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Lucknow News: बिजली कर्मियों के उत्पीड़न के विरोध में राज्य सरकार व निगमों के कर्मचारी 24 मार्च को करेंगे विशाल रैली
Lucknow News: रैली बिजली कर्मचारियों की हाल में हुई हड़ताल के बाद ऊर्जा मंत्री की घोषणा के विपरीत बिजली कर्मचारियों पर की जा रही निलम्बन, निष्कासन और एफ.आई.आर. के विरोध में की जा रही है।
Lucknow News: राज्य सरकार के विभागों, निगमों, निकायों के कर्मचारी महासंघों और कर्मचारी संयुक्त परिषदों के तत्वाधान में 24 मार्च को राजधानी, लखनऊ में विशाल प्रदर्शन एवं रैली होगी। रैली बिजली कर्मचारियों की हाल में हुई हड़ताल के बाद ऊर्जा मंत्री की घोषणा के विपरीत बिजली कर्मचारियों पर की जा रही निलम्बन, निष्कासन और एफ.आई.आर. के विरोध में की जा रही है। ‘बिजली कर्मियों का उत्पीड़न वापस हो - समझौता लागू करो’’ मंच के संयोजक अमरनाथ यादव ने कहा कि बिजली कर्मियों के उत्पीड़न के विरोध में प्रदेश के सभी कर्मचारी महासंघ और कर्मचारी संयुक्त परिषद एक साथ आ गये हैं।
इस दौरान मंच के अध्यक्ष और मण्डल में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश पाण्डे, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एस.पी. तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष मनोज मिश्र, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राम राज दुबे, परिवहन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष गिरीश चन्द्र मिश्र, राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हरिशरण मिश्र, महासंघ के अध्यक्ष कमल अग्रवाल, पंचायती राज महासंघ के अध्यक्ष रामेन्द्र श्रीवास्तव, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एस.के. रावत और उप्र विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रिंकू राय सम्मिलित हैं। मंच के संरक्षक वरिष्ठ कर्मचारी नेता वी.पी. मिश्र को बनाया गया है। संयोजक अमरनाथ यादव और सह संयोजक कमलेश मिश्र, रेनू शुक्ल और राममूर्ति यादव को बनाया गया है। पदाधिकारियों ने कहा मंच का उद्देश्य बिजली कर्मियों का उत्पीड़न समाप्त कराना और ऊर्जा मंत्री के साथ हुए 03 दिसम्बर 2022 के समझौते का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराना है।
शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस पर आयोजित संगोष्ठी
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता आल इण्डिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के स्मरण का अर्थ है हर क्षेत्र, हर दल और विचार में घुसी जातीय विद्रूपताओं व संकीर्णताओं को अपने व्यवहार से ख़त्म करें। दहेज़, कन्या भ्रूण ह्त्या, स्त्री अपमान, अंध विश्वास भगत सिंह की क्रांतिकारी ज्वालाओं में भस्म हों तभी उनका स्मरण सार्थक होगा। उन्होंने कहा जहाँ भी अन्याय, जुल्म और अनाचार है उसके खिलाफ उठने वाली हर आवाज भगत सिंह है।
संगोष्ठी में प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारी संघों के वरिष्ठ पदाधिकारी, शिक्षक, बुद्धिजीवी और आम लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। वरिष्ठ कर्मचारी नेता अमर नाथ यादव, उमाशंकर मिश्र, चन्द्रशेखर, प्रेम नाथ राय, दिलीप श्रीवास्तव, वी.पी. मिश्र, शिवबरन यादव, सतीश पाण्डेय, कमलेश मिश्र, शशि कुमार मिश्र, राम राज दुबे, मनोज मिश्र, हरिशरण मिश्र, रामेन्द्र श्रीवास्तव, रिंकू राय, राम भजन मौर्य, बी.एल. कुशवाहा, उदय नाथ सिंह, सुरेश सिंह यादव, राम कुमार धानुक, अमित खरे, कर्मेन्द कुमार, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, हेमन्त खड़का, बंशीधर मिश्र, आफिक सिद्दीकी, रेनू शुक्ला, राममूर्ति यादव ने सभा को संबोधित किया।