×

UP Election 2022: सपा को चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, 24 घंटे में दें जवाब

UP Election 2022: समाजवादी पार्टी पर आरोप लगा कि उसके कार्यक्रम में कोरोना वायरस गाइडलाइंस का ध्यान नहीं रखा गया तथा चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का भी पालन नहीं किया गया।

Bishwajeet Kumar
Published on: 15 Jan 2022 4:20 PM GMT
samajwadi party
X

सपा कार्यालय पर बीजेपी नेताओं की ज्वाइनिंग में नियमों की उड़ी धज्जियां (फोटो : सोशल मीडिया )

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की सियासत में इस वक्त भगदड़ का माहौल मचा हुआ है। तमाम राजनीतिक पार्टियां अपना समीकरण ठीक करने में लगी हुई हैं तो नेता भी दल बदल कर अपना राजनीतिक भविष्य संवारने में लगे हुए हैं। दल बदलने के सिलसिले में कल भारतीय जनता पार्टी के कई नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। बीजेपी के नेताओं ने कल समाजवादी पार्टी के वर्चुअल रैली कार्यक्रम में सपा का दामन थामा। इस कार्यक्रम के समाप्त होते ही समाजवादी पार्टी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा।

समाजवादी पार्टी पर आरोप लगा कि उसके कार्यक्रम में कोरोना वायरस गाइडलाइंस का ध्यान नहीं रखा गया तथा चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का भी पालन नहीं किया गया। धारा 144 के उल्लंघन और हजारों की भीड़ जुटने की खबर सामने आते ही चुनाव आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लिया जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने ढाई हजार अज्ञात लोगों पर मुकदमा दायर कर दिया।

वहीं इस मामले पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने लखनऊ के गौतमपल्ली खाने के एसएचओ को सस्पेंड करते हुए वहां के कमिश्नर से जवाब तलब किया। इस मामले ने चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी से जवाब तलब किया है और 24 घंटे के भीतर इस पर जवाब देने का आदेश दिया है। बता दें कि लखनऊ पुलिस ने इस मामले के सामने आते ही 2500 लोगों पर अलग-अलग धाराओं जिनमें सेक्शन 272, सेक्शन 269, सेक्शन 341 और 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

इस मामले को लेकर चुनाव आयोग द्वारा समाजवादी पार्टी पर कार्रवाई होना लगभग तय माना जा रहा है। क्योंकि समाजवादी पार्टी के इस वर्चुअल रैली नाम के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थें। वहीं मंच पर मौजूद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत अन्य लोगों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। साथ ही उनमें से बहुत कम लोगों ने ही मास्क लगाया हुआ था, जो कोविड-19 इनकी नियमों का उल्लंघन करता है। बता दें साथ ही चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों की घोषणा करते हुए यह बात भी स्पष्ट कहा था कि किसी प्रकार की रैली या सभाओं का आयोजन नहीं किया जाएगा तथा ऐसे किसी भी कार्यक्रम का आयोजन करने पर चुनाव आयोग ने रोक लगाया था जिनमें भारी भीड़ इकट्ठा हो।

इस मामले के अलावा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ लखनऊ के रानीगंज में भी एक मुकदमा दर्ज हुआ। जहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता स्वामी प्रसाद मौर्या के भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने के बाद मिठाई बांटकर जश्न मना रहे थे। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने मिठाई बांटकर नारेबाजी की और भीड़ इकट्ठा किया जिसे आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए लखनऊ पुलिस ने कुल 46 लोगों पर अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) समेत बीजेपी के कुल 8 नेताओं ने समाजवादी पार्टी का सदस्यता लिया था। हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर दलितों, पिछड़ों तथा बेरोजगार नौजवानों के उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

Next Story