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Dr. Shyama Prasad Mukherjee death anniversary: मुख्यमंत्री योगी ने दिया पुष्पांजलि,अनुच्छेद 370 के खिलाफ थे डॉ मुखर्जी

Dr.Shyama Prasad Mukerjee death anniversary: 23 जून 1953 को भारतीय जनसंघ के संस्थापक और सबसे पहले अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।

Ashutosh Tripathi
Report Ashutosh TripathiPublished By Shweta
Published on: 23 Jun 2021 12:27 PM IST (Updated on: 23 Jun 2021 1:10 PM IST)
Dr. Shyama Prasad Mukherjee death anniversary: मुख्यमंत्री योगी ने दिया पुष्पांजलि,अनुच्छेद 370 के खिलाफ थे डॉ मुखर्जी
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Dr.Shyama Prasad Mukherjee death anniversary: 23 जून 1953 को भारतीय जनसंघ के संस्थापक और सबसे पहले अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। आज इनका पुण्यतिथि है। इस दिन को भारतीय जनता पार्टी "बलिदान दिवस" के रूप में मनाती है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें याद किया और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि दी। इस दौना उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, बृजेश सिंह, व पंकज सिंह मौजूद रहे।

डॉक्टर मुखर्जी के प्रतिमा पर सीएम योगी पुष्पांजलि देते हुए

बता दें कि डॉक्टर मुखर्जी ने अनुच्छेद 370 का विरोधी करते रहे। उनका मानना था कि कश्मीर भारत का हिस्सा है और लेकिन यहां पर अन्य राज्यों की तरह समान क़ानून लागू नहीं है इसलिए वह अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे। इसके लिए उन्होंने आवाज भी उठाई और उनका मानना था कि "एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे"

मुख्यमंत्री योगी जाते हुए

बहुत कम उम्र में बने कुलपति

डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था। यह एक संभ्रांत परिवार से तालुकात रखते थे। इनके पिता आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् थे। डॉक्टर मुखर्जी ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद साल 1926 में सीनेट के सदस्य बने और साल 1927 में बैरिस्टरी की परीक्षा पास की।

डॉक्टर मुखर्जी के प्रतिमा पर योगी पुष्पांजलि देते हुए

जिसके बाद महज 33 साल की उम्र में ही वो कलकत्ता यूनिवर्सिटी के कुलपति बने। उसके बाद उन्होंने कलकत्ता विधानसभा का रुख किया। शुरुआत में वह कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन कुछ मतभेद के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। और इसके बाद वे फिर से विधानसभा पहुंचे। इसके बाद उन्होंने नई पार्टी बनायी, जो उस दौर में विरोध पक्ष का सबसे बड़ा दल था औरअक्टूबर साल 1951 में भारतीय जनसंघ का उद्भव हुआ।

सीएम योगी ने किया ट्वीट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट के माध्यम से डां मुखर्जी को याद करते हुए कहा कि महान राष्ट्रवादी नेता व चिंतक, जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष,एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे का नारा देने और देश की एकता व अखंडता हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।


6 जुलाई तक चलने वाले वृहद वृक्षारोपणअभियान से बूथ स्तर पर संचालित करने तथा सभी जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ जन सामान्य को भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा 25 जून को आपातकाल घोषित होने के दिन पर पार्टी द्वारा जिला स्तर पर आपातकाल के काले दिन विषय को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। अब प्रत्येक माह के अन्तिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'मन की बात' को बूथ स्तर पर जन सामान्य के साथ मिलकर सुनने के लिए जिम्मेदारी तय की गई।

भाजपा सरकार की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों तथा सबका साथ-सबका विकास की नीति पर सबका विश्वास समाहित कर पार्टी बूथ स्तर तक पहुुंचेगी। पार्टी की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश के 80 करोड़ लोगों तक निःशुल्क खाद्यान्न पहुंचाने की योजना से प्रत्येक जरूरतमंद लाभान्वित हो इसके लिए पार्टी के सांसद, विधायक, मंत्री, पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जन सामान्य तक पहुंचकर उनकी मदद करेगें। बैठक में टीकाकरण अभियान पर चर्चा हुई और तय किया गया कि टीकाकरण अभियान को और अधिक प्रभावी ढ़ग से पार्टी चलाएगी। 'सेवा ही संगठन' के तहत पार्टी वैक्सीनेशन जागरूकता के लिए प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचकर टीकाकरण के लिए प्रेरित भी करेगी तथा रजिस्ट्रेशन में लोगों का सहयोग भी करेगी।




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