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रामभरोसे अस्पताल: झोलाछाप डाक्टर ने ली जान, परिजनों ने मचाया हड़कंप

मृतक के भाई राकेश ने बताया कि बीते दिन मेरे भाई गांव माया निवासी दिनेश की तवीयत खराब हो गई उसे सर्दी व दर्द की शिकायत थी वह अपने पुत्र के साथ गांव खिसिया राया के झोलाछाप डाक्टर प्रेमपाल के यहाँ दवा लेने गया तो उसने उनके तीन इंजेक्शन लगा दि

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Published on: 23 Nov 2020 12:28 PM GMT
रामभरोसे अस्पताल: झोलाछाप डाक्टर ने ली जान, परिजनों ने मचाया हड़कंप
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रामभरोसे अस्पताल: झोलाछाप डाक्टर ने ली जान, परिजनों ने मचाया हड़कंप (photo by social media)

एटा: एटा जनपद के थाना नयागांव क्षेत्र में बीती शाय एक 40 वर्षीय युवक को एक झोलाछाप से पेट दर्द सर्दी की दवा लेना भारी पड़ गया।इलाज कराने गये युवक के झोलाछाप डाक्टर ने सर्दी व दर्द के तीन इंजेक्शन लगाये और दूसरे दिन आने की कहकर घर वापस भेज दिया। किंतु जव युवक अपने पुत्र के साथ अपने गांव वापस जा रहा था। तभी रास्ते में उनकी तवीयत खराब हो गयीजब परिजनों ने डाक्टर से फोन पर संपर्क किया तो उसने और कही इलाज कराने को कहा दूसरे चिकित्सक के यहाँ ले जाते समय 40 वर्षीय युवक ने दम तोड़ दिया।

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मृतक के भाई राकेश ने बताया

मृतक के भाई राकेश ने बताया कि बीते दिन मेरे भाई गांव माया निवासी दिनेश की तवीयत खराब हो गई उसे सर्दी व दर्द की शिकायत थी वह अपने पुत्र के साथ गांव खिसिया राया के झोलाछाप डाक्टर प्रेमपाल के यहाँ दवा लेने गया तो उसने उनके तीन इंजेक्शन लगा दिए जिसकेबाद रास्ते में उसे दवा रियैक्शन कर गयी और दवा देने वाले प्रेमपाल ने इलाज करने से मना कर दिया डाक्टर की लापरवाही के कारण मेरे भाई की मौत हो गई।

वही दूसरी घटना आज से तीन दिन पूर्व जिला मुख्यालय स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर के यहाँ एक प्रसूता के साथ घटी जिसमें उस गांव की महिला को कमीशन खोरी के चलते एक आशा द्वारा सरकारी चिकित्सालय के स्थान पर शहर की एक चर्चित झोलाछाप डा सुमन गुप्ता के यहां भर्ती कराया गया जहां जानकारी के अभाव में उक्त चिकित्सक ने प्रसूता का आधा पैदा हुआ बच्चा सहित (बच्चे का सिर अन्दर शेष भाग बाहर) अपने चिकित्सालय से बाहर निकाल दिया गया मामला पुलिस तक जा पहुंचा और उक्त महिला का शेष प्रसव जिला चिकित्सालय में कराया गया। जिसमें प्रसूता की तो जान बचगई किन्तु बच्चे की मौत हो गयी।

नगला बगौली निवासी सतपाल ने बताया

एटा जनपद के थाना जैथरा क्षेत्र के ग्राम नगला बगौली निवासी सतपाल ने बताया कि मेरी पत्नी सुदामा देवी के बच्चा पैदा होना था हम उसे जिला अस्पताल से ला रहे थे किंतु हमारे गांव की आशा शारदा देवी ने एक झोलाछाप डाक्टर सुमन गुप्ता के यहां ले गयी। जहाँ मेरी पत्नी की गलत उपचार के कारण जान जाते जाते बची है। लेकिन मेरे पुत्र की मौत हो गई मेरे पुत्र की मौत की जिम्मेदार गांव की आशा व डाक्टर सुमन है।

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पूरे जनपद में झोलाछाप डाक्टर ने मरीजों के साथ लूट मचा रखी है कमीशन के लालच में सरकारी चिकित्सालय के चिकित्सक व कर्मचारी आशायें सभी झोलाछाप के लिये काम कर रहे हैं। इनकी बात छोडो जनपद के आलाधिकारी भी निजी स्वार्थ के चलते इन्हें जनता से लूट करने व लोगों की हत्या करने की छूट प्रदान किए हुए हैं। आखिर इन मौतो के लिए जिम्मेदार कौन है जिला प्रशासन या शासन?

रिपोर्ट- सुनील मिश्रा

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