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Etah News: एटा महोत्सव: संतोष आनंद की उपस्थिति में कवि सम्मेलन बना अविस्मरणीय
Etah News: एटा महोत्सव 2025 के तहत 8 फरवरी की रात 9 बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसने काव्य प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
Etah News ( Pic- Social- Media)
Etah News: राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी एटा महोत्सव 2025 के तहत 8 फरवरी की रात 9 बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसने काव्य प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस आयोजन के संयोजक रोहित राजपूत और शुभम राजपूत थे, जबकि कार्यक्रम सदर विधायक विपिन कुमार वर्मा डेविड के बडे भाई शशिकांत वर्मा की स्मृति में सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम पूर्व संयोजक स्वर्गीय शशिकांत वर्मा "बबलू" की स्मृति में आयोजित इस कवि सम्मेलन में देशभर के ख्यातिप्राप्त कवियों ने अब तक काव्य पाठ किया। आपको बताते चलें बीते काफी वर्षों से उक्त कवि सम्मेलन का आयोजन शशिकांत वर्मा द्वारा कराया जाता रहा है यह कार्यक्रम उनके दुनिया से जाने के बाद उनकी स्मृति में पहला आयोजन है ,सम्पन हुए कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे सुप्रसिद्ध गीतकार संतोष आनंद, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
दीप प्रज्वलन से हुई शुरुआत, कवियों ने बांधा समां
कवि सम्मेलन की शुरुआत पूर्व विधायक प्रजापालन वर्मा, ममतेश शाक्य, सुधाकर वर्मा, विधायक विपिन वर्मा डेविड, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण और एसडीएम सदर द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद कवियत्री डॉ. रुचि चतुर्वेदी ने मां सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम की।
कवि सम्मेलन में वीर रस, श्रृंगार, हास्य और ग़ज़लों का संगम देखने को मिला। प्रमुख कवियों में कमलेश राजहंस (ओज/वीर रस), सूरज राय (मुक्तक/ग़ज़ल), विनीत चौहान (ओज/वीर रस), दीपक गुप्ता (हास्य-व्यंग्य/ग़ज़ल), शैलेंद्र माधुर (गीत), राजकिशोर राज, हेमंत पांडे, अनु सपन, गौरव चौहान और एटा के लाडले कवि मुकेश शर्मा "मीत" ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।
संतोष आनंद ने सुनाए कालजयी गीत
कार्यक्रम की सबसे भावनात्मक प्रस्तुति गीतकार संतोष आनंद की रही, जिन्होंने अपने लिखे अमर गीतों को गुनगुनाकर पूरे पंडाल को संगीतमय कर दिया। जब उन्होंने अपना प्रसिद्ध गीत—
"एक प्यार का नगमा है,
मौजों की रवानी है,
ज़िंदगी और कुछ भी नहीं,
तेरी मेरी कहानी है..."
गाया, तो दर्शकों की तालियों और भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। उनके गीतों ने श्रोताओं को पुरानी यादों में डुबो दिया।
इसके अलावा उन्होंने—
"जीना यहां, मरना यहां,
इसके सिवा जाना कहां..."
जैसे अमर गीतों को सुनाकर कार्यक्रम को यादगार बना दिया। विधायक विपिन वर्मा डेविड की विनम्रता की सराहना
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष क्षण तब आया, जब सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड ने खुद पीछे की पंक्ति में बैठकर अन्य अतिथियों को आगे बैठने का अवसर दिया। इस विनम्रता की सराहना मंच संचालक सुनील जोगी ने की और इसे एक अनुकरणीय उदाहरण बताया।
रातभर चला कवि सम्मेलन, दर्शक डटे रहे
इस कवि सम्मेलन की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कार्यक्रम भोर 3 बजे तक चला और श्रोताओं का उत्साह अंत तक बरकरार रहा। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार "भरत" और मुकेश मीत ने किया।यह आयोजन न केवल एटा महोत्सव की शान बढ़ाने वाला रहा, बल्कि हिंदी काव्य प्रेमियों के लिए भी एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।