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आखिर चुनाव प्रचार की शुरुआत शाकुंभरी देवी से ही क्यों करती है भाजपा?

रविवार की दोपहर करीब एक बजे योगी आदित्यनाथ मां शाकुंभरी देवी तीर्थ स्थल से करीब तीन किलोमीटर पहले गांव नागल माफी में बनाए गए हैलीपेड पर उतरे। यहां से उतरने के बाद उन्होंने सबसे पहले भूरा देव के दर्शन किए। मान्यता है कि मां शाकुंभरी देवी के दर्शन से पहले भूरा देव की पूजा अर्चना की जाती है, इसके बाद ही मां शाकुंभरी देवी की यात्रा सफल मानी जाती है।

Aditya Mishra
Published on: 24 March 2019 9:59 AM GMT
आखिर चुनाव प्रचार की शुरुआत शाकुंभरी देवी से ही क्यों करती है भाजपा?
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सहारनपुर: भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव रहा हो या यूपी का विधानसभा चुनाव। भारतीय जनता पार्टी शाकुंभरी देवी से ही अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करती है। इसका एक कारण जहां ये है कि सहारनपुर की बेहट विधानसभा उत्तर प्रदेश की पहले नंबर पर आती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत यहां की थी और प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी।

आपको बता दें कि मां शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ देश में स्थित 52 शक्तिपीठों में से एक है। दुर्गा सप्तशती के 13वें अध्याय में मां शाकंभरी देवी का उल्लेख मिलता है। यहां पर मां ने दुर्ग नामक राक्षस का वध किया था, जिसके बाद मां जगदंबा दुर्गा कहलाई। शाकंभरी देवी से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करना भाजपा के लिए हमेशा लकी रहा है।

वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मां शाकुंभरी देवी के श्रीचरणों में माथा टेका था और विजयी हासिल की थी। इसे बाद यूपी में हुए विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत भी अमित शाह ने यहीं से की थी। तब मां शाकंभरी देवी के दर्शन करने के बाद भाजपा नेताओं ने विजयी क्रांति रथ यात्रा यहीं से शुरू की थी।

मां शाकुंभरी देवी का मंदिर बेहट विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है। भाजपा नेताओं का मत है कि मां शाकुंभरी देवी उनकी आराध्य देवी है। मां जगदंबा का ही स्वरुप है। तो मां का आशीर्वाद लेकर कोई भी कार्य शुरू किया जाए तो उस कार्य में परास्त का मुंह नहीं देखना पड़ता।

पिछले चुनाव में भाजपा को मिली अपार सफलता को ध्यान में रखते हुए इस बार भी भाजपा ने यूपी में अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत मां शाकंभरी देवी के आशीर्वाद से की हैं।

रविवार की दोपहर करीब एक बजे योगी आदित्यनाथ मां शाकंभरी देवी तीर्थ स्थल से करीब तीन किलोमीटर पहले गांव नागल माफी में बनाए गए हैलीपेड पर उतरे। यहां से उतरने के बाद उन्होंने सबसे पहले भूरा देव के दर्शन किए। मान्यता है कि मां शाकंभरी देवी के दर्शन से पहले भूरा देव की पूजा अर्चना की जाती है, इसके बाद ही मां शाकंभरी देवी की यात्रा सफल मानी जाती है।

भूरा देव के दर्शन करने के बाद योगी आदित्यनाथ मां शाकंभरी देवी के दरबार में पहुंचे, जहां पर पंडितों ने मंत्रोच्चार के बीच माता की पूजा अर्चना कराई। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने मां शाकंभरी देवी से लोकसभा चुनाव में विजय होने की मन्नत मांगी। इस दौरान उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेतागण रहे।

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Aditya Mishra

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