ब्लैकमनी का इंजीनियर : ED ने यादव सिंह की 5.9 करोड़ की संपत्ति की अटैच

Rishi
Published on: 23 Dec 2017 1:20 PM GMT
ब्लैकमनी का इंजीनियर : ED ने यादव सिंह की 5.9 करोड़ की संपत्ति की अटैच
X

लखनऊ : नोएडा विकास प्राधिकरण के कुख्यात चीफ इंजीनियर यादव सिंह ने अपनी काली कमाई का करोड़ों वाला साम्राज्य दिल्ली से लेकर मथुरा तक फैला रखा हैं। ईडी ने आय से अधिक मामले में यादव सिंह की 5.9 करोड़ की संपत्ति अटैच की है।

ईडी ने यादव सिंह, उसकी पत्नी कुसुमलता व पीजीडी चैरीटेबल ट्रस्ट संचालकों के खिलाफ लखनऊ की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल किया है। जल्द ही यादव सिंह की अन्य संपत्तियां भी अटैच होने वाली हैं। उसकी अन्य संपत्तियां भी ईडी ने चिह्नित कर ली हैं।

आपको बता दें आय से अधिक संपत्ति के मामले में यादव सिंह के खिलाफ सीबीआइ जांच भी चल रही है। यादव सिंह के खिलाफ मनीलॉर्डिंग का केस ईडी की लखनऊ शाखा देख रही है।

ये संपत्ति हुई हैं अटैच

नोएडा, दिल्ली और मथुरा के पीजीपी चैरिटेबिल ट्रस्ट, इण्डियन ओवरसीज़ बैंक के खाते व संपत्ति को ईडी ने अटैच कर दिया है। यादव सिंह पत्नी कुसुमलता पीजीपी टट्रस्ट की ट्रस्टी हैं।

ईडी ने यादव सिंह पर शिकंजा कसते हुए करीब छह करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। नोएडा में स्थित इंडियन ओवरसीज़ बैंक का 4.6 करोड़ रूपए, कुरकुण्डा मथुरा की दो प्रॉपर्टी, जहांगीरपुर और जेवर नोएडा की दो संपत्ति के अलावा दिल्ली में स्थित यादव सिंह के आफिस को ईडी ने ज़ब्त कर लिया है। आज जिन सम्पत्तियों को ज़ब्त किया है।वह सम्पत्तियाँ पीजीपी चैरिटेबिल ट्रस्ट के नाम पर है जिस की ट्रस्टी यादव सिंह की बीवी कुसुमलता हैं। यादव सिंह को ईडी ने फरवरी 2016 में गिरफ्तार किया था। इस से पहले ईडी ने यादव सिंह की 20 करोड़ की समपत्ति इसी वर्ष जनवरी में सीज़ की थी।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story