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जानें क्या है भारत के खिलाफ साजिश रचने वाला ISIS का खुरासान मॉड्यूल? ऐसे करता है काम
लखनऊ: यूपी की राजधानी के ठाकुरगंज की हाजी कॉलोनी में मंगलवार (7 मार्च) को आतंकियों के खिलाफ शुरू हुआ ऑपरेशन आखिरकार 11 घंटे बाद ख़त्म हो गया। इस पूरे ऑपरेशन को एटीएस ने बखूबी अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में आईएसआईएस के आतंकी सैफुल्लाह को मार गिराया गया। बताया जा रहा है कि आईएसआईएस के लखनऊ-कानपुर (खुरासान) मोड्यूल के 6 आतंकी अभी भी पकड़ से बाहर हैं।
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इस ऑपरेशन के दौरान एक शब्द बार-बार सुना गया वो था 'खुरासान मॉड्यूल'। इसके बाद इस मॉड्यूल की चर्चा होने लगी। आम लोगों के मन में ये सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर ये खुरासान मॉड्यूल है क्या और ये कैसे काम करता है?
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तहरीक-ए-तालिबान का हिस्सा है
दरअसल, आईएसआईएस का खुरासान मॉड्यूल पाकिस्तान के तहरीक-ए-तालिबान का एक हिस्सा है, जो खुरसान समूह के नाम से जाना जाता है। ये आतंकी समूह मूल रूप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है। यह आतंकी समूह बगदाद में आतंकियों की भर्ती करता है।
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खुरसान ग्रुप ऐसे करता है काम
जानकारी के अनुसार, खुरसान ग्रुप के आतंकी सीरिया से तमाम देशों में अपने स्लीपर सेल के संपर्क में रहते हैं। उन्हें साजिश के बारे में बताते हैं। ये ऑनलाइन बम बनाने और धमाके की ट्रेनिंग भी देते हैं। आतंकियों के आका इसके लिए वीडियो कॉलिंग और टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप का भी इस्तेमाल करते हैं।
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ढाका कैफे में किया था हमला
आतंकियों का यह समूह भारत में आतंकियों की भर्ती बांग्लादेश ब्रांच की मदद से करता है। पिछले साल ढाका के एक कैफे में हमले के पीछे इसी आतंकी समूह का हाथ माना जाता है। पिछले साल ही हैदराबाद के कुछ युवकों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में ये खुलासा हुआ कि ये आतंकी बांग्लादेश के रास्ते सीरिया जाने की फिराक में थे।
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एनआईए ने दबोचा था ग्रुप के 17 सदस्यों को
इसी तरह दिसंबर 2016 में एनआईए ने तमाम एजेंसियों के साथ मिलकर देश के अलग-अलग शहरों में छापेमारी की थी और आईएसआईएस के खुरसान ग्रुप के 17 सदस्यों को दबोचा था। जांच में महाराष्ट्र के ठाणे से तीन युवकों के सीरिया जाकर खुरसान समूह के साथ मिल जाने का भी खुलासा हुआ था।