TRENDING TAGS :
जानिए कौन हैं एपी मिश्रा, UPPCL PF घोटाले में हुए गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के पीएफ घोटाले मामले में मंगलवार को बड़ी गिरफ्तारी हुई है। यूपी के बिजली विभाग के कर्मचारियों के पीएफ का पैसा निजी कंपनी DHFL में लगाने वाले यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पीएफ घोटाले मामले में मंगलवार को बड़ी गिरफ्तारी हुई है। यूपी के बिजली विभाग के कर्मचारियों के पीएफ का पैसा निजी कंपनी कंपनी DHFL में लगाने वाले यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की फिलहाल EOW जांच कर रहा है। इसके अलावा यूपी सरकार ने सीबीआई जांच की भी सिफारिश की है।
यह भी पढ़ें...UPPCL PF घोटाला: अखिलेश का योगी सरकार पर हमला, कहा- मुख्यमंत्री जिम्मेदार
कौन हैं एपी मिश्रा
पूर्व एमडी अयोध्या प्रसाद मिश्रा को राजनीतिक रसूख वाला अधिकारी माना जाता है। अखिलेश यादव सरकार ने एपी मिश्रा को रिटायरमेंट के बाद तीन बार सेवा विस्तार दिया था। एपी मिश्रा ने अखिलेश यादव पर किताब भी लिखी थी।
किताब विमोचन के मौके पर अखिलेश यादव के साथ एपी मिश्रा
यह भी पढ़ें...DHFL पीएफ घोटाला: UPPCL के पूर्व MD एपी मिश्रा गिरफ्तार
उनको अरबपति मिश्रा उर्फ एपी मिश्रा भी कहा जाता है। एपी मिश्रा अखिलेश सरकार में लंबे समय तक यूपी पावर काॅरपोरेशन के निदेशक रहे।
एपी मिश्रा को मुलायम सिंह और अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। 2012 में अखिलेश सरकार बनते ही किसी IAS अधिकारी की जगह एक इंजीनियर एपी मिश्रा को यूपीपीसीएल का प्रबंध निदेशक बना दिया गया।
एपी मिश्रा के इस्तीफे पर राज्यपाल का स्वीकृति पत्र
यह भी पढ़ें...7000 करोड़ का बैंक घोटाला: CBI ने UP समेत 169 ठिकानों पर एक साथ मारा छापा
एपी मिश्रा पूर्वांचल और मध्यांचल के भी प्रबंध निदेशक रहे हैं। 24 मार्च 2017 में योगी सरकार बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। एपी मिश्रा को रिटायर होने के बाद तीन बार सेवा विस्तार भी मिला था। कहा जाता है कि वह चुनाव में सपा से टिकट भी मांग रहे थे।
एपी मिश्रा पर आरोप है कि 17 मार्च 2017 में जब योगी सरकार का शपथ ग्रहण नहीं हुआ था तभी आनन-फानन में उनके कहने पर DHFL में निवेश की पहली किस्त जारी कर दी गई थी।