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Timber Industry In UP: टिम्बर उद्योग के विकास के लिए सरकार की नीति और नीयत सकारात्मक : डॉ दिनेश शर्मा

Timber Industry In UP: यूपी की तरक्की में टिम्बर उद्योग की अहम भूमिका । लकडी (काष्ठ उद्योग)के सामान का आज भी कोई मुकाबला नहीं । सरकार ने बनाया पर्यावरण एवं टिम्बर उद्योग के बीच में संतुलन ।

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Newstrack Network
Published on: 10 Jan 2024 12:07 AM IST
Dr. Dinesh Sharma said- Governments policy and intentions for the development of timber industry are positive
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डॉ दिनेश शर्मा ने कहा- टिम्बर उद्योग के विकास के लिए सरकार की नीति और नीयत सकारात्मक: Photo- Social Media

Timber Industry In UP: राज्यसभा सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि यूपी के सीएम योगी सरकार की नीति और नीयत टिम्बर उद्योग के विकास के लिए सकारात्मक रही है। पूर्व में इस उद्योग की राह में कुछ कठिनाईयां रहीं थी पर वर्तमान सरकार उनके निराकरण के लिए लगातार प्रयासरत है। कोर्ट में भी सरकार ने काष्ठ उद्योग के पक्ष में मत रखा है। लकडी उद्योग उत्तर प्रदेश की तरक्की का बड़ा कारण है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुई निवेश समिट में करीब 1000 करोड रुपये के निवेश प्रस्ताव लकडी उद्योग की तरफ से आए थे। आज यूपी से निर्यात बढा है। इसमें लकडी के सामान की अहम भूमिका है। समय के साथ लकडी के सामान के विकल्प आए हैं। पर आज भी लकडी के सामान का कोई मुकाबला नहीं है। उत्तर प्रदेश बडी मात्रा में वन आच्छादित रहा है पर वनों के कटान ने पर्यावरण पर असर डाला है। इस असर को कम करने के लिए ही सरकार ने वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया है। वर्तमान सरकार ने पांच करोड पेड लगाने का लक्ष्य रखा है। वृक्ष जीवन के लिए अहम हैं और आक्सीजन के सिलेन्डर के समान हैं। वे लोगों को बीमारियों से भी बचाते हैं।

डा शर्मा ने कहा कि सरकार पर्यावरण और लकडी उद्योग के बीच में सन्तुलन बनाने का कार्य कर रही है। लकडी उद्योग पर आए संकट को सरकार ने काफी हद तक हल कर दिया है। आरा मशीनों को लेकर भी नए प्राविधान किए गए हैं। लकडी के खिलौने आज दुनिया में धूम मचा रहे हैं। मेरठ का खेल का सामान, सहारनपुर के लकड़ी के फर्नीचर दुनिया के कोने कोने में पहुच रहा है।

टिम्बर उद्योग के लिए प्रशिक्षण की भी है व्यवस्था

सांसद ने कहा कि टिम्बर उद्योग को बढाने के लिए इससे जुडे लोगों के प्रशिक्षण की सरकार ने व्यवस्था की है। सरकार ने लकडी आधारित उद्योगों को लाइसेन्स देने के लिए पोर्टल खोलने पर सकारात्मक विचार किया है। अन्य प्रदेशों से लकडी मंगाने की शर्तों को आसान बनाने की आवश्यकता है जिस पर उद्योग के लोगों का पक्ष सरकार के सामने रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि परम्परागत उद्योग के क्षेत्र में प्रारंभ से ही प्रशिक्षण देने की जरूरत है। भारत में पहले परम्परागत उद्योग के क्षेत्र में लोग बडे होते होते कौशल सीख जाते थे। आज भारत सरकार इसके लिए प्रशिक्षण दे रही है। इनको प्रोत्साहन के लिए तमाम तरह से लोन की भी व्यवस्था की गई है। इस लकडी के व्यवसाय से जुडे लोगों को इस क्षेत्र में उपलब्ध तरक्की के अवसरों की जानकारी भी दी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया ने तमाम व्यवस्थाओं को बदल दिया है।

किसी समय में सूचना के आदान प्रदान का जरिया रहने वाले पत्र की जगह अब मोबाइल ने ले ली है। अब मात्र चन्द मिनटों में हाल चाल लेने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इस नए दौर के साथ टिम्बर उद्योग को भी कदमताल करने की जरूरत है। डाकखाने अब सामान को बाहर भेजने निर्यात करने का केन्द्र भी हो गए हैं। लकडी का सामान इनके जरिए भी बाहर भेजा जा सकता है। डॉ दिनेश शर्मा आज उत्तर प्रदेश टिंबर संगठन के प्रदेश सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे । सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष मोहनीश त्रिवेदी, सकेत शर्मा रजनीश गुप्ता, संदीप शर्मा सहित तमाम जिलों से आए प्रतिनिधि मौजूद थे।



Shashi kant gautam

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