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खतरे में वैक्सीनेटर: कोरोना की चपेट में आए दो दर्जन से अधिक, जिम्मेदार कौन

जनपद में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने आम आदमी के दिलों में दहशत पैदा कर दी है वहीं लगातार बढ़ते मौतौ के आंकड़ों ने भी जनपद वासियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

Sunil Mishra
Reporter Sunil MishraPublished By Vidushi Mishra
Published on: 10 May 2021 2:36 PM IST
जनपद में अभी तक दो  दर्जन से अधिक संक्रमित हो चुके हैं टीकाकर्मी
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कोरोना वैक्सीनेशन(फोटो-सोशल मीडिया)

एटा: एटा जनपद में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान टीम के 3 महिला हैल्थ वर्कर हुये संक्रमित जनपद मेंअब तक टीकाकरण टीम के दो दर्जन से अधिक हैल्थ वर्कर हो चुके हैं संक्रमित स्वास्थ्य कर्मियों मे भय का माहौल। जनपद में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने आम आदमी के दिलों में दहशत पैदा कर दी है वहीं लगातार बढ़ते मौतौ के आंकड़ों ने भी जनपद वासियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

सरकार की प्रथम वरियता कोविड-19 की रोकथाम के लिए पूरे देश में वैक्सीन लगाने का काम जोर शोर से चल रहा है। इसके लिये सरकार द्वारा मुख्यालय के महिला व पुरूष होस्पीटलों व अन्य स्थानों पर 45 वर्षों से ऊपर के लोगों के वैक्सीन लगाने का काम जोरों से चल रहा है। जिसके लिये महिला हैल्थ वर्करों को लगाया गया है। किंतु स्वास्थ्य विभाग एटा दाृरा उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये रोकथाम के लिए आवश्यक इंतजाम नहीं किए गए हैं।


कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त

बीते दिन अर्बन ऐरिया में तैनात ए एन एम पूजा व गीता जांच के दौरान संक्रमित पायी गयी। यह दोनो ए एन एम के पद पर तैनात हैं और पिछले दो माह से वैक्सीन लगाने का कार्य कर रही है।। अब तक राखी रोहित खुशनुमा शैलैस पिंकी कुसुम विभा गीता पूजा सहित दो दर्जन लोग संक्रमित हो चुके हैं।

संक्रमित पाये गये टीका कर्मियों ने बताया कि किसी भी वैक्सीन सेन्टर पर टीकाकरण प्रारंभ होने से पूर्व सैनैटाइजर नहीं किया जाता है स्टाफ को गिलिप्स, सैनैटाइजर, फेस कवर, लॉजिस्टिक्स भी आवश्यकतानुसार नहीं दिये जाते मांगने पर अधिकारियों द्वारा धमकाया जाता है।

वहीं. सरकार दाृरा टीकाकरण का कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को आज तक विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते उनका सरकार द्वारा निर्धारित मान देय भी नही दिया गया है। जिससे कोविड-19 के टीकाकरण की ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

सरकार द्वारा कोराना के महामारी के दौर में ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिये 50 लाख रूपये का बीमा कराने के लिए निर्देश प्राप्त हुये थे किंतु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक किसी भी कोविड-19 की ड्यूटी कर रहे व्यक्ति का बीमा भी नहीं किया गया है।

इंश्यारेंस के कोई निर्देश प्राप्त नहीं

जहाँ सरकार कोरोना महामारी के इस दौर में ड्यूटी कर रहे लोगों को कोरोना योद्धा कहकर उनका सम्मान बढा रही है वहीं उन्ही के परिवार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा उन्हें कोरोना से संक्रमित होने से रोकने एवं परिवार की सुरक्षा के लिये वीमा को न करके विश्वास घात करके परिवार के मुखिया के दायित्व का निर्वहन नहीं किया जा रहा है।

एटा जनपद के वैक्सीनेशन कार्यक्रम के प्रभारी डाक्टर रामसिंह ने बताया कि सरकार द्वारा भेजी गयी सभी सुविधाएं सिर्फ कागजी आकड़ों तक सीमित है हमें जो संसाधन मिल रहे है हम वह सुविधायें दे रहे हैं हमारे पास कोई वजट नहीं है। कोरोना हेल्थ वर्करों के बीमा के सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि हमे इंश्यारेंस के कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुये हैं।

AUTO स्कीम बीमा है मारे पास सिर्फ जीओ ही आया है उसमें बीमा करने का कोई प्रावधान नहीं है सरकार क्या कहती है हम नहीं जानते। जनपद में बीते दिन पूजा व गीता नामक ए एन एम के संक्रमित होने व उन्हे टीका करण के समय कोरोना से बचाव की कोई सुविधा न देने की बात पर वह कोई जबाव नहीं दिये वह बोले सरकार से जो आयेगा वही मिलेगा।


स्वास्थ्य कर्मियों के स्वास्थ्य का ख्याल नहीं

जनपद में अब तक दो दर्जन से अधिक टीकाकरण मे शामिल स्वास्थ्य कर्मी विभागीय लापरवाही के कारण संक्रमित पाये गये हैं। किंतु लगातार स्वास्थ्य विभाग मे भी संक्रमितों की संख्या बढती जा रही है। और अधिकारियों द्वारा बजट न होने की बात कह कर सरकार को ही बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। विभागीय सूत्रो के अनुसार मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में शासन से इस महामारी से बचाब के लिये आने वाला बजट दो कोरोड बताया गया है।

जो अभी विभाग के पास मौजूद है जिसे अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा गोलमाल कर सरकार की गाइड लाइन को चूना लगाया जा रहा है।वहीं महामारी को नियंत्रण के लिये जिलाधिकारी के यहाँ भी दो करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। इस प्रकार जनपद में कोरोना से बचाब के लिए 4 करोड़ का है।

इस महामारी के दौर में जब स्वास्थ्य कर्मी ही सुरक्षित नहीं रहैंगे तो आम जनता की देखभाल कौन करेगा। एटा की तेज तर्रार जिलाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण महिला चलते उक्त हैल्थ वर्करों के संक्रमित होने के कारणों की जांच की आवश्यकता है जिससे उनके साथ साथ आम जन मानस भी अपने को सुरक्षित महसूस करे।

वी एच डब्लू संघ के अध्यक्ष अमृत पाल ने लगातार अधिकारियों को लापरवाही व भ्रष्ट आचरण के चलते स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने का विरोध करते हुये स्वास्थ्य कर्मियों व उनके परिवार की पूर्ण सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्वास्थ्य कर्मियों के स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखा गया और उन्हें सुरक्षित रखने के उपाय नहीं किये गये तो हमे कर्मचारी हित में आन्दोलन हेतु वाध्य होना पडेगा।

संक्रमित ए एन एम



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Vidushi Mishra

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