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Etah News: स्कूल की तालाबंदी, BEO ने दूसरे दिन रसीदपुर विद्यालय का किया निरीक्षण
Etah News: शिकायतकर्ता रमेश सिंह वर्मा ने बताया कि विद्यालय न आने वाले अध्यापकों को विभागीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। गुरुवार को बीएसए दिनेश कुमार ने छात्रों को गलत जानकारी देकर गुमराह किया कि प्राथमिक विद्यालय का एक अध्यापक नवाचार प्रशिक्षण में है, एक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर है तथा शेष अध्यापक विद्यालय में है। जबकि वास्तविकता यह है कि इस विद्यालय में एक शिक्षा मित्र सहित कुल पांच अध्यापक तैनात है।
Eatah News: एटा जिले के जालेश्वर क्षेत्र के गांव रसीदपुर मितरौल के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर गुरुवार को हुए विवाद के संबंध में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी पवन कुमारी विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचीं। वहां उन्होंने गुरुवार को हुए विवाद की जानकारी ली। बीईओ ने विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामवीर सिंह को बुलाकर उनके सामने ही शिक्षकों को फटकार लगाई और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की चेतावनी दी। इसके बाद बीईओ पवन कुमारी ने प्राथमिक विद्यालय दयारामपुर, दुल्हा और पवाह का भी औचक निरीक्षण किया।
जहां उन्हें शिकायत मिली थी कि अध्यापक स्कूल में न होने पर भी रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। इस संबंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नरेश सिंह वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी अवागढ़ के प्राथमिक विद्यालय रसीदपुर में आने की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच के दौरान उन्हें स्कूल में नहीं बुलाया।
खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय में आने के बाद क्या कार्रवाई की, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि रसीदपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में कभी भी एक अध्यापक नहीं आता है। जो अध्यापक विद्यालय नहीं आता है, उसके हस्ताक्षर विद्यालय के अध्यापक उपस्थिति रजिस्टर में प्रतिदिन किए जाते हैं। इसकी शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। वह विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में है। इस संदर्भ में वह विभागीय उच्च अधिकारियों व शासन-प्रशासन के साथ ही एटा के प्रभारी बेसिक शिक्षा मंत्री से भी शिकायत करेंगे। उन्होंने बताया कि इस शिकायत के बाद बीएसए ने इस संबंध में जो बयान दिया है, वह गैर जिम्मेदाराना है, वह इसकी शिकायत शासन स्तर पर करेंगे।
शिकायतकर्ता रमेश सिंह वर्मा ने बताया कि विद्यालय न आने वाले अध्यापकों को विभागीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। गुरुवार को बीएसए दिनेश कुमार ने छात्रों को गलत जानकारी देकर गुमराह किया कि प्राथमिक विद्यालय का एक अध्यापक नवाचार प्रशिक्षण में है, एक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर है तथा शेष अध्यापक विद्यालय में है। जबकि वास्तविकता यह है कि इस विद्यालय में एक शिक्षा मित्र सहित कुल पांच अध्यापक तैनात है। जिसमें से गुरुवार को एक अध्यापक प्रकाशवीर सिंह व शिक्षा मित्र महेश चंद्र विद्यालय में उपस्थित थे। विद्यालय में ताला बंद होने के बाद प्रधानाध्यापक हेमंत सिंह व सहायक अध्यापक सचिन कुमार 9.30 बजे के बाद विद्यालय आये। जिसका वीडियो भी उपलब्ध है। तथा पांचवां अध्यापक गौरव कुमार अनुपस्थित था।
इन तीनों अध्यापकों के हस्ताक्षर 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन भी उपस्थिति पंजिका में नहीं थे। उन्होंने कहा कि बीएसए गैर जिम्मेदाराना बयान देकर विद्यालय न आने वाले अध्यापकों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व में भी की गई शिकायतों के बावजूद बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारी अवागढ़ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए अब मुख्यमंत्री से ही शिकायत की जाएगी। जब बीएसए दिनेश कुमार को फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।