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ई रिक्शा की भरमार: पुराने लखनऊ में लोगों का चलना दूभर, दिन भर लगा रहता है जाम
E-Rickshaw in Lucknow: लखनऊ की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हाल ही में पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने शहर के अलग-अलग 11 मार्गों पर ई-रिक्शा पर रोक लगाए थे ।
E-Rickshaw in Lucknow: राजधानी लखनऊ में कई रास्तों में ई रिक्शा (E-Rickshaw in Lucknow) बैन होने के बाद पुराने लखनऊ (old Lucknow) में इनकी भरमार हो गयी है, संख्या इतनी खड़ा हो गयी है कि कई चौराहों पर तो लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। दिन भर चौराहों पर ई रिक्शा की संख्या इतनी ज़्यादा रहती हैं। जिसके कारण चौराहों पर भीषण जाम लगता है।
ग़ौरतलब है कि लखनऊ की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हाल ही में पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने शहर के अलग-अलग 11 मार्गों पर ई-रिक्शा पर चलने के रोक लगाते हुए उन्हें प्रतिबंधित करार दिया था साथ ही स्थानीय पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को इस पर निगरानी रखते हुए नियम का पालन का करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई के निर्देश भी दिए थे। जिसके बाद इन रास्तों पर चलने वाले ई रिक्शा को पुराने लखनऊ का रूख करना पड़ा।
हज़ारों की संख्या में ई रिक्शा हुए शिफ़्ट
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेश के बाद से ही ट्रैफ़िक पुलिस ने ई रिक्शा के ख़िलाफ़ एक अभियान चला दिया, जिससे प्रतिबंधित रास्तों पर चलने वाले ई-रिक्शा की धड़पकड़ शुरू हो गयी, जिससे मजबूरन ई-रिक्शा मालिकों को अपना ई-रिक्शा पुराने लखनऊ और आस पास के इलाक़ों में शिफ़्ट करना पड़ा। जिससे पुराने लखनऊ और आस-पास के इलाक़ों में ई-रिक्शा की बाढ़ से आ गयी।
मेडिकल कॉलेज चौराहे सा सबसे बुरा हाल
पुराने लखनऊ में वैसे तो ई-रिक्शा के चलते सभी चौराहों में हाँ लगता है, लेकिन सबसे खड़ा बुरा हाल मेडिकल कॉलेज चौराहे का है, यहाँ पर बड़ी संख्या में लोग मेडिकल कॉलेज में अपने मरीज़ों का इलाज़ कराने आते हैं। जिसके चलते मेडिकल कॉलेज के गेट पर बड़ी संख्या में ई-रिक्शा का जमावड़ा होता है। कभी कभी तो ये संख्या इतनी खड़ा बढ़ जाती है कि यहाँ आये लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।