Etah News: लेखपाल की गुंडई से किसान परेशान, खड़ी फसल को जबरन जुतवाया, पलायन को मजबूर

Etah News: तहसील जलेसर क्षेत्र में चकबंदी के नाम पर खुलेआम लूट खसोट कर गरीबों की कीमती जमीन दबगों को दी जाने को लेकर किसानों में चकबंदी लेखपाल और कानूनगो के विरुद्ध भारी आक्रोश है।

Sunil Mishra
Published on: 26 July 2024 2:31 PM GMT
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Etah News (Pic: Newstrack)

Etah News: एटा जनपद की तहसील जलेसर क्षेत्र में चकबंदी के नाम पर खुलेआम लूट खसोट कर गरीबों की कीमती जमीन दबगों को दी जाने को लेकर किसानों में चकबंदी लेखपाल,कानून गो के विरुद्ध भारी आक्रोश है। प्रदेश की योगी सरकार में तहसील क्षेत्र के गांव गोपालपुर में चकबन्दी लेखपाल एवं कानूनगो की दबंगई और भृष्टाचार से किसान काफी परेशान हैं। चकबंदी लेखपाल व चकबंदी कानूनगो द्वारा गरीब, असहाय किसानों के अच्छे चकों को नियमविरुद्ध दबंग किसानों को मोटी रकम लेकर दिया जाने, विरोध करने पर एससीएसटी एक्ट में झूठे मुकद्दमे दर्ज करा दिये जाने तथा गाटा को मतरूक कर किसानो के खेतों में खड़ी फसलों को गुण्डई के बल पर जबरन जुतवा दिए जाने जैसी अनेक उत्पीडनात्मक शिकायतों के बाबजूद शासन- प्रशासन से किसानों को अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है। परिणामस्वरूप चकबन्दी लेखपाल व कानूनगो के उत्पीड़न से आहत किसान कभी भी गांव से पलायन कर सकते हैं।

केस नंबर एक

तहसील क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी गरीब किसान गोकुल सिंह ने बताया कि गत 25 जुलाई को शाम 4 बजे चकबंदी लेखपाल जयबीर ने गुंडई के बल पर जबरन खेत में खड़ी फसल नष्टकर उसमें मेंड डलवा दी है। जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है। पीड़ित किसान के अनुसार ग्रामसभा गोपालपुर के गाटा संख्या 736 में उसका पुराना चक है। जिसे चकबन्दी लेखपाल द्वारा पहले तो मतरूक कर दिया गया और उसका चक गाटा 736 की जगह 737 में बना दिया गया है। जबकि गाटा संख्या 737 में पहले से ही अन्य किसानों के चक बना दिये गये है। उसमें नये चक हेतु कोई जमीन ही नही बची है।

वही चकबन्दी लेखपाल द्वारा चकबन्दी नियमों को ताक पर रखकर कर मतरूक की गई जमीन की कीमत भी लगा दी गयी है। जबकि नियमानुसार गाटा के मतरुक हो जाने पर उसकी कीमत नहीं लगाई जा सकती है। जब पीड़ित किसान द्वारा शिकायत की गई तो चकबन्दी लेखपाल ने किसान को कानूनगों द्वारा उसके विरुद्ध एससीएसटी एवं कार्य मे बाधा डालने पर झूठा मुक़दमा लिखवाने की धमकी दे दी।

केस नम्बर दो

गांव गोपालपुर के मानसिक दिव्यांग किसान ने बताया कि चकबन्दी लेखपाल व चकबन्दी कानूनगो द्वारा ग्राम सभा के गाटा संख्या 478 में उसके पैतृक चक को मोटी रकम लेकर अन्य दबंग किसान की नाप कर दी गई है। इस चक में उसका बिद्युत ट्यूबेल होने के साथ-साथ कटहल, जामुन और आम के चार पेड़ भी हैं। जब विरोध किया तो चकबन्दी कानूनगो विजेन्द्र कुमार ने अपने सगे रिश्तेदार जलेसर पुलिस सीओ से आदेश कराकर एससीएसटी एक्ट में झूठा मुकदमा जलेसर थाने में दर्ज करा दिया गया है। गांव के किसानों का आरोप है कि चकबन्दी लेखपाल बिजेन्द्र कुमार बात बात पर जलेसर पुलिस सीओ उसके सगे रिश्तेदार होने तथा उनके द्वारा झूठे मुकद्दमे दर्ज कराकर जेल भिजवाने की धमकी देता है। जिससे गरीब किसान चकबन्दी कानूनगो के उत्पीड़न एवं गुण्डई के आगे कुछ नहीं बोल पाते हैं। एसीओ चकबन्दी प्रेरणा यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में है। चकबन्दी प्रक्रिया के तहत चक बनाते समय यह गलती हो गयी थी। चकबन्दी में मतरूक गाटा की कीमत नहीं लगाई जा सकती है। यदि लेखपाल ने ऐसा किया है तो नियमविरुद्ध है। साथ ही लेखपाल को उक्त किसान की खड़ी फसल नहीं जुतवाने को भी कहा गया था।

Durgesh Sharma

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