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प्रसव के समय डॉक्टर ने काटा बच्चे का सिर,धड़ से सिलकर परिजनों को सौंपा
आजमगढ़: जिले के एक नर्सिंग होम में डिलिवरी के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर काट दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर्स ने ऑपरेशन के लिए पैसे तो लिए थे लेकिन ऑपरेशन नहीं किया। उधर, डॉक्टर्स मामले को सुलझाने में जुटी है।
क्या है पूरा मामला
-यह मामला लक्षीरामपर स्थित संजीवनी नर्सिंग होम का है।
-यहां की संचालिका और महिला डॉक्टर अर्चना मैसी पर एक नवजात की मौत का आरोप लगा है।
-प्रसव पीड़ा से परेशान एक महिला के लिए हॉस्पिटल गई थी।
-डॉक्टर ने उसे नार्मल डिलिवरी की बात कहकर हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया था।
-डॉक्टर ने उससे मोटी रकम भी वसूली थी।
परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
-परिजनों का कहना है कि वे डॉक्टर से डिलिवरी की बात कह रहे थे।
-लेकिन डॉक्टरों ने नार्मल डिलिवरी करने को कहा था।
-जब मामला उलझ गया तो डॉक्टर भी ऑपरेशन की बात कहने लगे।
-लगभग तीन घंटे बाद महिला डॉक्टर बाहर आईं और बच्चे को न बचा पाने की बात कही।
-उन्होंने बच्चे को पैक कर के दे दिया।
-परिजन जब बच्चे को दफनाने पहुंचे तो मृत बच्चे की हालत देखकर उनके होश उड़ गए।
-बच्चे का सिर उसके धड़ से अलग था।
-बच्चे के सिर को धड़ से सिलकर दिया गया था।
परिजनों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा
-मामला उजागर होने के बाद परिजन हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया।
-उसके बाद से हॉस्पिटल प्रशासन मामले पर पर्दा डालने की कोशिश में जुटा है।
-परिजन चाहते है कि डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो जिससे यह घटना दूसरों के साथ न घट सकें।
हंगामा करते परिजन
क्या कहना है डॉ अर्चना मैसी का
-नर्सिंग होम की संचालिका डॉ.अर्चना मैसी का कहना है कि बच्चा काफी तंदरुस्त था।
-वह पेट में ही एक्सपायर कर गया था।
-उसका सर निकल गया था लेकिन बाकी हिस्सा नहीं निकल रहा था।
-काफी कोशिश के बाद भी सिर नहीं निकला तो परिजनों को इसके बारे में जानकारी दी गयी कि ऑपरेशन करना पड़ेगा और मरीज की जान को बचाने के लिए बच्चे का सिर काटना पड़ा।
आरोपी डॉक्टर