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Dussehra in Hapur: हापुड़ में मोहम्मद इस्माइल खां का रावण, 25 सालों से सज रहा इनकी दुकान पर
Dussehra in Hapur: गढ़मुक्तेश्वर में पिछले 25 सालों से मोहम्मद इस्माइल खां रावण बनाने का काम कर रहे हैं। हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बने हुए है।
Dussehra in Hapur: जनपद के तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर में पिछले 25 सालों से मोहम्मद इस्माइल खां रावण बनाने का काम कर रहे हैं। मोहम्मद इस्माइल खां प्राचीन नक्का कुआं में स्थित मंदिर में रावण बना रहे हैं, जोकि हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बने हुए है। रावण बनाने में दोनों समाज के लोग एक साथ मिलकर काम कर रहे है।
आपसी भाईचारे और सौहार्द की अनूठी मिसाल
दो साल बाद शुरू होने वाली रामलीला के लिए गढ़ नगर में रहने वाले मुस्लिम समुदाय (Muslim community) कब इस्माइल खां रावण का पुतला बनाकर आपसी भाईचारे और सौहार्द की अनूठी मिसाल कायम कर रहे है। इस्माइल का कहना है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम (Purushottam Shriram) की जन्मभूमि भले ही अयोध्या हो, लेकिन तमाम ऐसे लोग है, जिनकी रोजी रोटी रामलीला पर आश्रित है। गढ़ तहसील क्षेत्र (Garh Tehsil Area) में रामलीला के मंचन पर रोक लगी थी।
21 सितंबर से शुरू होगा रामलीला का मंचन
हालांकि पिछले साल सशर्त पर मंचन के लिए छुट दी गई थी। तहसील क्षेत्र में रामलीला का मंचन 21 सितंबर से शुरू होगा। कमेटियों की और से मंचन की तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। नगर में दशहरा के मौके पर युद्ध के बीच श्रीराम 50 फीट के विशालकाय रावण के पुतले दहन करेंगे।इसके लिए पुतला जोरों से तैयार किया जा रहा है।
पिछले 25 सालों से रावण बनाने का कर रहे हैं काम
आपको बता दें मोहम्मद इस्माइल खां तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर (Pilgrimage Town Garhmukteshwar) के रहने वाले हैं जो पिछले 25 सालों से रावण बनाने का काम कर रहे हैं इस्माल खां के अनुसार वे पिछले 25 सालों से रावण बना रहे हैं और इस बार प्राचीन नक्का कुआँ में मन्दिर के अंदर रावण बनाने का काम कर रहे है और कभी उनको यह जाहिर नहीं हुआ कि वह मुस्लिम है क्योंकि हिंदू मुस्लिम मिलकर रावण बना रहे हैं और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं पिछले 2 साल से चलते नहीं बन रहे थे जिस कारण उन्हें भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।