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Umesh Pal Hatyakand: मुख्तार अंसारी से जुड़े उमेश पाल हत्याकांड के तार, बरेली में लिखी गई थी शूटआउट की स्क्रिप्ट
Umesh Pal Hatyakand Update: मुख्तार के भाई मंसूर की अशरफ और अली से कुछ दिनों पहले बरेली जेल में हुई मुलाकात की एसटीएफ कर रही है जांच।
Umesh Pal Hatyakand Update: राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या में माफिया डान मुख्तार अंसारी का भी हाथ होने की बात सामने आ रही है। इस हत्याकांड के तार मुख्तार से जुड़ते दिख रहे हैं। गुजरात से अतीक का इशारा होता है और बरेली जेल में शूटआउट की स्क्रिप्ट लिख दी जाती है और प्रयागराज में घटना को अंजाम दे दिया जाता है। पुलिस की जांच तो इसी तरफ इशारा करती दिख रही है।
उमेश पाल की हत्या के मामले की जांच कर रही पुलिस जैसे-जैसे अपनी तफ्तीश में आगे बढ़ रही है उसे इस हत्याकांड में माफिया अतीक से लेकर बाहुबली मुख्तार अंसारी के गैंग का भी नाम सामने आता दिख रहा है। पुलिस की अब तक की जांच इस ओर इशारा कर रही है कि यह हत्याकांड गुजरात की जेल में बंद अतीक के इशारे पर बरेली की जेल में योजना बनाकर फिर प्रयागराज में अंजाम दिया गया था।
मंसूर की अशरफ और अतीक के बेटे से जेल में हुई थी मुलाकात
मामले की जांच कर रही पुलिस को मुख्तार अंसारी गैंग की भूमिका के प्रमाण मिल रहे हैं। मुख्तार के चचेरे भाई मंसूर की अतीक के भाई अशरफ और बेटे अली से कुछ दिनों पहले जेल में हुई मुलाकात की गहनता से जांच की जा रही है। एसटीएफ की शुरुआती जांच में पता चला है कि उमेश पाल की हत्या की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने रची थी। शुरुआती पड़ताल में इसकी पुष्टि हुई है। सुराग मिले हैं कि मुख्तार के कुछ गुर्गे गुजरात जेल में बंद अतीक के संपर्क में थे। आशंका जताई जा रही है कि अतीक ने इन गुर्गों के जरिए अपने भरोसेमंद गुड्डू मुस्लिम और गुलाम से उमेश पाल को ठिकाने लगाने को कहा था। इसके बाद दोनों ने स्थानीय युवकों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया। हत्याकांड में शामिल एक शूटर को अभी तक चिह्नित नहंी किया जा सका है। घटना को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट जल्द ही इनाम की घोषणा कर सकता है।
लखनऊ में भी हुई पूछताछ
एसटीएफ की टीमों ने लखनऊ में भी अतीक और गुड्डू मुस्लिम के करीबियों से पूछताछ की है। वहीं जौनपुर, वाराणसी के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार में दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर एसटीएफ शूटरों की तलाश कर रही है।
ईडी जांच के दौरान रहा सक्रिय
मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ चल रही प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दौरान भी मंसूर प्रयागराज में खासा सक्रिय था। इस दौरान उसने नैनी जेल में अतीक के बेटे से मुलाकात की थी। इसकी जानकारी के लिए एसटीएफ नैनी जेल के सीसीटीवी खंगालने की तैयारी में है।
साजिश बरेली जेल में रचे जाने का शक
उमेश पाल की हत्या की साजिश बरेली जेल में रचे जाने का शक प्रयागराज एसटीएफ को है। जिले में दो दिन से डेरा डाली एसटीएफ की टीम ने जेल में बंद अतीक के भाई और हत्याकांड में नामजद आरोपी खालिद अजीम उर्फ अशरफ से पूछताछ के लिए जेल प्रशासन से संपर्क साधा है। एसटीएफ जल्द ही उससे पूछताछ कर सकती है। अशरफ दो साल से बरेली जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद है। इस दौरान पूर्वांचल के कुछ लोगों ने उससे मुलाकात भी की थी। उमेश पाल हत्याकांड की साजिश जेल के अंदर रचे जाने की आशंकाओं के बीच प्रयागराज एसटीएफ शनिवार को ही बरेली पहुंच गई थी। जेल प्रशासन से अशरफ की गतिविधियों और दिनचर्या के बारे में जानने के अलावा उससे जेल में मुलाकात करने वालों के संबंध में भी ब्योरा जुटाया।
अतीक भी बरेली जेल में रह चुका है
यह भी सुराग जुटाए कि उमेश पाल की हत्या के दौरान या हाल के दिनों में अशरफ प्रयागराज में किसी के संपर्क में तो नहीं था। माफिया अतीक साबरमती जेल और उसका भाई अशरफ बरेली जेल में बंद है। हालांकि, अशरफ को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उमेश हत्याकांड के बाद उसे तन्हाई में भेज दिया गया है। अतीक भी बरेली जेल में रह चुका है। जेल अधीक्षक राजीव कुमार शुक्ला ने बताया कि अशरफ से पूछताछ के लिए एसटीएफ ने संपर्क साधा है। कोर्ट की अनुमति के बाद ही एसटीएफ पूछताछ कर सकेगी।
काले कपड़े में अतीक का बेटा असद, बरसाईं पिस्टल से गोलियां
सीसीटीवी फुटेज में जो शख्स काले रंग के कपड़े पहनकर लगातार गोलियां चला रहा है, उसे ही अतीक का तीसरा बेटा असद बताया जा रहा है। असद का अभी तक कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। वह सेंट जोसेफ कॉलेज का छात्र है। असद बहुत कम उम्र से ही तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाने लगा था। एक शादी में उसे हर्ष फायरिंग करते भी देखा गया था।