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Lucknow: ABVMU के नए VC होंगे डॉ संजीव मिश्रा, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने जारी किया आदेश
Lucknow News: उनकी नियुक्ति तीन वर्षों के लिए की गई है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डॉ संजीव मिश्रा की नियुक्ति के लिए आदेश जारी कर दिया है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, जोधपुर के निदेशक डॉ संजीव कुमार मिश्रा को अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ का कुलपति नियुक्ति किया है। उनकी नियुक्ति तीन वर्षों के लिए की गई है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डॉ संजीव मिश्रा की नियुक्ति के लिए आदेश जारी कर दिया है।
डॉ संजीव मिश्रा का कार्यकाल उनके पद ग्रहण करने के दिन से तीन साल की अवधि के लिए होगा। राज्यपाल ने यह नियुक्ति अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय अधिनियम 2018 की धारा 12 की उपधारा 1 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए की है। डॉ मिश्रा, प्रो. एके सिंह की जगह लेंगे।
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना साल 2020 में हुई थी। प्रो. एनके सिंह इस विश्वविद्यालय के पहले कुलपति हैं। दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद उनकी जगह डॉ संजीव मिश्रा को नियुक्त किया गया है। विश्वविद्यालय अधिनियम के मुताबिक, किसी विश्वविद्यालय के पहले वीसी का कार्यकाल दो साल के लिए ही हो सकता है। इसके बाद आने वाले कुलपतियों का कार्यकाल तीन साल का होगा।
क्यों डॉ संजीव मिश्रा को चुना गया
डॉ संजीव मिश्रा लखनऊ के मशहूर कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं। मेडिकल के पेशे में उनके पास अच्छा-खासा अनुभव है। साल 2012 में शुरू हुए जोधपुर एम्स में उनके उल्लेखनीय योगदान को हर किसी ने माना है। जोधपुर एम्स के साथ उनका सफर करीब एक दशक पुराना है। उन्हें कुछ दिनों के लिए ऋषिकेश एम्स के निदेशक पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिली थी। ऐसे में योगी सरकार उनके विराट अनुभवों को देखते हुए नई-नवेली अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय को उनके हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है।
बता दें कि इसी साल मई में प्रदेश सरकार ने इस विश्वविद्यालय के स्थापना के लिए 1 अरब 45 लाख रूपये के बजट को स्वीकृती प्रदान की थी। विवि के सभी विभागों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का निर्णय लिया गया है। इस विश्वविद्यालय से प्रदेश के अबतक 14 डेंटल कालेज, लगभग 50 मेडिकल कालेज, 250 पैरामेडिकल साइंस के कालेज और 350 नर्सिंग कालेज को मान्यता मिल चुकी है।