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स्वास्थ्य राज्य मंत्री के जिले में डॉक्टर ने इलाज से किया इनकार, प्रेग्नेंट वाइफ को ठेले पर लेकर घूमता रहा पति
यूपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी यादव के गृह जनपद में एक शख्स को अपनी प्रेग्नेंट वाइफ पत्नी के इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ा। रुपए के अभाव में डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया कर उसे बहराइच रेफर कर दिया।
ठेले पर प्रेग्नेंट वाइफ को लेकर इधर उधर भटकता रहा पति
बलरामपुर: यूपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी यादव के गृह जनपद बलरामपुर में बुधवार (21 दिसंबर) को एक शख्स को अपनी प्रेग्नेंट वाइफ के इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ा। रुपए के अभाव में डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया कर उसे बहराइच रेफर कर दिया। जिसके बाद विक्टिम अपनी वाइफ को लेकर ठेले पर सुबह से शाम तक बलरामपुर के हर सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल का दरवाजा खटखटाता रहा, लेकिन डॉक्टरों की मानवीय संवेदना इस कदर मर चुकी थी कि किसी भी डॉक्टर ने विक्टिम शख्स की प्रेग्नेंट वाइफ का इलाज करना मुनासिब नहीं समझा।
क्या है मामला ?
-मामला कोतवाली नगर के सराय फाटक इलाके का है।
-जहां के रहने वाले मोहम्मद शफी की वाइफ फूलजहां प्रेग्नेंट थी।
-दो दिन पहले ही उसकी तबीयत खराब हुई थी।
-जिसके बाद मंगलवार को उसे जिला महिला चिकित्सालय में एडमिट कराया गया था।
-मंगलवार को डॉक्टर ने मोहम्मद शफी से कहा कि गर्भ में ही उसका बच्चा मर चुका है।
-उसे ऑपरेशन कर निकालना पड़ेगा।
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पैसा नहीं, तो इलाज नहीं
मोहम्मद शफी ने बताया कि उसने डॉक्टर से ऑपरेशन कर पत्नी की जान बचाने को कहा, लेकिन जिला महिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर आर के सिंह (सर्जन) ने उससे 10 से 15 हजार रुपए का इंतजाम करने की बात की और कहा कि जब तक पैसे जमा नहीं होंगे वह ऑपरेशन नहीं हो करेंगे। पैसों का इंतजाम ना होने पर जब मोहम्मद शफी ने डॉक्टर को सूचना दी तो डॉक्टर ने उससे उसकी वाइफ को जिला चिकित्सालय से बहराइच के लिए रेफर कर दिया।
कभी इधर, कभी उधर भटकता रहा पति
-मोहम्मद शफी अपनी वाइफ को लेकर जैसे तैसे बहराइच जिला चिकित्सालय पहुंचा।
-जहां डाक्टरों ने उसे एडमिट करने से इंकार कर दिया और फिर से बलरामपुर वापस चले जाने की बात कही।
-मोहम्मद शफी ने डॉक्टरों की बात मान कर अपनी वाइफ को फिर से बलरामपुर जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
-जहां उसने डॉक्टर से ऑपरेशन करने की बात कही।
-इसके साथ ही मोहम्मद शफी ने डॉक्टर से पैसे बाद में चुकता करने को भी कहा।
-डॉक्टर आर के सिंह का दिल नहीं पसीजा।
-उन्होंने इस बार भी मोहम्मद शफी की प्रेग्नेंट वाइफ को एडमिट करने से मना कर दिया।
-जिसके बाद मोहम्मद शफी अपनी प्रेग्नेंट वाइफ को ठेले पर लाद कर जिला चिकित्सालय पहुंचा, लेकिन वहां भी उसको कोई मदद नहीं मिली।
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नहीं आई 102 एम्बुलेंस
-मोहम्मद शफी का आरोप है कि उसने कई बार 102 एम्बुलेंस पर फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई।
-जिसके बाद उसे मजबूरन अपनी प्रेग्नेंट वाइफ को ठेले पर लादकर जिला महिला चिकित्सालय जाना पड़ा।
मीडिया कर्मियो ने की मदद
-रूटीन भ्रमण के दौरान कुछ मीडिया कर्मी जिला चिकित्सालय पहुच गए।
-ठेले पर प्रेग्नेंट महिला को देख उन्होंने फौरन मदद के लिए डीएम रामविशाल मिश्रा को मामले की जानकारी दी।
-जिसके बाद विक्टिम को जिला महिला चिकित्सालय पहुंचाया गया।
सूचना के बाद हरकत में आए डीएम
-आनन फानन में डीएम ने महिला चिकित्सालय में तैनात सर्जन डॉक्टर आर के सिंह से संपर्क कर प्रेग्नेंट महिला को तुरंत एडमिट कर इलाज करने का आदेश दिया।
-जिसके बाद मोहम्मद शफी ने अपनी प्रेग्नेंट वाइफ को महिला चिकित्सालय में एडमिट कराया।
क्या बोले डीएम ?
-डीएम राम विशाल मिश्रा ने बताया कि घटना मीडिया द्वारा संज्ञान में लाई गई थी।
-घटना के संज्ञान में आते ही डॉक्टर आर के सिंह से संपर्क कर उन्हें तत्काल विक्टिम महिला का इलाज करने का आदेश दिया गया।
-जिसके बाद उन्होंने महिला को हॉस्पिटल में एडमिट कर उपचार शुरू कर दिया।
-अगर विक्टिम फैमिली की तरफ से कोई लिखित शिकायत देता है, तो उस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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