार्ज डॉक्टर अब्दुल कादिर ने बताया कि फिलहाल उनके पास 25 सिलेंडर हैं, जिसमें 10 गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। शेष 15 सिलेंडर भरने गए हैं। वो शाम तक भरकर आ जाएंगे फिलहाल 30 लोगों के लिए जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में सिलेंडर हैं। अभी जिले में 1525 एक्टिव केस कोरोना मरीजों के बताए जा रहे हैं। लेकिन जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है उसके चलते 55 और सिलेंडर की व्यवस्था जिला अस्पताल में कराई जा रही है।
वहीं जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने के लिए काम कर रहे कार्यदायी संस्था ने फंड न मिलने के चलते काम रोक दिया है जिसके कारण जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने फोन पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनएस तोमर की जमकर क्लास लगाई। डीएम श्रुति सिंह ने किसी भी हालत में कल तक काम कराने के लिए सीएमओ को दिया आदेश फोन पर वार्तालाप में डीएम ने कहा कि फंड तो आ जाएगा लेकिन आप कल से किसी भी तरह में काम शुरू कराइए आप लोग क्यों नहीं अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और मुझे इस बारे में क्यों नहीं सूचित किया गया।