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Etah News: प्राथमिक विद्यालय के दबंग शिक्षक की गुंडई, प्रधानाचार्य को पीटकर की फायरिंग
Etah News: अनुपस्थित चल रहे शिक्षक दिगेंद्र प्रताप ने प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार से मारपीट कर गाली गलौज की ।
Etah News: एटा जनपद के थाना व विकासखंड सकीट क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जलालपुर सांथल में प्राथमिक विद्यालय के दबंग अध्यापक (Etah teacher) दिगेन्द्र प्रताप सिंह ने बीते दिन विद्यालय के प्रधानाचार्य (principal) अरविंद कुमार से सिर्फ इसलिए मारपीट कर सरेआम अपनी लायसेंसी पिस्टल से हत्या का प्रयास किया क्योंकि अरविंद कुमार उसे काफी समय से अनुपस्थित रहने के कारण बैक डेट में अटैंडैंस नहीं लगाने दे रहा था । यह बात राजनैतिक पहुंच व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संरक्षण प्राप्त शिक्षक को नागवार लगी और वह जबरन अटैंडैंस लगाने को लेकर अपने सीनियर अध्यापक से भिड गया । जहाँ बात मारपीट से लेकर गोली ( firing)बाजी तक जा पहुंची।
आपको बताते चलें कि लगातार अनुपस्थित चल रहे शिक्षक दिगेंद्र प्रताप ने प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार से मारपीट कर गाली गलौज की । वही स्कूल में ही लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिंग कर दी जिसमें अरविंद बाल बाल बचे । अन्य लोगों के आ जाने व हस्तक्षेप के बाद किसी तरह प्रधानाध्यापक ने वमुश्किल अपनी जान बचाई।
घटना की जानकारी पर बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया उक्त घटना की जांच खंड शिक्षा अधिकारी नीरजा चतुर्वेदी से कराने के आदेश दे दिए गए हैं । जांच सही पाने पर आरोपी सहायक अध्यापक को निलंबित करने की कार्यवाही की जायेगी । साथ ही लायसेंसी पिस्टल का दुरुपयोग करने के लिए लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए भी जिलाधिकारी को अवगत कराया जायेगा । घटना की तहरीर प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार ने थाना सकीट में दिगेंद्र प्रताप के विरुद्ध मारपीट व सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने का प्रयास करने की तहरीर दी है।
निलंबन की कार्रवाई शुरू
वीएसए ने कहा कि उक्त सहायक अध्यापक द्वारा घटित घटना शिक्षक नियमावली के विरुद्ध ही नहीं बल्कि बड़ा अपराध है। सहायक अध्यापक दिगेंद्र के निलंबन की कार्रवाई भी शुरू की जा रही है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि उप सहायक अध्यापक उनकी राजनीतिक पहुंच वाला है तथा लगातार अनुपस्थित रहने के बाद भी उक्त बीएसए कार्यालय को उसके अनुपस्थिति की जानकारी दिए जाने के बाद भी उस पर कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा सका । ऐसा किसी विद्यालय में नहीं जनपद की अधिकतर विद्यालय मैं शिक्षक अनुपस्थित रहते हैं तथा बाद में विद्यालय के प्रधानाध्यापक बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सांठगांठ कर अपना वेतन निकालने में कामयाब हो जाते हैं ।
यह सारा कार्य फ्री में नहीं होता इस कार्य में कार्यालय द्वारा एक मोटी रकम की वसूली की जाती है । तथा उक्त अध्यापक को विद्यालय ना जाने की मूर्ख सहमति प्रदान कर दी जाती है । इसकी जानकारी बीएसए से लेकर सभी अधिकारियों को है । आखिर यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों । अगर यह शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते हैं तो इनके स्थान पर अन्य को मौका मिलना चाहिए ।
क्षेत्राधिकारी शकील विक्रांत त्रिवेदी ने बताया अध्यापक की तहरीर प्राप्त हो गई है घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर कार्यवाही की जा रही है ।