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पंचायत अध्यक्ष चुनाव: जिला निर्वाचन अधिकारी ने नियुक्त किए सहायक, सपा प्रत्याशी ने जताया विरोध, लगाए ये आरोप

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से पहले ही जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने 9 जिला पंचायत सदस्यों के मतदान के लिए सहायक नियुक्त कर दिया है। जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार ने विरोध दर्ज कराया है। दरअसल, शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान होना है। बीजेपी से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की रिश्तेदार श्रीमती विजय सिंह दावेदारी कर रही है तो वहीं सपा से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की रिश्तेदार अर्चना यादव कड़ी चुनौती दे रही है।

Garima Singh
Newstrack Garima SinghPublished By Priya Panwar
Published on: 3 July 2021 1:18 AM GMT
पंचायत अध्यक्ष चुनाव: जिला निर्वाचन अधिकारी ने नियुक्त किए सहायक, सपा प्रत्याशी ने जताया विरोध, लगाए ये आरोप
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अर्चना यादव  (सपा प्रत्याशी)  और विजय सिंह (बीजेपी प्रत्याशी) की फोटो 

अलीगढ़. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से पहले ही जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने 9 जिला पंचायत सदस्यों के मतदान के लिए सहायक नियुक्त कर दिया है। जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार ने विरोध दर्ज कराया है। दरअसल, शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान होना है। बीजेपी से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की रिश्तेदार श्रीमती विजय सिंह दावेदारी कर रही है तो वहीं सपा से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की रिश्तेदार अर्चना यादव कड़ी चुनौती दे रही है।

डीएम और एसएसपी बीजेपी का एजेन्ट बन कर रहे काम

समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गिरीश यादव का आरोप है कि बीजेपी जीतने के लिए, प्रशासन के साथ मिलकर गलत हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि नौ जिला पंचायत सदस्यों को गलत तरीके से मतदान करने के लिए सहायक प्रदान किये गये हैं। भाजपा ने जानबूझकर सहायक नियुक्त कराया है। इससे निष्पक्ष चुनाव नहीं होगा। सपा जिलाध्यक्ष गिरीश यादव ने बताया कि इसकी शिकायत भारत सरकार के चुनाव आयोग, प्रदेश के चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल से शिकायत की है। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के पर्यवेक्षक से भी शनिवार को मिलेंगे। उन्होंने कहा है कि जिन जिला पंचायत सदस्य को सहायक दिया गया हैं। उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मेडिकल जांच के लिए जब जिला पंचायत सदस्य पहुंचे ही नहीं। तो मेडिकल सर्टिफिकेट कैसे जारी कर दिया गया ? सपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि भाजपा के लोग जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर शुरु से ही दबाव बनाते आ रहे हैं। पूरे प्रदेश में डीएम और एसएससी भाजपा का एजेंट बन कर काम कर रहे हैं। खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है और चुनाव जीतने के सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।

हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती

सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अर्चना यादव, भाजपा की उम्मीदवार श्रीमती विजय सिंह को कड़ी टक्कर दे रही है। वही नौ जिला पंचायत सदस्य के सहायक नियुक्त किए जाने पर अर्चना यादव के पति संजय यादव ने भी विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि जिन जिला पंचायत सदस्य के सहायक बनाए गए हैं। वह यहां मौजूद ही नहीं है और गलत तरीके से मेडिकल कराकर हेल्पर बनाया गया है। उनकी जिला पंचायत सदस्यों से बातचीत हुई है। चुनाव में बहुत बड़ा घोटाला है। जब जिला पंचायत सदस्य के मेडिकल संबंधी रिपोर्ट पहले ही जमा है और गलत तरीके से चुनाव में हराने की कोशिश की जा रही है। ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ है। इस मामले को लेकर मैं हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लडूंगा।

जिलाधिकारी ने नामित सहायकों को दी अनुमति

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में जिन नौ जिला पंचायत सदस्यों के सहायक मतदान करेंगे। उनमें शामिल लोगों में वार्ड संख्या 06 से जिला पंचायत सदस्य जसोदा देवी के सहायक अनिल कुमार सिंह, वार्ड संख्या 09 से लाल सिंह के सहायक वरूण कुमार, वार्ड संख्या 13 से श्रीमती पिंकी के सहायक योगेन्द्र पाल सिंह, वार्ड संख्या 14 से श्रीमती धर्मवती के सहायक विक्रम प्रताप सिंह, वार्ड संख्या 20 से श्रीमती बेवी के सहायक दिगम्बर सिंह, वार्ड संख्या 24 से श्रीमती जमुना देवी के सहायक शोभित अग्रवाल, वार्ड संख्या 34 से श्रीमती मिथलेश देवी के सहायक अमित कुमार सिंह, वार्ड संख्या 38 से श्रीमती गीता के सहायक जयप्रकाश सिंह एवं वार्ड संख्या 46 से जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लज्जावती के सहायक मुकेश कुमार सिंह को नामित किया गया है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि प्रस्तुत प्रार्थना पत्रों के क्रम तीन जुलाई को होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में मतदान करने के लिए नामित सहायकों को अनुमति प्रदान की गई है।

Priya Panwar

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