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वेंटिलेटर पर BHU का स्वास्थ्य सिस्टम, मां की गोद में बेटे ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम
एक माँ ने बीएचयू अस्पताल पर गम्भीर आरोप लगाया है। आरोप है अस्पताल की लापरवाही के वजह से उसके बेटे ने गोद में तड़पकर दम तोड़ दिया।
वाराणसी: कोरोना के कारण अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अस्पताल में बदहाली की जो तस्वीरे दिखाई दे रही है, बड़ी भयावह है। कोरोना मरीजों के कारण यहां पर अन्य बीमारियों के मरीजों का इलाज समय पर नहीं हो पा रहा है। एक माँ ने बीएचयू अस्पताल पर गम्भीर आरोप लगाया है। आरोप है अस्पताल की लापरवाही के वजह से उसके बेटे ने गोद में तड़पकर दम तोड़ दिया।
खबरों के मुताबिक, विनीत सिंह की तबियत ज्यादा खराब हुई तो वो अपनी मां चंद्रकला सिंह के साथ इलाज के लिए बीएचयू आया था। जब वहां डाक्टरों ने कोरोना की वजह से नहीं देखा तो ककरमत्ता स्थित एक प्राइवेट हास्पिटल में ले गए। वहां भी जब भर्ती नहीं किया गया तो मां की कदमों में तड़प-तड़प कर मौत हो गई। जौनपुर के मडि़याहू के रहने वाले विनय सिंह का भतीजा विनीत सिंह मुम्बई में रहकर काम करता था।
विगत दिसंबर माह में वह एक शादी समारोह में गांव आया तभी से गांव में ही रुक गया। उस समय उसकी तबियत खराब हुई तो परिवार के लोगों ने जौनपुर के एक डाक्टर को दिखाएं तो उन्होंने ने किडनी में समस्या बताई। मृतक के बड़े पिता विनय सिंह ने बताया की विगत दिसंबर से लगातार पांच बार इलाज के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में जाकर लाईन लगाया लेकिन कोई भी डॉक्टर नहीं देखा।
परिजनों ने लगाया बीएचयू पर गंभीर आरोप
सोमवार को तबियत ज्यादा खराब हुई तो अपनी मां चंद्रकला सिंह के साथ इलाज के लिए बीएचयू आया था। जब वहां डाक्टरों ने कोरोना की वजह से नहीं देखा तो ककरमत्ता स्थित एक प्राइवेट हास्पिटल में ले गए। वहां भी जब भर्ती नहीं किया गया तो मां की कदमों में तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मृतक चार भाई व एक बहन में तीसरे नंम्बर का है। 10 वर्ष पूर्व पिता की मृत्यु हो चुकी है और बड़े भाई संदीप सिंह की भी किडनी की समस्या से मौत हो चुकी है।