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Chitrakoot News: अतिक्रमण बन रहा विवाद की जड़, नपने लगे अधिकारी
Chitrakoot News: अतिक्रमण की वजह से कोतवाली मार्ग में पुलिस की गाडियां फंसने के दौरान अब नोकझोक की स्थिति बन गई है। दो सिपाहियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है।
Chitrakoot News: मुख्यालय में अतिक्रमण (Encroachment) न हटने का खामियाजा अब खुद ही अधिकारी भुगतने लगे हैं। सियासी दबाव व प्रशासन की लापरवाही के चलते अतिक्रमण अभियान (encroachment drive) पिछले तीन सप्ताह से थमा हुआ है। प्रशासन बस स्टैंड से लेकर कोतवाली मार्ग में हुए अतिक्रमण को हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। अतिक्रमण की वजह से कोतवाली मार्ग में पुलिस की गाडियां फंसने के दौरान अब नोकझोक की स्थिति बन गई है। एक दिन पहले ही ऐसे ही एक मामले में कोतवाली दो सिपाहियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है।
प्रदेश सरकार धर्मनगरी चित्रकूट के विकास को लेकर प्राथमिकता दे रही है। पिछले माह शासन स्तर से अतिक्रमण हटाओ अभियान (anti-encroachment campaign) चलाने के सख्त आदेश जारी किए गए थे। इस आदेश के अनुपालन में पालिका व प्रशासन ने संयुक्त रुप से व्यापारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यालय में अतिक्रमण हटाओ अभियान की रणनीति तय कर शुरुआत किया।
अभियान केवल झुग्गी-झोपड़ी वाले दुकानदारों तक ही सिमटा
लेकिन यह अभियान केवल झुग्गी-झोपड़ी वाले दुकानदारों तक ही सिमट गया। शुरुआत चलाए गए अभियान के दौरान मुख्य मार्गों में जहां पर जाम की स्थिति सुबह से लेकर शाम तक बनी रहती है, वहां पर अतिक्रमण हटाने के बजाय गलियों में पालिका का बुलडोजर चलाया गया। इसके बाद जब बस स्टैंड से ट्राफिक चौराहे की ओर अभियान चलाने का नंबर आया तो प्रशासन को नगर पालिका के इशारे पर गुमराह कर कुछ लोगों ने सियासी दबाव में ले लिया। इसके बाद अभियान थम गया। करीब तीन सप्ताह का समय बीतने के बाद भी मुख्यालय में पालिका व प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान दोबारा चलाने की जहमत नहीं उठाई।
ट्राफिक चौराहे से लेकर कोतवाली मार्ग में ओवरब्रिज के नीचे हालत यह है कि सुबह से शाम तक जाम की स्थिति बनी रहती है। गोल तालाब की तरफ से कोतवाली के लिए अधिकारियों का दिन भर आवागमन रहता है। दुकानदारों ने निर्धारित सीमा से हटकर आधी सड़क में टीनशेड़ बना लिया है। इसके आगे वह अपनी बाइकें खड़ी कर देते है। जिससे चार पहिया वाहन निकलने के दौरान दिक्कतें होती है।
एक दिन पहले ही कोतवाली पुलिस की जीप जाम में फंस गई। इसी दौरान कोतवाल व सिपाहियों की संघ पदाधिकारियों से नोकझोक हुई। बाद में कोतवाल व दोनों सिपाहियों को निलंबित किया गया। इस तरह अतिक्रमण की वजह से इन पर गाज गिरी। अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका राम अचल कुरील ने अतिक्रमण को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की है।
राहगीरों से दुकानदार करते अभद्रता
रोजाना अतिक्रमणकारी दुकानदार राहगीरों से अभद्रता भी करते है। ओवरब्रिज के नीचे कचहरी की तरफ जाने वाले मार्ग में हालत और भी खराब है। इस रास्ते से बाइक भी निकलना मुश्किल है। दुकानदार अपनीं दुकानें बढ़ाने के साथ ही आधा सामान रास्ते में ही रख देते है। दो दिन पहले एक बाइक सवार को कई दुकानदारों ने मिलकर मारा पीटा। इसी तरह स्टेशन रोड में भी अतिक्रमण के चलते निकलना मुश्किल है। धतुरहा चौराहे के पास भी जाम की स्थिति बनी रहती है। इस चौराहे से स्टेशन मार्ग में दोनों तरफ किए गए अतिक्रमण को अभी तक नहीं हटाया गया है।
बोले जिम्मेदार
अतुल शर्मा, एसपी ने कहा अतिक्रमण हटाने के लिए जब पुलिस फोर्स की मांग प्रशासन ने किया, पर्याप्त पुलिस बल जिम्मेदार अधिकारियों के साथ उपलब्ध कराए गए है। अतिक्रमण हटवाने का काम प्रशासन व पालिका का है। जब भी फोर्स की मांग की जाएगी, उपलब्ध कराया जाएगा। रोजाना कोतवाली पुलिस व ट्राफिक सिपाही दुकानदारों को पीछे की तरफ हटाते है, ताकि जाम न लगे।
पूजा यादव, एसडीएम सदर ईओ नगर पालिका से कई बार अतिक्रमण हटाने के लिए कहा जा चुका है। इसके लिए बैठकें भी कराई जा चुकी है। पालिका जब भी इसके लिए तैयार होगी, अतिक्रमण हटाया जाएगा। प्रशासन की तरफ से कोई लापरवाही नहीं है।