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आपातकाल के काले दिनों को किया गया याद

सन 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन कांग्रेस की इंदिरा गांधी सरकार द्वारा देश में आपातकाल लगाया था।

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Newstrack NetworkPublished By Raghvendra Prasad Mishra
Published on: 25 Jun 2021 9:49 PM IST (Updated on: 25 Jun 2021 10:20 PM IST)
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आपातकाल की फाइल तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

लखनऊ: सन 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन कांग्रेस की इंदिरा गांधी सरकार द्वारा देश में आपातकाल लगाया था, जिसकी याद में आज ओसीआर परिसर जी-4 में आपातकाल का विरोध करने वाले पुराने साथी और परिवार आपस में मिलकर पुरानी यादों को ताजा किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक पूर्व नेता विधान परिषद विन्ध्यवासिनी कुमार, कोआपरेटिव के अध्यक्ष मान सिंह, कैंट विधायक सुरेश तिवारी, विधायक बृजेश रावत, पूर्व विधायक रामशीष राय, पूर्व संगठन मंत्री अशोक तिवारी, राज्य अनुसूचित आयोग से सदस्य लोकतंत्र सेनानी रमेश तूफानी अन्य लोगों ने लोक नायक जयप्रकाश की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।

उत्तर प्रदेश में भूमिगत रहकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से आपातकाल विरोधी आन्दोलन का संचालन करने वाले विन्ध्यवासिनी कुमार ने बताया कि आन्दोलन में शिरकत करने के कारण मेरे पिता को कांग्रेस सरकार ने सरकारी नौकरी से निलंबित कर दिया, आये दिन मेरे घर पर पुलिस छापे मारा करती और घर वालों को परेशान किया जाता था। मुझे आपातकाल के दौरान लखनऊ और प्रयागराज में पुलिस ने दो बार पकड़ लिया और मारा। मेरे कई साथियों को इस दौरान पुलिस ने बहुत बर्बरता पूर्वक मारा, जिससे की लोक नायक जयप्रकाश के आवाहन पर लोकतंत्र की रक्षा हेतु चलाये जा रहे आन्दोलन का दमन किया जा सके।

विन्ध्यवासिनी कुमार ने कहा कि लोक नायक जयप्रकाश ने न केवल देश को अग्रेजों से लोहा लेते हुए देश को पराधीनता से मुक्त कर स्वतंत्र कराया, बल्कि आजादी मिलने के बाद उन्होंने तानाशाही के विरुद्ध लोकतंत्र की अलख को जगाये रखा। कार्यक्रम में बीजेपी महानगर उपाध्यक्ष सुनील मिश्र, हाईकोर्ट अधिवक्ता विश्वेष कुमार, कमल ज्योति के सम्पादक राजकुमार, जयति श्रीवास्तव, गणेश राय किशन राजपूत, संघ के प्रान्त कार्यवाह सुभाष, गुलशन जाली, शत्रुघ्न सिंह, अरविन्द त्रिपाठी, अनिल बाजपेयी अरुण सिंह, अंकुर जाली सहित उपस्थित गणमान्य लोगों ने लोकनायक जयप्रकाश की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपने विचार रखे।



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Raghvendra Prasad Mishra

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